PIB Headquarters

कोविड-19 पर पीआईबी का बुलेटिन

Posted On: 19 APR 2021 7:39PM by PIB Delhi

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002SI5N.pnghttps://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0012JIC.jpg

कोविड-19 पर पीआईबी का बुलेटिन

  • विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के अंतर्गत देश में दी जा चुकीं कोविड-19 वैक्सीन खुराकों की कुल संख्या आज 12.38 करोड़ को पार कर गयीं। 
  • बीते 24 घंटे में वैक्सीन की 12 लाख से ज्यादा खुराकें दी गयीं।
  • बीते 24 घंटे में 2,73,810 नये मामले दर्ज हुए। देश की मृत्युदर गिरावट के साथ 1.19 प्रतिशत पर आ गयी।
  • पिछले 24 घंटों में दस राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में किसी की कोविड-19 से मृत्यु की सूचना नहीं है। ये हैं लद्दाख (यूटी), दमन एवं दीव और दादर एवं नागर हवेली, त्रिपुरा, सिक्किम, मिजोरम, मणिपुर, लक्षद्वीप, नागालैंड, अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह और अरुणांचल प्रदेश।
  • प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (पीएमजीकेपी) के तहत अब इंश्योरेंस कंपनियां 24 अप्रैल, 2021 तक कोविड वारियर्स द्वारा किए गए क्लेम का निपटारा करेंगी। उसके बाद कोविड वारियर्स के लिए नई बीमा पॉलिसी प्रभावी होगी।

 

 

#Unite2FightCorona

#IndiaFightsCorona

 

पत्र सूचना कार्यालय

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय

भारत सरकार

Image

 

भारत का समग्र टीकाकरण कवरेज 12.38 करोड़ से अधिक हुआ

विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के अंतर्गत देश में दी जा चुकीं कोविड-19 वैक्सीन खुराकों की कुल संख्या आज 12.38 करोड़ को पार कर गयीं। बीते 24 घंटे में वैक्सीन की 12 लाख से ज्यादा खुराकें दी गयीं। टीकाकरण अभियान (18 अप्रैल, 2021) के 93वें दिन, वैक्सीन की कुल 12,30,007 खुराक दी गईं। 21,905 सत्रों में 9,40,725 लाभार्थियों को पहली खुराक के लिए टीका लगाया गया था और 2,89,282 लाभार्थियों को दूसरी खुराक के लिए टीका लगाया गया।

  • नये मामलों में 79% मामले 10 राज्यों में दर्ज किये गये हैं।
  • भारत के नए मामलों में प्रतिदिन वृद्धि दर्ज की जा रही है, पिछले 24 घंटों में 2,73,810 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
  • महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक,केरल,छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश,तमिलनाडु, गुजरात और राजस्थान सहित दस राज्यों में नए मामलों का 78.58 प्रतिशत दर्ज किया गया है।
  • देश की मृत्यु दर और गिरकर 1.19 प्रतिशत हुई।
  • भारत में कुल सक्रिय मामलो की संख्या 19,29,329 तक पहुंच गयी है। यह अब देश के कुल पुष्टि वाले मामलों का 12.81 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में कुल सक्रिय मामलों में 1,28,013 मामले दर्ज किए गए हैं।
  • पिछले 24 घंटों में दस राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में किसी की कोविड 19 से मृत्यु की सूचना नहीं है। ये हैं लद्दाख (यूटी), दमन एवं दीव और दादर एवं नागर हवेली, त्रिपुरा, सिक्किम, मिजोरम, मणिपुर, लक्षद्वीप, नागालैंड, अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह और अरुणांचल प्रदेश।
  • प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (पीएमजीकेपी) के तहत अब इंश्योरेंस कंपनियां 24 अप्रैल 2021 तक कोविड वारियर्स द्वारा किए गए क्लेम का निपटारा करेंगी। उसके बाद कोविड वारियर्स के लिए नई बीमा पॉलिसी प्रभावी होगी।

 

जानकारी के लिए : https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1712645

 

भारत सरकार ने 1 मई से शुरू हो रहे कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे चरण के लिए सुगम और प्रभावी रणनीति की घोषणा की

