वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
भारत ने कई देशों को पहली बार चावल, गेहूं और अन्य अनाज भेज कर अपने अनाज निर्यात बाजार का विस्तार किया
2020-21 में अनाज के कुल निर्यात में भारी बढ़ोत्तरी
Posted On:
21 JUN 2021 6:15PM by PIB Delhi
विदेशों या वहां के बाजारों में भारत द्वारा नए अवसरों की खोज के प्रयासों से अनाज के निर्यात का विस्तार करने के परिणाम सामने आने लगे हैं। 2020-21 में मुख्य रूप से चावल (बासमती और गैर-बासमती), गेहूं और अन्य अनाजों के निर्यात में भारी बढ़ोत्तरी का कारण निर्यात को बढ़ावा देने में विभिन्न हितधारकों-किसानों, मिल मालिकों, निर्यातकों और सरकारी एजेंसियों के बीच अच्छा आपसी तालमेल और सहयोग है।
एपीईडीईए (एपीडा) हितधारकों के सहयोग से अनाज उत्पादों के लिए बाजार तक पहुंच, उत्पादों की गुणवत्ता बनाए रखने और फाइटोसैनिटरी उपायों को सुनिश्चित करके नए अवसरों की खोज कर रहा है।
चावल (बासमती के साथ-साथ गैर-बासमती) निर्यात के मामले में भारत ने जब पहली बार नौ देशों-तिमोर-लेस्ते, प्यूर्टो रिको, ब्राजील, पापुआ न्यू गिनी, जिम्बाब्वे, बुरुंडी, इस्वातिनी, म्यांमार और निकारागुआ को पहली बार गैर-बासमती चावल भेजा था तब निर्यात किए गए माल की मात्रा कम रही थी I इन नौ देशों को चावल के निर्यात की कुल मात्रा 2018-19 और 2019-20 में क्रमशः केवल 188 मीट्रिक टन और 197 मीट्रिक टन थी, हालांकि 2020-21 में निर्यात की मात्रा बढ़कर 1.53 लाख टन तक पहुँच गयी है I
तालिका -1, नए स्थानों को भारत से चावल का निर्यात
देश
|
2018-19
|
2019-20
|
2020-21
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
लाख रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
लाख रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
लाख रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
तिमोर-लेस्टे
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
52225.0
|
13187.2
|
18.0
|
प्यूर्टो-रिको
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
25.0
|
6.0
|
0.0
|
32278.0
|
8822.1
|
12.0
|
ब्राजील
|
15.0
|
10.1
|
0.0
|
4.0
|
3.2
|
0.0
|
39875.0
|
8279.2
|
11.2
|
पापुआ न्यू गिनी
|
2.0
|
4.5
|
0.0
|
4.0
|
3.6
|
o.o
|
21922.0
|
5276.6
|
7.8
|
जिम्बाब्वे
|
145.0
|
67.7
|
0.1
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
3785.0
|
1103.6
|
1.5
|
बुरुंडी
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
1788.0
|
470.0
|
2.5
|
इस्ताविटिनी
|
26.0
|
8.9
|
0.0
|
383.0
|
94.5
|
0.1
|
1214.0
|
332.7
|
0.5
|
म्यांमार
|
0.0
|
0.2
|
0.0
|
90.0
|
57.4
|
0.1
|
299.0
|
190.3
|
0.3
|
निकारागुआ
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
100.0
|
32.3
|
0.1
|
400.0
|
122.0
|
0.2
|
कुल योग
|
188.0
|
91.4
|
0.1
|
606.0
|
197.5
|
0.3
|
153786.0
|
38233.5
|
52.0
|
स्रोत: डीजीसीआईएस
गेहूं के मामले में, भारत ने 2020-21 के दौरान सात नए देशों-यमन, इंडोनेशिया, भूटान, फिलीपींस, ईरान, कंबोडिया और म्यांमार को पर्याप्त मात्रा में अनाज का निर्यात किया। पिछले वित्तीय वर्षों में, इन देशों को बहुत कम मात्रा में गेहूं का निर्यात किया गया था। 2018-19 में इन सात देशों को गेहूं का निर्यात नहीं हुआ और 2019-20 में केवल 4 मीट्रिक टन अनाज का निर्यात किया गया। इन देशों को गेहूं के निर्यात की मात्रा 2020-21 में बढ़कर 1.48 लाख टन हो गई।
तालिका -2, नए देशों /स्थानों को भारत से गेहूँ का निर्यात
देश
|
2018-19
|
2019-20
|
2020-21
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
लाख रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
लाख रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
लाख रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
यमन गणराज्य
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
86000
|
17506.33
|
24.05
|
इंडोनेशिया
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
4
|
2.15
|
0.0
|
56051
|
11131.88
|
15.29
|
भूटान
|
0
|
0
|
0
|
0
|
0.7
|
0.0
|
2796
|
597.46
|
0.8
|
फिलीपींस
|
2.0
|
4.5
|
0.0
|
4.0
|
3.6
|
o.o
|
2135
|
408.01
|
0.55
|
ईरान
|
0
|
0
|
