महिला एवं बाल विकास मंत्रालय

छठी भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (आईबीएसए)  महिला फोरम की बैठक समपन्न


मंत्रियों ने आपसी सहयोग के जरिये लैंगिक असमानता और महिला केंद्रित मुद्दों को संबोधित करते हुए अपनी प्रतिबद्धता जताई

Posted On: 16 MAR 2021 11:00PM by PIB Delhi

छठी भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (आईबीएसए) महिला फोरम की बैठक 16 मार्च, 2021 को आयोजित की गई। महिला और बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित, इस कार्यक्रम में आईबीएसए देशों के महिला मामलों के जवाबदेह मंत्रियों और अधिकारियों की भागीदारी इस फोरम में हुई।

भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (आईबीएसए) त्रिपक्षीय सहयोग मंच एक अनूठा मंच है जो तीन अलग-अलग महाद्वीपों से भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका, तीन बड़े लोकतंत्रों और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ लाने का काम करता है। सभी तीन देश बहुलवादी, बहु-सांस्कृतिक, बहु-जातीय, बहु-भाषी और बहु-धार्मिक राष्ट्र विकसित कर रहे हैं।

आईबीएसए अपने नागरिकों और अन्य विकासशील देशों के लोगों की भलाई के लिए सतत समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। आईबीएसए डायलॉग फोरम द्वारा रेखांकित प्रिंसिपल, नियम और मूल्य  में सहभागी लोकतंत्र, मानवाधिकारों का सम्मान, कानून का शासन और बहुपक्षवाद को मजबूत करना शामिल है। विशेषज्ञों और प्रशिक्षण के माध्यम से आईबीएसए पारंपरिक क्षेत्रों से परे दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए प्रयास करता है।

भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास सचिव द्वारा सत्र की शुरुआत, स्वागत और उद्घाटन भाषण दिया गया। सुश्री डामारेस एल्वेस, महिला, परिवार और मानवाधिकार मंत्री, ब्राजील गणराज्य और सुश्री माईट नोकाना- मशाबाने, दक्षिण अफ्रीका गणराज्य के विकलांग महिलाओं, युवाओं की मंत्री द्वारा संक्षिप्त परिचय के बाद छठी आईबीएसए महिला फोरम की अध्यक्ष  श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी, महिला और बाल विकास मंत्री, भारत सरकार द्वारा उद्घाटन भाषणा दिया गया। इस वैश्विक महामारी की दौर में, जिसने कई तरीकों से दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है, महिला और बाल विकास मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पहले से कहीं ज्यादा वर्ष 2020 में महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों में पहले से कहीं अधिक वृद्धि, सर्वव्यापकता और महत्व मिला है।

परामर्श के दौरान, महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए फोरम ने प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही लैंगिक समानता वाली अर्थव्यवस्था को लेकर उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला गया जिससे लिंग आधारित भेदभाव और महिलाओं के खिलाफ हिंसा को खत्म करने में मदद मिलेगी। इससे आने वाले समय में केवल एक-दूसरे के सिस्टम और कार्यक्रमों को समझने में मदद करेगा, बल्कि रणनीतिक रोडमैप बनाने और लैंगिक समानता के जरिये सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी मदद करेगा। फोरम ने सहयोगी देशों की विकास प्राथमिकताओं को उजागर करने के लिए विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर आवाज उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया और इस बात पर जोर दिया कि कैसे लैंगिक समानता मजबूत आर्थिक शक्ति बनने में मदद करेगा।

प्रतिभागी देशों ने कोविड-19 की चुनौतियों से निकलने के लिए टीके, मास्क, सैनिटाइज़र, पीपीई किट आदि दूसरे देशों को देने को लेकर भारत सरकार के प्रयासों की सराहना की।

इस मंच ने संरचनात्मक और संस्थागत बाधाओं को संबोधित करने के साथ-साथ लैंगिक समानता को मजबूत करने के लिए महिलाओं की स्थिति और स्थिति में सुधार सुनिश्चित करने के लिए अपनी दृष्टि को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है।

सम्मेलन के अंत में, जीवन के सभी क्षेत्रों में लैंगिक समानता प्राप्त करने के लिए आईबीएसए के लक्ष्यों और प्रतिबद्धताओं पर प्रकाश डालते हुए एक संयुक्त घोषणा पत्र भी जारी किया गया।

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