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय

18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग 1 मई, 2021 से कोविड-19 टीकाकरण के लिए पात्र होंगे

तीसरे चरण में राष्ट्रीय टीकाकरण रणनीति का उद्देश्य वैक्सीन की कीमत को लचीला बनाना और वैक्सीन कवरेज को बढ़ाना है। सरकार का यह कदम वैक्सीन उत्पादन और उपलब्धता को बढ़ाने के साथ-साथ वैक्सीन निर्माताओं को अपने उत्पादन में तेजी लाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। साथ ही घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए वैक्सीन निर्माताओं को आकर्षित भी करेगा। तीसरा चरण सभी हितधारकों को स्थानीय ज़रूरतों के हिसाब से काम करने की अनुमति देकर वैक्सीन की कीमत निर्धारण, खरीद, पात्रता और टीकाकरण को उदार और लचीला बनाएगा।

राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के तीसरे चरण की लचीली और तीव्र रणनीति के मुख्य तत्व निम्नलिखित है, जो 1 मई, 2021 से प्रभावी होंगेः-

  1. वैक्सीन निर्माता अपनी मासिक सेंट्रल ड्रग लैबोरेट्री (सीडीएल) से जारी होने वाली खुराक की 50% आपूर्ति भारत सरकार को करेंगे, और शेष 50% खुराक की आपूर्ति राज्य सरकारों और प्रतियोगी बाज़ारों में करने के लिए स्वतंत्र होंगे।
  2. वैक्सीन निर्माताओं को राज्य सरकारों और प्रतियोगी बाज़ारों में भेजी जाने वाली 50% आपूर्ति की कीमतों की अग्रिम घोषणा 1 मई, 2021 से पहले से पारदर्शी तरीके से करनी होगी। इन कीमतों के आधार पर राज्य सरकारें, निजी अस्पताल, औद्योगिकी इकाइयां आदि वैक्सीन निर्माताओं से वैक्सीन की की खुराक खरीदने में सक्षम होंगे। निजी अस्पतालों को कोविड-19 वैक्सीन की खुराक केन्द्र सरकार के लिए आरक्षित 50% की आपूर्ति के चैनल से अलग खरीदनी होगी। निजी टीकाकरण प्रदाता पारदर्शी तरीके से अपने यहां टीकाकरण की कीमत की घोषणा करेंगे। निजी टीकाकरण केन्द्रों पर 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी वयस्क टीका लगवाने के लिए पात्र होंगे।
  3. भारत सरकार का टीकाकरण अभियान पहले की तरह ही लगातार जारी रहेगा। स्वास्थ्य कर्मचारियों (एचसीडब्ल्यू), फ्रंट लाइन कर्मचारियों (एफएलडब्ल्यू) और 45 वर्ष से अधिक आयु की पूर्व निर्धारित श्रेणी के उच्च प्राथमिकता वाले पात्र लोगों के लिए निःशुल्क रहेगा टीकाकरण।
  4. संपूर्ण टीकाकरण (भारत सरकार या सरकार के अलावा किसी अन्य माध्यम से) भारत सरकार के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा होगा, और सरकार द्वारा निर्धारित सभी प्रोटोकॉल्स जैसे को-विन प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण, एईएफआई सूचना तंत्र से लिंक करना, और अन्य निर्धारित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। प्रत्येक टीकाकरण केन्द्र पर वैक्सीन के स्टॉक और कीमत की सूचना रियल-टाइल आधार पर देना अनिवार्य होगा।
  5. वैक्सीन की 50% आपूर्ति भारत सरकार और 50% फीसदी आपूर्ति अन्य माध्यमों के लिए रहेगी। वैक्सीन की आपूर्ति का ये विभाजन देशभर के सभी वैक्सीन निर्माताओं पर लागू होगा। हालाँकि भारत सरकार रेडी-टू-यूज़ आयात की गई वैक्सीन को भारत सरकार के अलावा अन्य माध्यमों द्वारा पूरी तरह से इस्तेमाल करने की अनुमति प्रदान करेगी।
  6. भारत सरकार अपने हिस्से की वैक्सीन को संक्रमण की स्थिति (कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या) और प्रदर्शन (टीकाकरण की गति) के मापदंड के आधार पर राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों को आवंटित करेगी। इस मापदंड में वैक्सीन के अपव्यय पर भी विचार किया जाएगा और वैक्सीन का अपव्यय आवंटन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा। उपर्युक्त मापदंड के आधार पर राज्य-वार कोटा निर्धारित किया जाएगा और राज्यों को इसकी अग्रिम जानकारी दी जाएगी।
  7. वर्तमान उच्च प्राथमिकता समूह जैसे एचसीडब्ल्यू, एफएलडब्ल्यू और 45 वर्ष से अधिक आयु के जिन लाभार्थियों की दूसरी खुराक बकाया है, उन्हें टीकाकरण कार्यक्रम में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए एक विशेष और केन्द्रित रणनीति बनाकर सभी हितधारकों को इस बारे में जानकारी दी जाएगी।
  8. यह नीति 1 मई, 2021 से प्रभावी होगी और समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाएगी।