0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
960
|
201.84
|
0.28
|
कम्बोडिया
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
483
|
96.22
|
0.13
|
म्यांमार
|
0
|
0
|
0
|
0
|
|
0
|
244
|
50.79
|
0.07
|
कुल योग
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
4.0
|
2.2
|
0.0
|
148669.0
|
29992.5
|
41.2
|
स्रोत: डीजीसीआईएस
चावल और गेहूं को छोड़कर अन्य अनाज के निर्यात के मामले में, भारत ने 2020-21 में नए गंतव्यों या देशों - सूडान, पोलैंड, बोलीविया, कोलंबिया, कांगो डी. गणराज्य और घाना में पर्याप्त मात्रा में अनाज भेजा I भारत ने 2018-19 में इन छह देशों को चावल और गेहूं के अलावा अन्य अनाज का निर्यात नहीं किया। 2019-20 में चावल और गेहूं के अलावा केवल 102 मीट्रिक टन अनाज का निर्यात किया गया था जो 2020-21 में बढ़कर 521 मीट्रिक टन हो गया।
तालिका 3: नए गंतव्यों/देशों को अनाज (चावल और गेहूं के अलावा) का निर्यात
देश
|
2018-19
|
2019-20
|
2020-21
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
लाख रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
लाख रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
लाख रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
सूडान
|
0.0
|
0.01
|
0.0
|
50
|
34.36
|
0..05
|
169
|
230.63
|
0.31
|
पोलैंड
|
0.0
|
0.0
|
0.0
|
14
|
12.04
|
0.02
|
122
|
94.92
|
0.13
|
बोलीविया
|
0
|
0
|
0
|
11
|
9.73
|
0.01
|
85
|
80.49
|
0.11
|
कोलंबिया
|
0
|
0
|
0
|
24
|
21.88
|
o.o3
|
46
|
33.18
|
0.04
|
कांगो डी गणराज्य
|
0
|
0.26
|
0
|
0.0
|
0.36
|
0.0
|
31
|
23.73
|
0.03
|
घाना
|
0.0
|
0.69
|
0.0
|
3
|
15.43
|
0.02
|
68
|
21.37
|
0.03
|
कुल योग
|
0.o
|
1.0
|
0.0योंग
|
102.0
|
93.8
|
0.1
|
521.0
|
484.3
|
0.7
|
|
|
स्रोत: डीजीसीआईएस
भारत के अनाज के कुल निर्यात में 2020-21 में गैर-बासमती चावल के निर्यात में 136.04% की वृद्धि के साथ 4794.54 मिलियन अमरीकी डालर की तेज वृद्धि देखी गई है; गेहूं 774.17% बढ़कर 549.16 मिलियन अमरीकी डॉलर; और अन्य अनाज (बाजरा, मक्का और अन्य मोटे अनाज) 238.28% बढ़कर 694.14 मिलियन अमरीकी डालर हो गए।
तालिका 4: भारत का अनाज का कुल निर्यात (2018-19 – 2020-21)
देश
|
2018-19
|
2019-20
|
2020-21
|
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
करोड़ रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
मात्रा मीट्रिक टन
|
करोड़ रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
मात्रा लाखlमीट्रिक टन
|
करोड़रूपये
|
अमरीकी डॉलर मिल
|
|
चावल*
|
11.94
|
53,708
|
7769
|
9.51
|
45,426
|
45,426
|
6351
|
17.71
|
65.297
|
8815
|
गेहूँ
|
0.18
|
0369
|
60
|
0.21
|
444
|
63
|
2.08
|
4034
|
549
|
|
अन्य अनाज
|
1.22
|
2354
|
79
|
0.05
|
1455
|
2.04
|
3.02
|
5117
|
694
|
|
स्रोत: डीजीसीआईएस, * में बासमती के साथ-साथ गैर-बासमती चावल का निर्यात शामिल है।
चावल के निर्यात में भारी बढ़ोत्तरी विशेष रूप से एक ऐसे चरण के दौरान जहां वैश्विक स्तर पर कोविड19 महामारी ने कई वस्तुओं की आपूर्ति में बदलाव को बाधित कर दिया है, सरकार को सभी कोविड19 संबंधित सुरक्षा सावधानी बरतते हुए चावल और अन्य अनाज के निर्यात को सुनिश्चित करने के लिए त्वरित उपाय करने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। एपीडा के अध्यक्ष डॉ. मधयान अंगमुथु ने कहा, "हमने कोविड19 द्वारा उत्पन्न परिचालन और स्वास्थ्य चुनौतियों के कारण सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के मामले में कई उपाय किए और यह सुनिश्चित किया कि कृषि उत्पादों का निर्यात निर्बाध रूप से जारी रहे।"
एपीडा मूल्य श्रृंखला में विभिन्न हितधारकों के साथ सहयोग के माध्यम से चावल के निर्यात को बढ़ावा देता रहा है। सरकार ने एपीडा के तत्वावधान में चावल निर्यात संवर्धन फोरम (आरईपीएफ) की स्थापना की थी। आरईपीएफ में चावल उद्योग, निर्यातकों, एपीडा के अधिकारियों, वाणिज्य मंत्रालय और पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़ और ओडिशा सहित प्रमुख चावल उत्पादक राज्यों के कृषि निदेशकों का प्रतिनिधित्व है।
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