पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय
मणिपुर के तामेंगलोंग में उत्तर-पूर्व क्षेत्र विकास मंत्रालय के तहत पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी), शिलॉन्ग द्वारा वित्तपोषित ‘एकीकृत बांस परियोजना'
Posted On:
08 DEC 2021 2:16PM by PIB Delhi
उत्तर-पूर्व बेंत एवं बांस विकास परिषद (एनईसीबीडीसी) [पूर्ववर्ती बेंत एवं बांस प्रौद्योगिकी केंद्र (सीबीटीसी)] एक आईएसओ 9001:2008 प्रमाणित संगठन है और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के बेंत एवं बांस प्रौद्योगिकीय उन्नयन एवं नेटवर्किंग कार्यक्रम नामक परियोजना के लिए वर्ष 2000 में एक कार्यान्वयन इकाई के रूप में स्थापित किया गया था तथा संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूएनआईडीओ) द्वारा कार्यान्वित किया गया था। परियोजना के समापन पर, इसे एनईसी के सचिव की अध्यक्षता में एक सोसाइटी के रूप में पंजीकृत किया गया। इसमें पूर्वोत्तर राज्यों के राज्य बांस मिशन के मिशन निदेशक नियंत्रण निकाय में सदस्य के रूप में शामिल थे।
नर्सरी में एनईसीबीडीसी के अधिकारी सीएफ़सी का दृश्य
एनईसीबीडीसी 2006-07 में राष्ट्रीय बांस मिशन की स्थापना के बाद से भारत सरकार के कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग के राष्ट्रीय बांस मिशन (एनबीएम) के तहत नामित बांस तकनीकी सहायता समूह (बीटीएसजी) में से एक है। एनईसीबीडीसी असम के बर्नीहाट (गुवाहाटी से लगभग 6 किलोमीटर) में बांस प्रौद्योगिकी पार्क में स्थित है। अपनी स्थापना के बाद से, इसने 7000 से अधिक सरकारी अधिकारियों/भारतीय सेना/कारीगरों/किसानों/बांस से जुड़े श्रमिकों/दिव्यांगजनों (भारत और विदेश में) को बांस से संबंधित विभिन्न व्यापार के संदर्भ में प्रशिक्षित किया है।
साइट का बाहरी दृश्य सीएफ़सी का दृश्य
बेंत और बांस नर्सरी बेंत और बांस नर्सरी
मणिपुर के तामेंगलोंग में पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी), शिलॉन्ग द्वारा वित्तपोषित एकीकृत बांस परियोजना का कार्य प्रगति पर है। इस परियोजना में 'बेंत एवं बांस नर्सरी', 'बांस उपचार संयंत्र' तथा बेंत एवं बांस प्रसंस्करण हेतु 'सामान्य सुविधा केंद्र' (सीएफसी) शामिल हैं।
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