कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय
सुशासन के तौर-तरीकों पर दो दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन की मेजबानी करेगा श्रीनगर
Posted On:
30 JUN 2021 8:23PM by PIB Delhi
श्रीनगर में 1 और 2 जुलाई, 2021 को “रेप्लीकेशन ऑफ गुड गवर्नेंस प्रैक्टिसेस” (सुशासन के तौर-तरीकों का अनुसरण) विषय पर दो दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। इस सम्मेलन का आयोजन प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग कर रहा है, जो कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के अधीन है। आयोजन में जम्मू-कश्मीर प्रशासन भी सहयोग कर रहा है।
सम्मेलन शेरे-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में सेमी-वर्चुअल प्रणाली के जरिये किया जायेगा।
पूर्वोत्तर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन, परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह इस दो दिवसीय आयोजन का उद्घाटन करेंगे। उनके साथ जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के माननीय उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा भी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव श्री अरुण कुमार मेहता तथा प्रशासिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के सचिव श्री संजय सिंह भी उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे।
प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत के अवर सचिव श्री वी. श्रीनिवास “इनोवेशन (सेंटर)” यानी ‘नवाचार (केंद्र)’ विषय पर उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करेंगे। दोपहर के भोजन के बाद जो सत्र होगा, उसमें इनोवेशंस (स्टेट्स) और इनोवेशन (डिस्ट्रिक्टस) यानी नवाचार (राज्य) व नवाचार (जिले) पर प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा। दूसरे दिन‘एडमिनिस्ट्रेटिव इनोवेशंस इन जे-एंड-के’ (जम्मू-कश्मीर में प्रशासनिक अभिनव प्रयोग), ‘एसपिरेशनल डिस्ट्रिक्टस’ (आकांक्षी जिले), ‘एनुअल क्रेडिट प्लान’ (वार्षिक ऋण योजना) और ‘स्वच्छ भारत’ पर प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा।
सम्मेलन का फोकस प्रशासनिक नवाचार पर है, जिसके तहत सम्मेलन में इन नवाचारों को पेश किया जायेगाः (1) वित्तीय समावेश में नवाचार – आपका बैंक-आपके द्वार, (2) उड़ान-उड़े देश का आम नागरिक, (3) एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड राष्ट्रीय पोर्टेबिलिटी, (4) एनआईसी – ई-ऑफिस, (5) कुम्भ मेला, (6) विभिन्न नवाचार और बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड में परीक्षा प्रणालियों और प्रक्रियाओं में सघन सुधार, (7) सूक्ष्म खाद केंद्रों और अपशिष्ट निस्तारण सुविधाओं का विकेंद्रीकरण, (8) जलाशयों और अपशिष्ट जल उपचार के तीसरे चरण की सुविधाओं का निर्माण, ताकि छोड़े गये कचरे को साफ करके उसका इस्तेमाल हो सके, (9) रज-स्वच्छता, (10) स्मार्ट क्लास की पहल – अन्नूपुर, (11) पल्ले प्रगति ऐप (गांव के विकास की ट्रैकिंग करने का ऐप), (12) चंदौली काला चावल, (13) प्लास्टिक कचरे की री-साइक्लिंग और सड़क निर्माण में उसका इस्तेमाल, (14) आयुष्मान भारत – पीएमजेएवाई, (15) जम्मू-कश्मीर में कोविड प्रबंधन, (16) जम्मू-कश्मीर में गांव को वापसी, (17) जम्मू-कश्मीर में पंचायती राज, (18) ग्वालपाड़ा आकांक्षी जिले में शिक्षा परिणामों को दुरुस्त करना, (19) जम्मू-कश्मीर के आकांक्षी जिले कुपवाड़ा और बारामूला, (20) मेरठ, बेलगावी, करगिल और वारांगल में वार्षिक ऋण योजना, और (21) इंदौर, मेहसाणा, गोदावरी ईस्ट जिले और श्रीनगर नगर निगम क्षेत्र में स्वच्छ भारत का क्रियान्वयन।
उल्लेखनीय है 15-16 नवंबर, 2019 को “रेप्लीकेशन ऑफ गुड प्रैक्टिसेस इन दी यूनियन टेरीटरीज ऑफ जम्मू-एंड-कशमीर एंड लद्दाख” का आयोजन जम्मू में हुआ था। इसी तरह जम्मू में 30 नवंबर से एक दिसंबर, 2019 को “एक भारत, श्रेष्ठ भारत विद फोकस ऑन जल शक्ति एंड डिसास्टर मैनेजमेंट” तथा नागपुर में 21-22 दिसंबर, 2019 को “इम्प्रूविंग पब्लिक सर्विस डिलेवरी – रोल ऑफ गवर्नमेंट्स” का आयोजन किया गया था। मौजूदा सम्मेलन इन्हीं सम्मेलन की कड़ी है और पिछले सम्मेलनों के नतीजों पर आधारित है।
सम्मेलन में 10 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। जम्मू और कश्मीर से लगभग 400 प्रतिनिधि और अन्य राज्यों से लगभग 300 प्रतिनिधि सेमी-वर्चुअल प्रणाली के जरिये सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
‘मिनीमम गवर्नमेंट, मैक्सीमम गवर्नेंस’ नामक ई-पत्रिका भी सम्मेलन के दौरान जारी की जायेगी। पत्रिका में प्रशासनिक नवाचारों पर चुने हुये लेख शामिल किये गये हैं।
सुशासन संकल्पः कश्मीर घोषणा/बेहतर निजामे-हुकूमत – कश्मीर ऐलामिया/गुड गवर्नेंसः कश्मीर प्रस्ताव को समापन सत्र में पेश किया जायेगा।
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय संगठनों को एक मंच पर लाना, जहां वे प्रशासनिक नवाचारों, कल्याणकारी योजनाओं, डिजीटल शासन, नागरिक अनुकूल शासन और क्षमता निर्माण तथा कार्मिक प्रशासन आदि के अपने अनुभवों को एक-दूसरे के साथ साझा कर सकें।
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