जानकारी के लिए : https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1712829

 

प्रधानमंत्री ने कोविड -19 से निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों के बारे में देश के जानेमाने डॉक्टरों के साथ समीक्षा की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 मुद्दे और टीकाकरण की प्रगति के बारे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के डॉक्टरों के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोनोवायरस महामारी के दौरान देश के प्रति उनकी अमूल्य सेवा के लिए डॉक्टरों, चिकित्साकर्मियों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की सराहना की

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, पिछले साल, इसी दौरान, हमारे डॉक्टरों की कड़ी मेहनत और देश की रणनीति के कारण हम कोरोनवायरस वायरस की लहर को नियंत्रित करने में सक्षम रहे। अब जब देश कोरोनोवायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहा है, सभी डॉक्टर, हमारे सीमावर्ती कार्यकर्ता पूरी ताकत के साथ महामारी का सामना कर रहे हैं, और लाखों लोगों का जीवन बचा रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हाल ही में केन्द्र सरकार ने आवश्यक दवाओं की आपूर्ति, इंजेक्शन और ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता से संबंधित अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। राज्य सरकारों को इस बारे में आवश्यक निर्देश दिए गये हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक रोगियों को टीका लगाने के लिए प्रोत्साहित करें।

प्रधानमंत्री ने डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे कोविड के उपचार और रोकथाम को लेकर उड़ रही अफवाहों के खिलाफ लोगों को शिक्षित करें। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इस कठिन समय में यह बहुत महत्वपूर्ण है कि लोग दहशत का शिकार न बनें। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसके लिए उचित इलाज के साथ साथ अस्पतालों में भर्ती मरीजों की उचित काउंसलिंग भी होनी चाहिए। उन्होने कहा कि आपात स्थिति नहीं होने की स्थिति में डॉक्टरों को अन्य बीमारियों के इलाज के लिए टेलीमेडिसन का इस्तेमाल करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार महामारी टीयर 2 और टीयर 3 शहरों में भी तेजी से फैल रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे स्थानों में संसाधनों के उन्नयन के प्रयासों में तेजी लाने का आह्वान किया। उन्होंने डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे टीयर 2 और टियर 3 शहरों में काम करने वाले अपने सहयोगियों के साथ जुड़कर उन्‍हें ऑनलाइन परामर्श दें ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि सभी प्रोटोकॉल का सही तरीके से पालन किया जा रहा है।

For details: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1712725

 

प्रधानमंत्री ने वाराणसी में कोविड-19 पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बातचीत की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज जनपद वाराणसी में कोविड-19 की स्थिति पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना से बचाव तथा कोरोना संक्रमित मरीजों के समुचित उपचार हेतु टेस्टिंग, बेड, दवाइयाँ, वैक्सिीन, तथा मैन पावर आदि की जानकारी ली गई। उन्होंने जनता को हर संभव सहायता त्वरित रूप से उपलब्ध कराने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया|

चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि ‘‘दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी‘‘ का पालन सभी लोगों द्वारा किया जाये। प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन अभियान के महत्त्व पर बल देते हुए कहा की प्रशासन 45 साल से ज्यादा की उम्र के सभी लोगों को इस हेतु जागरूक करें| उन्होंने प्रशासन को भी पूरी संवेदनशीलता से वाराणसी के लोगों की संभव सहायता करने के लिए कहा|

