वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय

‘‘भारत और अमेरिका के बीच सेवा क्षेत्र का व्यापार,दोनों देशों के लगातार बढ़ते संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा- पीयूष गोयल’’


फिनटेक,एग्रीटेक,अकाउंटेंसी,कानून,स्वास्थ्य सेवाएं और साइबर सुरक्षा नए क्षेत्र है जहां पर अवसर हैं

पिछले दो दशक में भारत से सेवा क्षेत्र का निर्यात 12 गुना बढ़कर 205 अरब अमेरिकी डालर पर पहुंच गया है

Posted On: 31 JUL 2021 4:24PM by PIB Delhi

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि कोविड-19 के बाद आर्थिक रिकवरी में सेवा क्षेत्र की अहम भूमिका रहने वाली है। इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं।


इंडो अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आईएसीसी) द्वारा दूसरे 'भारत-अमेरिका सेवा क्षेत्र सम्मेलन' को संबोधित करते हुए श्री गोयल ने कहा भारत और अमेरिका साथ मिलकर दुनिया में शांति और स्थायित्व के लिए काम कर रहे हैं।

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उन्होंने कहा दोनों देशों के मजबूत होते रिश्तो में आने वाले समय में सेवा क्षेत्र की अहम भूमिका रहने वाली है। उन्होंने कहा ' भारत और अमेरिका स्वाभाविक साझेदार हैं। और समानता, स्वतंत्रता और लोकतंत्र के साझा मूल्यों के कारण हमारे संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं।

श्री गोयल ने दो दशक पहले की "वाई2के" चुनौती को याद करते हुए कहा कि दो दशक पहले कैसे भारतीय प्रतिभाओं ने अमेरिका को इससे निपटने में मदद की थी और दुनिया ने भारत की कौशल, क्षमताओं और प्रतिबद्धता का एहसास करना शुरू किया था, जो इसके पहले दुनिया ने कभी नहीं देखा था। "इसने भारत के प्रति धारणा बदल दी।"


मंत्री ने कहा कि भारत अब एक 'कम लागत वाले सेवा प्रदाता' से एक 'उच्च मूल्य वर्धित साझेदार' की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि भारत में बैक ऑफिस प्रतिभाएं कार्यालयों में विकसित हो रही हैं। 57 स्टार्टअप यूनिकॉर्न का उदाहरण देते हुए श्री गोयल ने कहा कि युवा भारतीयों में उद्यमशीलता की भावना देश को सबसे आगे रखेगी।


मंत्री ने बताया कि वर्ष 2001-02 में भारत से दुनिया को कुल 17 अरब डॉलर का सेवा क्षेत्र से निर्यात किया गया था और अब वर्ष 2020-21 अब यह 12 गुना बढ़कर 205 अरब डॉलर हो गया है।

 

मंत्री ने कहा "जब भारत-अमेरिका साझेदारी की बात करते हैं, तो दोनों देशों के पास ऐसे मजबूत क्षेत्र हैं जहां पर वे और आगे बढ़ सकतेहैं। अमेरिका इन्नोवेशन, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केंद्र है। भारत के पास प्रतिस्पर्धी लागत पर कुशल और बुद्धिमान मानव शक्ति है। दोनों देशों की ताकत को एकजुट करने से एक अपराजेय गठजोड़ बनेगा


मंत्री ने आगे कहा कि भारत भी दुनिया के सबसे बड़े डिजिटल बाजारों में से एक बनने के दिशा में तेजी से प्रगति कर रहा है। हॉस्पिटैलिटी, फिनटेक, एग्रीटेक, एंटरटेनमेंट, अकाउंटेंसी, कानून, साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं एवं पर्यटन आदि कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां भारत और अमेरिका आपसी फायदे के साथ सहयोग कर सकते हैं।

 

श्री गोयल ने सेवा क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों के अच्छे काम की सराहना की और कहा कि भारत ने पिछले 15-16 महीनों में बिना किसी असफलता के दुनिया भर में अपनी सभी सेवा प्रतिबद्धताओं को पूरा किया है। "हमारी सेवाओं का निर्यात स्तर पिछले वर्ष के 97 फीसदी के स्तर पर वापस आ गया है।"

 

जब दुनिया महामारी से लड़ रही है, आईएसीसी द्वारा ऐसे अहम समय में इस तरह के प्रासंगिक विषय को चुनने के लिए, श्री गोयल ने उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, "भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में हमेशा सबसे आगे रहने वाली आईएसीसी ने बेहद नाजुक समय में इस वार्ता की शुरुआत की है।"


 

यू ट्यूब लिंक


केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा दूसरे भारत-अमेरिका सेवा क्षेत्र सम्मेलन को इस लिंक पर देखा जा सकता है-

 

https://youtu.be/5rvMBxXuldw

 

 

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