वित्‍त मंत्रालय

वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 46वें नागरिक लेखा दिवस पर ई-बिल प्रसंस्करण प्रणाली का शुभारंभ किया


व्यापक पारदर्शिता और भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए ई-बिल प्रणाली की केंद्रीय बजट 2022-23 में की गई थी घोषणा

Posted On: 02 MAR 2022 5:25PM by PIB Delhi

केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट मामले मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 46वें नागरिक लेखा दिवस के अवसर पर केंद्रीय बजट 2022-23 में घोषित इलेक्ट्रॉनिक बिल (ई-बिल) प्रसंस्करण प्रणाली का शुभारंभ किया।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001FPQO.jpg

 

इस अवसर मुख्य अतिथि के रूप में वित्त मंत्री के साथ, वित्त सचिव डॉ. टी.वी. सोमनाथन; श्रीमती सोनाली सिंह, लेखा महानियंत्रक संगठन (सीजीए) की प्रमुख; श्रीमती धारित्री पांडा, अतिरिक्त सीजीए (पीएफएमएस) और श्रीमती भारती दास, प्रिंसिपल सीजीए (एमएचए) के अलावा सीजीए और वित्त मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0024HLS.jpg

ई-बिल प्रसंस्करण प्रणाली पहल का उल्लेख करते हुए, श्रीमती सीतारमण ने कहा कि यह व्यापक पारदर्शिता लाने और भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (ईओडीबी) और डिजिटल इंडिया इको-सिस्टम' का एक अंग है। उन्होंने कहा कि यह आपूर्तिकर्ताओं और अनुबंधकर्ताओं को अपना दावा ऑनलाइन जमा करने की अनुमति देकर पारदर्शिता, दक्षता और संपर्क रहित-कागज रहित भुगतान प्रणाली को बढ़ाएगा, जिसकी वास्तविक समय के आधार पर निगरानी की जा सकेगी।

सीजीए द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए, वित्त मंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के अलावा सरकारी लेनदेन को निर्बाध रखने और सुचारू भुगतान सुनिश्चित करने में सीजीए की सराहना की। श्रीमती सीतारमण ने सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के माध्यम से ट्रेजरी सिंगल अकाउंट्स (टीएसए), प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) और पीएएचएएल के सफल कार्यान्वयन का उल्लेख किया।

वित्त मंत्री ने विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि टीएसए सिस्टम ने "जस्ट इन टाइम" निधि को जारी करने के तंत्र को विकसित किया है और इसे केंद्र सरकार के 150 स्वायत्त निकायों में लागू किया गया है; जबकि पीएफएमएस पारदर्शिता बनाए रखने, त्वरित भुगतान की सुविधा और अंतिम लाभार्थी तक सरकारी पहुंच के एक साधन के रूप में विकसित किया गया है।

श्रीमती सीतारमण ने कहा कि सीजीए प्रौद्योगिकी को अपनाकर सार्वजनिक वित्त का प्रबंधन कर रहा है, जिससे जनता के धन की चोरी को रोका जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाभ सीधे नागरिकों तक पहुंचे।

वित्त मंत्री ने खाता प्रणाली के बेहतर तरीके से संचालन को सुनिश्चित करने के लिए पर्दे के पीछे कार्य कर रहे नागरिक लेखा संगठन द्वारा हासिल की गई कई शानदार उपलब्धियों की भी सराहना की।

इस अवसर पर अपने संबोधन में, वित्त सचिव और व्यय सचिव, डॉ टीवी सोमनाथन ने कहा कि एक तरफ, पीएफएमएस देश के वित्तीय प्रशासकों के लिए एक महत्वपूर्ण सहायक है, और दूसरी तरफ, विशेष रूप से नई ई-बिल प्रणाली सबसे महत्वपूर्ण नागरिक केंद्रित पहल है। डॉ. सोमनाथन ने कहा कि नई ई-बिल प्रणाली समय के अंतराल को और कम करेगी और डिजिटल इंडिया और ईओडीबी के खातों के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य करेगी।

इससे पूर्व, अपने स्वागत भाषण में गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए श्रीमती सोनाली सिंह ने सीजीए द्वारा पिछले कुछ वर्षों में की गई विभिन्न पहलों के साथ-साथ वर्तमान में जारी पहलों का संक्षिप्त सारांश और भविष्य के सीजीए के एक रोडमैप की जानकारी दी। श्रीमती सिंह ने कहा कि देश विकास के मार्ग पर है और सीजीए देश को और ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए निरंतर कार्य करेगा।

अपर सीजीए (पीएफएमएस) श्रीमती धारित्री पांडा ने ई-बिल प्रणाली के मुख्य लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। श्रीमती पांडा ने कहा कि केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के 9 वेतन और लेखा कार्यालय (पीएओ) खातों में पायलट आधार पर ई-बिल प्रणाली का शुभारंभ किया जाएगा।

प्रधान सीजीए (एमएचए) श्रीमती भारती दास ने सीजीए की ओर से धन्यवाद ज्ञापन दिया।

ई-बिल प्रोसेसिंग सिस्टम के बारे में अधिक जानकारी के लिए, लिंक देखें: https://pib.gov.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=1802343

****

एमजी/एएम/एसएस/एसएस



(Release ID: 1804278) Visitor Counter : 233


Read this release in: Marathi , Telugu , English , Urdu