प्रधानमंत्री ने देश के सभी डॉक्टरों, सभी मेडिकल स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा की इस संकट की घडी में भी वह अपने कर्त्तव्य का निष्ठापूर्ण पालन कर रहे हैं| उन्होंने कहा कि हमें पिछले साल के अनुभवों से सीखते हुए सतर्क रहकर आगे बढ़ना है|

प्रधानमंत्री ने बताया कि वाराणसी के प्रतिनिधि के रूप में वह आम जनता से भी निरंतर फीडबैक ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि वाराणसी में पिछले 5-6 वर्षों में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और आधुनिकीकरण से कोरोना से लड़ने में सहायता मिली है| इसके साथ वाराणसी में बेड्स, आईसीयू और ऑक्सिजन की उपलब्धता को बढ़ाया जा रहा है। मरीजों की बढ़ी हुई संख्या से उत्पन्न दबाव को देखते हुए हर स्तर पर प्रयास बढाने की जरुरत पर भी प्रधनमंत्री ने विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह वाराणसी प्रशासन ने तेजी के साथ काशी कोविड रिस्पोन्स सेन्टरस्थापित किया है, वैसी ही तेजी हर कार्य में लायी जानी चाहिए।

प्रधानमंत्री ने ‘Test, Track और Treat’ पर जोर देते हुए कहा कि पहली लहर की तरह भी वायरस से जीतने के लिए यही रणनीति अपनानी होगी। उन्होंने संक्रमित व्यक्तियों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और जांच परिणामों को जल्द से जल्द उपलब्ध कराने पर भी बल दिया। उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों और उनके परिवार के प्रति भी सभी जिम्मेदारियों के संवेदनशील तरीके से निर्वहन का निर्देश दिया|

प्रधानमंत्री ने वाराणसी स्वयंसेवी संगठनों की प्रशंसा की करते हुए कहा उन्होंने जिस प्रकार सरकार के साथ कदम मिलकर कार्य किया है उसे और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने पुनः स्थिति को देखते हुए अधिकाधिक सतर्कता और सावधानी बरतने पर बल दिया

For details: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1712530

 

केंद्रीय गृह सचिव ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्यों के मुख्य सचिवों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासकों को पत्र लिखकर औद्योगिक उद्देश्यों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा

केंद्रीय गृह सचिव ने आज राज्यों के मुख्य सचिवों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासकों को पत्र लिखकर कहा है कि वे अपने राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में 9 उद्योगों (18 अप्रैल, 2021 को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव के पत्र में इसका जिक्र है) को छोड़कर बाकी औद्योगिक उद्देश्य के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाने के लिए संबंधित सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी करें। देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 मामलों में तेजी से वृद्धि और इसके परिणामस्वरूप मेडिकल ऑक्सीजन की बढ़ी मांग को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है खासतौर से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान आदि राज्य ज्यादा प्रभावित हैं।

 

केंद्रीय गृह सचिव का पत्र केंद्र सरकार द्वारा अधिकार प्राप्त समूह-II की सिफारिशों पर आज लिए गए निर्णय के तहत है, जिसमें निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं द्वारा औद्योगिक उद्देश्यों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति को (9 उद्योगों को छोड़कर) 22 अप्रैल, 2021 से अगले आदेश तक प्रतिबंधित करने की बात कही गई है ताकि देश में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति में वृद्धि हो सके और लोगों का जीवन बचाया जा सके।

जानकारी के लिए: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1712622

 

केंद्र सरकार ने अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कदम उठाए, औद्योगिक ऑक्सीजन 9 उद्योगों तक सीमित

देश भर के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड के रोजाना के नए मामलों में अप्रत्याशित उछाल आया है। कोविड प्रभावित रोगियों के उपचार में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत एक महत्वपूर्ण अंग है। देश में कोविड मामलों में आए हालिया उछाल के मद्देनजर, कोविड रोगियों के प्रभावी उपचार के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता में कई गुना बढ़ोतरी देखी गई है। उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने बताया है कि ऑक्सीजन की मांग पहले से मौजूद कुल दैनिक ऑक्सीजन उत्पादन के लगभग 60 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, और इसमें आगे और वृद्धि होने की उम्मीद है। कुछ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से मेडिकल ऑक्सीजन की कमी की भी खबरें आई हैं।

