विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय

कटक स्थित एमएसएमई डीआई ने सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा विकसित ऑक्सीजन संवर्धन इकाई विषय पर वेबिनार आयोजित किया

Posted On: 30 APR 2021 6:08PM by PIB Delhi

सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा विकसित ऑक्सीजन संवर्धन इकाई के बारे में एमएसएमई और अन्य उद्यमियों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही वेबिनार श्रंखला के अंतर्गत कटक स्थित एमएसएमई, डीआई ने ऑक्सीजन संकट के इस दौर में शुक्रवार 30 अप्रैल 2021 को एक वेबिनार का आयोजन किया। सीएसआईआर-सीएमईआरआई के निदेशक प्रो. (डॉ.) हरीश हिरानी ने वेबिनार में मुख्य भाषण दिया। इस वेबिनार में एमएसएमई, कटक के निदेशक श्री पवन गुप्ता और सहायक निदेशक श्री एस. के. साहू के अलावा ओडिशा क्षेत्र के एमएसएमई प्रतिनिधियों, उद्यमियों और स्टार्ट-अप्स ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

 

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सीएसआईआर-सीएमईआरआई के निदेशक प्रो. हरीश हिरानी ने एमएसएमई के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि कोविड-19 के खिलाफ जारी जंग में देश का एमएसएमई क्षेत्र एक निर्णायक भूमिका निभाएगा। कोविड संक्रमण फेफड़ों को काफी हद तक नुकसान पहुँचा सकता है, और इस नुकसान की भरपाई ऑक्सीजन थेरेपी से की जा सकती है। ऑक्सीजन संकट से पूरी तरह निपटने और इसे नियंत्रित करने के लिए सीएसआईआर-सीएमईआरआई ने एक ऑक्सीजन संवर्धन इकाई (ओईयू) विकसित की है, जो ऑक्सीजन संकट की दिशा में एक मज़बूत समाधान प्रदान कर सकती है। साथ ही, कोविड से पैदा हुए हालात के सामान्य होने के बाद भी ऑक्सीजन संवर्धन इकाई बीमार से जुझ रहे बुज़ुर्ग लोगों की सहायता करने के साथ-साथ ऑक्सीजन के चिकित्सकीय उपयोग की दिशा में भी एक गेम-चेंजर हो सकती है, क्योंकि ये शरीर से विषैले तत्वों (डी-टॉक्सीफिकेशन)को बाहर निकालने में मदद करती है। भविष्य में ओईयू एक ज़रूरी उपकरण बन सकता है, इसलिए इसकी लागत को नियंत्रित करने और स्वदेशी स्तर पर इसके निर्माण को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। सीएसआईआर-सीएमईआरआई ओईयू को एक सरल वास्तुकला और डिजाइन के साथ विकसित किया गया है,जिसे आसानी से उपलब्ध कच्चे माल से तैयार किया गया है। अगर एमएसएमई इसका रचनात्मक तरीके से उपयोग करे, तो बेहतर रणनीति के साथ कमरे के बाहर रखा गया एक सिंगल एयर कंप्रेशर एक बार में 5-6 मरीज़ों को ऑक्सीजन देने में मदद कर सकता है। इस तकनीक को अपनी विशिष्ट परिस्थिति और ज़रूरत के हिसाब से इस्तेमाल किया जा सकता है।

सीएसआईआर-सीएमईआरआई तकनीकी प्रशिक्षण और कच्चे माल के रूप में एमएसएमई भागीदारों को सभी प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के बाद रखरखाव और समस्या निवारण के लिए वर्चुअल बैठक का इंतज़ाम भी किया जाएगा। यदि संबंधित एमएसएमई आवेदन करती है तो, कोविड की विपरीत परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए 6 प्रतिशतकी रॉयल्टी को पूरा माफ किया जा सकता है।

कटक स्थित एमएसएमई, डीआई के निदेशक श्री गुप्ता आशा व्यक्त करते हुए कहा कि सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा विकसित ऑक्सीजन संवर्धन इकाई से देश की ऑक्सीजन निर्भरता में निश्चित रूप से कमी आएगी।उन्होंने सभी एमएसएमई और उद्यमियों से आह्वान किया कि वे संस्थान द्वारा विकसित किए गए इस उपकरण की तकनीक का फायदा उठाएँ। उन्होंने सीएसआईआर-एएमईआरआई से आग्रह किया कि संस्थान द्वारा विकसित ज़्यादा से ज़्यादा प्रौद्योगिकी को उनके साथ साझा करें ताकि इन प्रौद्योगिकी का प्रचार-प्रसार उद्यमियों तक किया जा सके। ये रोज़गार सृज़न में मदद करने के साथ-साथ आयात का विकल्प भी बन सकता है, और इससे भी ज़्यादा इसका इस्तेमाल लोगों की भलाई के लिए किया जा सकता है।

कटक स्थित एमएसएमई, डीआई के सहायक निदेशक श्री एस. के. साहू वेबिनार में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए ऐसे लघु उपकरण को विकसित करने के लिए सीएसआईआर-सीएमईआरआई के प्रयासों की सराहना की। यह उपकरण वर्तमान समय में हर घर की ज़रूरत है। उन्होंने आश्वासन दिया कि एमएसएमई, कटक उद्यमियों के लिए उपलब्ध भारत सरकार की तमाम योजनाओं के माध्यम से एमएसएमई और उद्यमियों को हर संभव सहायता प्रदान करेगा।

वेबिनार में भाग लेने वाले सभी एमएसएमई और उद्यमियों के मन सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा विकसित ओईयू उपकरण के प्रति काफी रुचि थी। सभी प्रतिभागी प्रौद्योगिकी की विस्तृत जानकारी, इसकी लागत से जुड़े पहलु, उत्पादन शुरू करने के लिए आवश्यकपूंजी और वित्त, प्रौद्योगिकी के परीक्षण के लिए वैधानिक पात्रता, तुरंत निर्माण कैसे शुरू किया जाए, बड़े व्यवसायों के साथ इसकी संभावित प्रतिस्पर्धा आदि के बारे में जानने के लिए काफी उत्सुक थे। सीएसआईआर-सीएमईआरआई के निदेशक और कटक स्थित एमएसएमई डीआई के निदेशक ने इन सवालों के जवाब दिए और उद्यमियों को उनके प्रयासों में सहायता देने का आश्वासन दिया।

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