विधि एवं न्याय मंत्रालय
शंघाई सहयोग संगठन के प्रोसेक्यूटर्स जनरल की 19वीं बैठक का आयोजन
एससीओ के प्रोसेक्यूटर्स जनरल ने मानव तस्करी विशेषकर महिलाओं और बच्चों की तस्करी से निपटने के लिए एक प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए
27 और 28 अक्टूबर को विशेषज्ञ समूह की बैठक में वैश्विक स्तर पर अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध की बढ़ोतरी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई
Posted On:
29 OCT 2021 6:23PM by PIB Delhi
29 अक्टूबर, 2021 को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के प्रोसेक्यूटर्स जनरल की 19वीं बैठक की मेजबानी भारत के सॉलिसिटर जनरल श्री तुषार मेहता ने की।
इससे पहले 27 और 28 अक्टूबर, 2021 को विधि और न्याय मंत्रालय में विधि कार्य विभाग के सचिव श्री अनूप कुमार मेंदीरत्ता ने भी विशेषज्ञों/अधिकारियों के समूह की बैठक की मेजबानी की थी। इस विशेषज्ञ समूह ने वैश्विक स्तर पर अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध में बढ़ोतरी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। इसके अलावा मानव तस्करी विशेषकर महिलाओं व बच्चों की तस्करी सहित अंतरराष्ट्रीय अपराध की सबसे खतरनाक तरीकों से निपटने के लिए एससीओ के सदस्य देशों के प्रयासों के मौजूदा अनुभवों पर भी चर्चा की गई।

19वीं बैठक की शुरुआत भारत सरकार के विधि और न्याय मंत्रालय में विधि सचिव के स्वागत भाषण के साथ हुई। इसमें उन्होंने एससीओ के सदस्य देशों के इतिहास को रेखांकित किया और मानव तस्करी की जांच के लिए एक ठोस प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रोसेक्यूटर्स जनरल का प्रोटोकॉल और दूरदर्शी संबोधन पूरे समाज की तस्करी विरोधी उपायों और सुरक्षा को मजबूत करेगा। उन्होंने आगे उम्मीद व्यक्त की कि एससीओ सदस्य देशों की संयुक्त गतिविधियां और अनुभव मानव तस्करी की गंभीर समस्या को रोकने में सहायता करेंगे। साथ ही वैश्विक स्तर पर प्रयासों को मजबूत करने के लिए एक प्रेरक शक्ति बनेंगे।
यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम के जरिए आयोजित की गई। प्रोसेक्यूटर्स जनरल की इस बैठक में भारत के सॉलिसिटर जनरल श्री तुषार मेहता, कजाकिस्तान के प्रोसेक्यूटर जनरल श्री नरदौलेटोव जी.डी., चीन के सुप्रीम पीपल्स प्रोसेक्यूरेटोरेट के प्रोसेक्यूटर जनरल श्री झांग जून, किर्गिजस्तान के प्रथम डिप्टी प्रोसेक्यूटर जनरल श्री मोल्दोकमातोव अबाई, पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल सीएच आमिर रहमान, रूसी संघ के प्रोसेक्यूटर जनरल श्री क्रास्नोव आई.वी., ताजिकिस्तान के प्रोसेक्यूटर जनरल श्री रहमान यूसुफ अहमदजोद और उज्बेकिस्तान के प्रोसेक्यूटर जनरल श्री युलदाशेव एन.टी. ने हिस्सा लिया। इसके अलावा एससीओ के महासचिव श्री वी.आई. नोरोव और एससीओ क्षेत्रीय आतंकवाद-रोधी संरचना के निदेशक डी.एफ. गिसोव ने भी इसमें भाग लिया।

एससीओ के सदस्य राष्ट्रों के प्रोसेक्यूटर्स जनरल की 19वीं बैठक के निष्कर्षों के बाद एक प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए। साथ ही, इसे एससीओ के सदस्य देशों ने अपनाया।
प्रोटोकॉल की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- मानव तस्करी, विशेष रूप से महिलाओं व बच्चों की तस्करी के बढ़ते खतरे को रोकने और उसका मुकाबला करने में सहयोग को मजबूत करना।
- मानव तस्करी, विशेषकर महिलाओं व बच्चों की तस्करी के खतरे से निपटने के लिए राष्ट्रीय कानूनों का आदान-प्रदान जारी रखना।
- तस्करी के पीड़ितों को उनकी पात्रता के दायरे में सुरक्षा और सहायता प्रदान करना।
- प्रोसेक्यूटर्स के प्रशिक्षण और उन्नत प्रशिक्षण के क्षेत्र में एससीओ के सदस्य राष्ट्रों के शैक्षिक (प्रशिक्षण) संगठनों (संस्थाओं) के बीच सहयोग विकसित करना। इनमें कार्य पूरा करने की क्षमता में विशेष रूप से महिलाओं व बच्चों की तस्करी का मुकाबला करना शामिल है।
- मानव तस्करी, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की तस्करी के खतरे का मुकाबला करने और उससे निपटने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सहित द्विपक्षीय व बहुपक्षीय गतिविधियों का संचालन करना।
एससीओ के सदस्य देशों के प्रोसेक्यूटर जनरलों की विशिष्ट सभा को संबोधित करते हुए, भारत के सॉलिसिटर जनरल श्री तुषार मेहता ने अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध में बढ़ोतरी को कम करने के लिए भारत सरकार की पहलों को रेखांकित किया। इनमें व्यक्तियों की तस्करी सहित मानव तस्करी के दमन और अन्य की वेश्यावृत्ति के रूप में शोषण को समाप्त करने लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीटीओसी) का क्रियान्वयन भी शामिल है।
उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि मानव तस्करी की समस्या के समाधान को लेकर भारत सरकार की प्रतिबद्धता को तस्करी का मुकाबला करने के लिए बनाए गए विभिन्न कानून के प्रावधानों में देखा जा सकता है। इनमें भारतीय संविधान के साथ-साथ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम, 1956 आदि जैसे कानूनों के प्रावधान शामिल हैं। उन्होंने हिंसा से प्रभावित महिलाओं की चिंताओं को दूर करने के लिए एक सहायक संस्थागत ढांचा व तंत्र प्रदान करने के लिए भारत सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं को भी साझा किया। इनमें "उज्ज्वला", "स्वाधार गृह योजना", "सखी" और "महिला हेल्पलाइन का सार्वभौमिकरण" शामिल हैं।
सॉलिसिटर जनरल मेहता ने प्रोसेक्यूटर जनरल फोरम की गतिविधियों के हिस्से के रूप में, एससीओ के सदस्य राष्ट्रों से मानव तस्करी में अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध को प्रभावी ढंग से समाप्त करने के लिए द्विपक्षीय और बहुपक्षीय रूप से सहयोग करने का अनुरोध किया।
एससीओ के सदस्य राष्ट्रों के प्रोसेक्यूटर्स जनरल की अगली (20वीं) बैठक 2022 में कजाकिस्तान में होगी।
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एमजी/एएम/एचकेपी
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