भारत सरकार नियमित रूप से निगरानी कर रही है और प्रभावित राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन सहित जरूरी चिकित्सा उपकरणों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है और समय-समय पर आने वाली बाधाओं को दूर कर रही है। केंद्र सरकार ने आज एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले में, निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं द्वारा औद्योगिक इस्तेमाल के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति पर 22.04.2021 से अगले आदेश तक के लिए पाबंदी लगा दी है। इस बारे में डीपीआईआईटी ने सभी हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया और पर्याप्त चर्चा के बाद, यह मेडिकल ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए ऑक्सीजन के औद्योगिक इस्तेमाल पर प्रतिबंध को उचित माना। इस अस्थायी प्रतिबंध से अधिशेष ऑक्सीजन उपलब्ध होने से इसे मेडिकल ऑक्सीजन के रूप में कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए जारी करने की सुविधा होगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी मुख्य सचिवों को इस आदेश के प्रभावी कार्यान्वयन और अनुपालन सुनिश्चित करने की सलाह दी है।

जानकारी के लिए : https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1712629

 

तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) और ऑक्सीजन सिलेंडर की ढुलाई के लिए रेलवे पूरी तरह हो रही है तैयार

रेलवे सभी मुख्य कॉरिडोर पर तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) और ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने के लिए पूरी तरह तैयार है। कोविड संक्रमण में कुछ स्वास्थ्य स्थितियों के उपचार में ऑक्सीजन की उपलब्धता एक मुख्य अंग है।

मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की राज्य सरकारों ने रेलवे द्वारा तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) टैंकर ले जाने की संभावनाएं तलाशने के लिए रेल मंत्रालय से संपर्क किया था।

रेलवे ने तत्काल तकनीकीस्तर पर एलएमओ की ढुलाई की संभावना का पता लगाया। एलएमओ फ्लैट वैगनों पर रोड टैंकरों के साथ रोल ऑन रोल ऑफ (रो रो) सेवा के माध्यम से पहुंचाए जाने हैं।

रोड ओवर ब्रिज्स (आरओबी) की ऊंचाई की सीमाओं और चुनिंदा स्थानों पर ओवर हेड इक्विपमेंट (ओएचई) के कारण विभिन्न विशेषताओं वाले रोड टैंकरों में से 3320 मिमी ऊंचाई वाले रोड टैंकर के मॉडल टी 1618 को 1290 मिमी ऊंचाई वाले फ्लैट वैगनों (डीबीकेएम) पर रखे जाने के लिए व्यवहार्य पाया गया था।

परिवहन के मानकों का परीक्षण सुनिश्चित करने के क्रम में विभिन्न स्थानों पर परीक्षण कराए गए थे।

अनुमानित रूप से 19 अप्रैल 2021 को 10 खाली टैंकर भेजने के लिए एक परिवहन योजना तैयार कर ली गई है।

महाराष्ट्र के परिवहन सचिव ने 19अप्रैल2021 तक टैंकर उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है।

राज्य सरकारों की मांगों के संबंध में रेलवे मंडलों को सूचना दे दी गई है।

जानकारी के लिए : https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1712568

 

पीआईबी के क्षेत्रीय कार्यालयों से प्राप्त जानकारी

महाराष्ट्र: महाराष्ट्र सरकार ने 5 राज्यों दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, गुजरात, गोवा और केरल को कोविड-19 महामारी के विषय में संवेदनशील स्रोत के रूप में परिभाषित किया है, और इन जगहों से राज्यों में आ रहे लोगों के लिए दिशानिर्देश जारी किये हैं।

इन राज्यों से आ रहे यात्रियों के लिए यात्रा के 48 घंटे के अंदर हुई आरटी पीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट जरूरी होगी और 15 दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा।

इसके अलावा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गये हैं कि इन राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए सभी स्टेशनों पर अलग निकासी मार्ग और विशेष रूप से थर्मल स्क्रीनिंग सुनिश्चित करें।

