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आयकर विभाग ने महाराष्ट्र में कुछ व्यवसायियों/बिचौलियों के खिलाफ तलाशी अभियान चलाया

Posted On: 07 OCT 2021 7:36PM by PIB Delhi

आयकर विभाग ने एक बड़े सिंडिकेट में शामिल महाराष्ट्र के कुछ व्यवसायियों/ बिचौलियों और सार्वजनिक कार्यालय रखने वाले कुछ व्यक्तियों के खिलाफ23.09.2021 को एक तलाशी अभियान चलाया। इन व्यक्तियों के खिलाफ इस अभियान को 6 महीने तक ली गईं खुफिया जानकारी के बाद अंजाम दिया गया। तलाशी अभियान में कुल मिलाकर, 25 आवासीय और 15 कार्यालय परिसरों को शामिल किया गया, जबकि 4 कार्यालयों को जाँच के तहत कवर किया गया। मुंबई के ओबेरॉय होटल में अपने ग्राहकों से मिलने के लिए दो बिचौलियों द्वारा स्थायी रूप से किराए पर लेकर इनका उपयोग किए जाने वाले कुछ आलीशान कमरों की भी तलाशी ली गई। इस सिंडिकेटमें शामिल व्यवसायी/बिचौलिए/सहयोगी और सार्वजनिक कार्यालय रखने वाले व्यक्ति अपने रिकॉर्ड में विभिन्न कोड नामों का इस्तेमाल करते थे और एक मामले में तो यह रिकॉर्ड 10 वर्ष पुराने थे। इस तलाशी के दौरान कुल 1050 करोड़ केलेन-देन की जानकारी मिली है।

यहबिचौलिये कॉरपोरेट्स और उद्यमियों को भूमि आवंटन से लेकर सभी सरकारी मंजूरी प्राप्त करने के मामले में लिप्त रहे हैं। वार्तालाप के लिए इस्तेमाल की गईकोड भाषा और उपकरणों के साक्ष्य हटाने के बावजूद भी, आयकर दल ने महत्वपूर्ण डिजिटल साक्ष्यों को फिर से हासिल करने में सफलता प्राप्त करते हुए एक गुप्त ठिकाने का भी पता लगाया जहां से विभिन्न आपत्तिजनक साक्ष्य बरामद किए गए हैं। संपर्ककर्ताओं ने नकदी हस्तांतरण के लिए 'अंगड़िया' का भी इस्तेमाल किया और तलाशी के दौरान एक अंगड़िया से 150 लाख रुपये जब्त किए गए।

बरामद किए गए दस्तावेजों में प्राप्त और प्राप्य और  वितरण की गई धनराशि के विवरण के मुताबिक यह 200 करोड़ से अधिक है। इस धनराशि की प्राप्ति का मुख्य स्रोतएक निश्चित मंत्रालय के तहत महत्वपूर्ण पोस्टिंग प्राप्त करने के लिए नौकरशाहों द्वारा किया गया नकद भुगतान और ठेकेदारों द्वारा भुगतान को जारी करने के लिए किया गया नकद भुगतान आदि है। एकत्रित की गई नकद धनराशि का एक बड़ा हिस्सा एक कोड नाम के तहत उल्लिखित व्यक्ति सहित विभिन्न व्यक्तियों को वितरित किया गया है।

इसके अलावा, इन व्यवसायियों/बिचौलियों ने किसानों से भी जमीन खरीदकर उसे सरकारी उपक्रमों/बड़े कॉरपोरेट्स को हस्तांतरित करके बड़ी मात्रा में बेहिसाब आय अर्जित की थी। कई वरिष्ठ नौकरशाहों/उनके रिश्तेदारों और अन्य प्रमुख लोगों का भी इन योजनाओं में निवेश मिला है।

तलाशी के दौरान, कार्यालय परिसर में मिले सबूतों में एक निश्चित अवधि के लिए लगभग 27 करोड़ रुपए नकद जमा और लगभग40 करोड़ रुपए का नकद भुगतान किया गया है। इसके अलावा, 23 करोड़ रुपये के नकद भुगतान के सबूत भी मिले हैं जिनके लिए विभिन्न व्यक्तियों के नाम के लिए विभिन्न कोडवर्डका उपयोग किया गया हैं। उक्त बिचौलिये को विभिन्न व्यवसायियों और उद्योगपतियों से सरकारी उपक्रमों की योजनाओं के तहत भूमि प्राप्त करने, निविदाओं/खनन अनुबंधों के विस्तार आदि के लिए भुगतान प्राप्त होता है। इसके अलावा, एक व्हाट्सएप चैट में, 16 करोड़ रुपए केनकद लेनदेन के विवरण के साथ 12 करोड़ रुपएके आउटफ्लो की रसीद भी मिली हैं।

तलाशी लिए गए कुछ व्यक्तियों की अपनी खुद की अचल संपत्ति और निर्माण व्यवसाय हैं, जिनके संबंध में नकद प्राप्तियों/ भुगतानों के प्रमाण भी मिले हैं।

मोबाइल फोन, पेन-ड्राइव, हार्ड ड्राइव, आईक्लाउड, ई-मेल आदि से भारी मात्रा में डिजिटल डेटा बरामद और जब्त किया गया है, जिसकी जांच और जानकारी निकाली जा रही है।

अब तक 4.6 करोड़ की नकदी,3.42 करोड़ रुपये से अधिक की कीमत के आभूषण जब्त किए गए हैं। तलाशी अभियान के दौरान मिले 4 लॉकरों पर रोक लगा दी गई है।

आगे की जांच जारी है।

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