रेल मंत्रालय
बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान अब तक का सर्वाधिक 367 लोको का उत्पादन किया
इस वित्तीय वर्ष मोजाम्बिक को निर्यात 04 रेल इंजनों सहित कुल 367 रेल इंजनों का निर्माण किया गया
बरेका ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में निर्यातीत लोको से 60.68 करोड़ राजस्व की प्राप्ति की
Posted On:
01 APR 2022 10:45AM by PIB Delhi
बनारस रेल इंजन कारखाना ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान अब तक के सर्वाधिक रेल इंजनों का निर्माण कर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रचा इतिहास । इस वित्तीय वर्ष मोजाम्बिक को निर्यात 04 रेल इंजनों सहित कुल 367 रेल इंजनों का निर्माण किया गया, जो अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । इन 367 रेल इंजनों में यात्री रेल इंजन WAP7 कुल 31, मालवाहक रेल इंजन WAG9 कुल 332 एवं मोजाम्बिक हेतु 04 रेल इंजन सम्मिलित हैं ।
साथ ही बरेका ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में निर्यातीत लोको से 60.68 करोड़ एवं वर्ष 2011 से अब तक कुल 704 करोड़ तथा गैर रेलवे ग्राहकों से वर्ष 2011 से अब तक 1837 करोड़ राजस्व की प्राप्ति की । वर्ष 2021-22 में बरेका ने निर्यातित रेल इंजनों के पूर्जों से 6.09 करोड़ राजस्व की प्राप्ति की जो पिछले वर्ष 2020-21 में 1.08 करोड़ थी जो पिछले वर्ष की तुलना में 464 प्रतिशत अधिक है । इसी प्रकार गैर रेलवे ग्राहकों से रेल इंजनों के पूर्जों के आपूर्ति से 16.4 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई जो पिछले वर्ष 2020-21 में 8.29 करोड़ थी, जो तुलनात्मक रूप से 98.6 प्रतिशत अधिक रहा ।
ज़िम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का बनारस रेल इंजन कारख़ाना का दौरा:
बरेका में बनने वाले डीजल लोकोमोटिव अफ्रीका में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करते हुए इन केप गेज डीजल रेल इंजनों को निर्यात के लिए भारत द्वारा डिजाइन
• भारत में निर्मित और
• भारत द्वारा वित्तपोषित
मोज़ाम्बिक के लिए निर्यात किया गया था
क्रैंक-केस असेंबली, जो रेल इंजन का सबसे महत्वपूर्ण आइटम है, इसे बरेका में इन-हाउस बनाया गया है। इन इंजनों को वर्तमान में कोयला खदानों से कोयला ढोने के लिए भिन्न-भिन्न इकाइयों में सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है।
इन इंजनों का उद्घाटन औपचारिक रूप से मोजाम्बिक के महामहिम राष्ट्रपति ने 11 फरवरी 2022 को बीरा, मोजाम्बिक में जिम्बाब्वे के महामहिम राष्ट्रपति और भारत के उच्चायुक्त की उपस्थिति में किया था। इस प्रकार बनारस रेल इंजन कारखाना एक भरोसेमंद भागीदार और लोकोमोटिव निर्माण ब्रांड के रूप में विश्व पटल पर आया । परिणामस्वरूप, मेसर्स राइट्स के अधिकारियों के साथ जिम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे की पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत का दौरा किया।
महाप्रबंधक बरेका अंजली गोयल ने जिम्बाब्वे बोर्ड के अध्यक्ष एनआरजेड एडवोकेट मार्टिन तफारा दीन्हा, बोर्ड के सदस्य श्री इलेश कुमार पटेल, महाप्रबंधक सुश्री रेस्पिना ज़िनांडुको, ट्रैक्शन एंड क्वालिटी श्री लवमोर कटोन्हा और क्षेत्रीय अभियंता श्री त्सेत्सी एनडलोवु को बैठक के दौरान बधाई दी। राइट्स और उन्हें अपने निर्यात आदेशों को पूरा करने में पूर्ण समर्थन और मुस्तैदी का आश्वासन दिया। महाप्रबंधक बरेका ने ज़िम्बाब्वे की टीम को यह भी आश्वासन दिया कि बरेका ज़िम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे के आर्थिक विकास और आधुनिकीकरण में भाग लेने के लिए बहुत उत्सुक है। ज़िम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे की टीम ने बरेका में उपलब्ध निर्माण सुविधाओं को देखने के लिए दिनांक 29.03.2022 को बनारस रेल इंजन कारखाना का दौरा किया।
इस अवसर पर बरेका के उच्चाधिकारियों की टीम के साथ प्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक के दौरान, बरेका की क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया और जिम्बाब्वे के प्रतिनिधिमंडल को निर्यात किए गए लोको के विवरण से अवगत कराया गया।
इसके बाद, उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने बरेका कार्यशाला की विभिन्न शॉप जैसे न्यू ब्लॉक शॉप, इंजन टेस्ट शॉप, लोको असेंबली शॉप आदि का दौरा किया। शॉप के दौरे के दौरान, प्रतिनिधिमंडल को लोकोमोटिव के निर्माण में शामिल निर्माण के विभिन्न चरणों से अवगत कराया गया एवं बरेका में उपलब्ध अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाओं को भी दिखाया गया। प्रतिनिधिमंडल को ब्रॉड गेज लोकोमोटिव से परिवर्तित मानक गेज लोकोमोटिव भी दिखाया गया। प्रतिनिधिमंडल बरेका में उपलब्ध डिजाइन क्षमताओं और निर्माण सुविधाओं से काफी प्रभावित हुआ ।
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