गुजरात:  जांच को तेज करने के लिए गुजरात सरकार ने राज्य में विश्वविद्यालयों सहित 26 बड़ी शैक्षणिक संस्थाओं की प्रयोगशालाओं को साथ जोड़ा है। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग नमूने एकत्रित करेगा और उन्हें रिपोर्ट देगा। राज्य में रविवार को कोरोना के 10,340 नए मामले, और 110 मृत्यु दर्ज की गयी हैं।

मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि निजी अस्पतालों की अहम भूमिका है और राज्य सरकारी परिसरों में अस्पताल खोलने की अनुमति देगा, अगर निजी एजेंसियां अस्पताल शुरू करने की इच्छुक हों।

उन्होने साथ ही ऐलान किया कि 37 जिलों में आक्सीजन संयत्र की शुरुआत की जाएगी, और ये काम 3 महीने की समयसीमा में पूरा होगा। एमपी में रविवार को 12,248 नए मामले दर्ज किए गए।

गोवा: रविवार को गोवा में कोविड से 11 मृत्यु, जो पिछले कई महीनों में सर्वाधिक हैं, और 951 नए संक्रमण, जो पिछले साल महामारी की शुरुआत के बाद से सबसे ऊंची संख्या है, दर्ज हुए। राज्य की सकारात्मक दर भी बढ़कर 29% हो गयी है।

केरल: यहां कोविड में बढ़त को देखते हुए, राज्य में और प्रतिबंध लगाये जाने हैं। रात्रि कर्फ्यू लगाने और घर से कार्य की सुविधा विचाराधीन है। राज्य पीएससी ने सभी परीक्षाएं और साक्षात्कार 30 अप्रैल तक स्थगित कर दिये हैं। केरल में रविवार को 18,257 नए मामले और 25 मृत्यु दर्ज हुईं, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 12.39 लाख और मृतकों की कुल संख्या 4,29 हो गयी। बीते दिन कुल मिलाकर 29,393 लोगों ने वैक्सीन की पहली खुराक, और 6,254 ने दूसरी खुराक ली। अब तक राज्य में 52,63,953 लोगों को पहली खुराक और 7,13,834 को दूसरी खुराक दी गयी है।      

 

तमिलनाडु: कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए तमिलनाडु सरकार ने 20 अप्रैल से प्रतिबंधों का ऐलान किया है, जिसमें रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक रात्रि कर्फ्यू और रविवार को पूर्ण तालाबंदी शामिल है। रविवार को तमिलनाडु में पहली बार नए कोविड-19 के मामले 10 हजार का स्तर पार हो गये। राज्य में 10,723 लोग संक्रमण से ग्रसित हुए, वहीं 42 की इसकी वजह से मौत हुई। दैनिक मामलों में रिकॉर्ड उछाल से राज्य की कुल संक्रमितों की संख्या 9,91,451 तक पहुंच गयी। चेन्नई ने 3,304 मामलों के साथ एक और नया उच्च स्तर दर्ज किया। 42 मृत्यु में से 16 शहर में हुईं। रविवार को टीका लेने वालों की संख्या गिरकर 25,670 रही, जिससे कुल कवरेज 47,31,143 पर पहुंच गया।

 

कर्नाटक: नये मामले दर्ज: 19067, कुल सक्रिय मामले: 133543, कोविड से मौत के ताजा मामले: 81, कुल कोविड मृत्यु: 1351। कुल 22,065 को कल टीका लगाया गया और राज्य में लगाये गये टीकों की कुल संख्या 69,87,874 है। राज्य सरकार ने अगले कुछ महीनों में कोविड से संबंधित कार्यों के लिए आपदा राहत कोष से बीबीएमपी को 300 करोड़ रुपये जारी करने का आदेश दिया है। महामारी की दूसरी लहर और बेड और दवाओं की कमी की खबरों के बीच कर्नाटक ने विशेष रूप से बैंग्लुरू में कोविड मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों को मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए रविवार को वॉर रूम स्थापित किया। कोविड 19 बेड मैनेजमेंट सिस्टम की जानकारी के मुताबिक तकनीकी राजधानी के 90 प्रतिशत आईसीयू बेड और वेंटिलेटर वाले बेड फिलहाल भरे हुए हैं।  

