आयुष
पारंपरिक चिकित्सा पर ब्रिक्स विशेषज्ञों की बैठक
प्रविष्टि तिथि:
25 MAR 2021 9:00PM by PIB Delhi
भारत की ब्रिक्स 2021 की अध्यक्षता के अंतर्गत आयुष मंत्रालय, भारत सरकार ने पारंपरिक चिकित्सा पर ब्रिक्स विशेषज्ञों की वर्चुअल बैठक का आयोजन 25 मार्च 2021 को किया। बैठक में ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका के पारंपरिक चिकित्सा विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।

विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए आयुष मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव पी के पाठक, जो बैठक की अध्यक्षता भी कर रहे थे, ने भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली और कोविड-19 पर नियंत्रण करने के लिए आयुष मंत्रालय की पहल की जानकारी दी। आयुष मंत्रालय, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, केंद्रीय आयुर्वेद विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस), केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद (सीसीआरएच) के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने एसडीजी 3 (स्वस्थ जीवन की सुनिश्चितता और सभी को सभी उम वर्ग में भलाई के लिए प्रोत्साहन) हासिल करने के लिए पारंपरिक चिकित्सा को अंत:-ब्रिक्स सहयोग के आर्थिक और वित्तीय स्तंभ के अंतर्गत स्वास्थ्य के ब्रिक्स एजेंडे के हिस्से के रूप में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के साथ जोड़कर इसकी भूमिका और महत्व को रेखांकित किया ।
बैठक के दौरान ब्रिक्स सहयोग में मजबूती और बढ़ावा देने के लक्ष्य के साथ भारत की पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में ब्रिक्स 2021 की प्राथमिकताएं और पेशकश, जिसमें पारंपरिक चिकित्सा में ब्रिक्स सहयोग पर एक एमओयू और पारंपरिक चिकित्सा पर ब्रिक्स फोरम (बीएफटीएम) को पेश किया गया और उन पर चर्चा की गई। भारत के द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव का लक्ष्य पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में ब्रिक्स सदस्यों को उनकी राष्ट्रीय क्षमताओं को मजबूत बनाने और पारंपरिक चिकित्सा कार्य योजना को लागू करने में सहयोग करने की है जिसमें खास तौर पर पारंपरिक चिकित्सा के सुरक्षित और प्रभावी इस्तेमाल और इसके राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली के साथ उचित एकीकरण पर जोर दिया गया है। ब्रिक्स एमओयू और पारंपरिक चिकित्सा पर ब्रिक्स फोरम (बीएफटीएम) नीतियों, दृष्टिकोण, रणनीति, संस्थागत और नियामक तंत्र में ब्रिक्स सहयोग को प्रोत्साहन और एक दूसरे के साथ जानकारी बांटने के जरिए समग्र स्वास्थ्य सेवा के लिए पारंपरिक चिकित्सा पर ब्रिक्स सहयोग को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
ब्रिक्स विशेषज्ञों ने ब्रिक्स के अध्यक्ष के रूप में 2021 में भारत के द्वारा तय किए गए पारंपरिक चिकित्सा से जुड़े कार्यों और ठोस कार्ययोजना की सराहना की और अपना समर्थन दिया।

एमजी/एएम/एसएस/डीवी
(रिलीज़ आईडी: 1708004)
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