आंध्र प्रदेश:  राज्य में 6,582 नए मामले सामने आए हैं, जिससे कुल संख्या 9,62,037 पर पहुंच गयी। एक दिन में 22 मौत के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 7,410 हो गयी। सक्रिय मामले 4217 की बढ़त के साथ 44,686 पर पहुंच गये। राज्य प्रशासन ने 5 लाख स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों का टीकाकरण पूरा करने के लिए कमर कस ली है। इसी बीच राज्य को पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट से शनिवार को मिली कोविशील्ड की 5 लाख खुराकों के अलावा रविवार को कोविशील्ड की और 2 लाख खुराकों के साथ हैदराबाद के भारत बायोटेक से 1 लाख कोवैक्सीन की खुराकें मिली हैं।

 

तेलंगाना: टीकाकरण अभियान को जारी रखने के लिए रविवार की रात को हैदराबाद पहुंची वैक्सीन की 2.7 लाख खुराकों को तुरंत ही राज्य के विभिन्न टीकाकरण केंद्रों के लिए भेज दिया गया। कल (रविवार) राज्य में कोविड टीकाकरण अभियान के लिए अवकाश था। सभी राज्यों के सरकारी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत 162 प्रेशर स्विंग एड्सॉर्प्शन (पीएसए) संयत्र में से तेलंगाना को 2 संयंत्र आवंटित हुए हैं। राज्य में बढ़ते हुए कोविड मामलों से निपटने के लिए केंद्र ने तेलंगाना को 360 टन मेडिकल आक्सीजन भी जारी की है। राज्य में दैनिक नए मामलों की बात करें तो, कल कुल 4009 मामले दर्ज किये गये, जिससे राज्य में सकारात्मक मामलों की संख्या बढ़कर 3,55,433 हो गयी, और 14 मृत्यु के साथ मृतकों की कुल संख्या 1838 पर पहुंच गयी। राज्य में अब सक्रिय मामलों की संख्या 39,154 है।

 

असम: असम में जहां 300 से ज्यादा सक्रिय मामले हैं, के जिलों में बिहू कार्यक्रम और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध रहेगा। असम में नोवल कोरोनावायरस का अत्यंत संक्रामक यूके वेरीएन्ट स्ट्रेन महामारी की दूसरी लहर में ज्यादा प्रभाव दिखा रहा है, और ग्रामीण क्षेत्र जहां हुए सीरो सर्वे में वायरस का कम प्रभाव दिखा है, संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील साबित होंगे। असम ने रविवार को पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 की वजह से मृत्यु के 6 नए मामले और 639 नए सकारात्मक मामले दर्ज किये, जिससे कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5,268 हो गयी।

 

मणिपुर: मणिपुर में रविवार को 24 घंटे के दौरान किये गये 1195 परीक्षणों में 72 लोग संक्रामित बीमारी से संक्रमित पाये गये। राज्य में सकारात्मक मामलों में अचानक आये तेज उछाल के बीच कोविड 19 पर राज्य सलाहकार समिति जो पिछले साल कोविड-19 के खिलाफ रणनीति बनाने और उपायों को लागू करने के लिए गठित हुई थी, की साल की पहली बैठक मुख्यमंत्री कै आवास पर रविवार को हुई। सरकार के द्वारा मणिपुर में महामारी की दूसरी लहर से बचने के उपायों में तेजी लाने के साथ ही, आरटी-पीसीआर, ट्रूनेट और सीबी एनएएटी परीक्षणों के जरिए नकारात्मक परिणाम के बिना आने वालों की जांच और नमूनों का संग्रह आज से माओ चेकप्वाइंट पर शुरू हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की ताजा जानकारी के मुताबिक राज्य में टीका लगाने वालों की कुल संख्या 1,06,284 पर पहुंच चुकी है। 45 साल से ऊपर सभी लोगों को आरआईएमएस, जेएनआईएमएस, जिला अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी और चुने हुए निजी अस्पतालों के टीकाकरण केंद्रों पर तुरंत टीका लगाने को कहा गया है।

 

मेघालय: रविवार को मेघालय में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर 153 हो गयी, वहीं 73 और नये मामले दर्ज किए गये, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 680 हो गयी। 73 नये सकारात्मक मामलों में से ईस्ट खासी हिल्स में 36, रिभोई और वेस्ट जयंतिया हिल्स प्रत्येक में 12, वेस्ट गारो हिल्स में 5 और वेस्ट खासी हिल्स में 3, साउथ वेस्ट खासी हिल्स और ईस्ट जयंतिया हिल्स प्रत्येक में 2 और ईस्ट गारो हिल्स में 1 मामले मिले हैं। राज्य में रविवार को 41 संक्रमण से मुक्त हुए हैं, जिसमें से ईस्ट खासी हिल्स में 40 और ईस्ट जयंतिया हिल्स में 1 शामिल है। संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या 14,038 है।

 

सिक्किम: राज्य में रविवार को 105 नये मामले दर्ज किये गये। ये पांचवीं बार है जब दैनिक मामलों ने 100 का स्तर तोड़ा। राज्य में अब नोवल कोरोनावायरस के 399 सक्रिय मामले हैं। शनिवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में 4,586 लोगों को कोरोना का टीका लगा। इसमें से 3576 लोगों को पहली खुराक मिली और दूसरी खुराक के साथ 1,010 लोगों का टीकाकरण पूरा हो गया।

 

नागालैंड: नागालैंड ने रविवार को 19 नये कोविड मामले दर्ज किये। सक्रिय मामले 176 पर हैं और कुल संख्या बढ़कर 12,555 पर पहुंच गयी है। नागालैंड में अब तक 1,47,862 लाभार्थियों को टीका लगाया जा चुका है, इसमें से 32,470 को दूसरी खुराक मिल गयी है।

 

त्रिपुरा: बीते दिन 69 सकारात्मक दर्ज किये गये हैं। राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 430 हो गयी है। टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों और कोविड-19 की दूसरी लहर के उचित प्रबंधन पर मुख्य स्वास्थ्य सचिव ने उच्च स्तरीय बैठक की।

पंजाब: सकारात्मक पाए गये मरीजों की कुल संख्या 300038 है। सक्रिय मामलों की संख्या 34190 है। दर्ज हुईं कुल मौतें 7902 हैं। कोविड की पहली खुराक (हेल्थकेयर+फ्रंटलाइन कर्मचारी) पाने वालों की संख्या 500724 है। कोविड-19 की दूसरी खुराक (हेल्थकेयर+फ्रंटलाइन कर्मचारी) पाने वालों की कुल संख्या 148727 है। 45 साल से ऊपर टीके की पहली खुराक पाने वालों की संख्या 1705056 है। 45 साल के ऊपर टीके की दूसरी खुराक पाने वालों की संख्या 64569 है।

हरियाणा: अब तक सकारात्मक पाये गये नमूनों की संख्या 356971 है। कोविड-19 मरीजों के कुल सक्रिय मामले 42217 हैं। मृतकों की संख्या 3415 है। आज की तारीख तक टीका पाने वालों की कुल संख्या 3188319 है।

चंडीगढ़: प्रयोगशाला के द्वारा पुष्टि किये गये कुल कोविड-19 मामले 33934 हैं। कुल सक्रिय मामले 3625 हैं। आज की तारीख तक कोविड-19 से मृत्यु की कुल संख्या 413 है।

हिमाचल प्रदेश: आज की तारीख तक कोविड सकारात्मक पाये गये मरीजों की कुल संख्या 76375 है। सक्रिय मामलों की कुल संख्या 8696 है। आज तक दर्ज मृतकों की कुल संख्या 1177 है।

 

तथ्यों की जांच

 

A stamp of Fake on an image that claims "holding your breath for more than 10 seconds without any coughing / chest anxiety/ difficulty shows that there are is No Coronavirus infection."

 

A stamp of misleading on the headline of a news report which claims that India's 'double mutation' covid virus variant is worrying the world.

 

A stamp reading misleading on a news report by New Indian Express with a headline "Centre withdraws insurance cover for healthcare workers who succumbed in the line of Covid duty" A stamp with the word fake on a news report which claims that government is likely to announce a nationwide lockdown all across the country to curb the spread of COVID19.

 

*********

 

एमजी/एएम/एसएस/एनके



(Release ID: 1712903) Visitor Counter : 187