रेल मंत्रालय

पश्चिम बंगाल में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा आज राष्ट्र को समर्पित/ उद्घाटन की गई रेल परियोजनाओं का विवरण

Posted On: 22 FEB 2021 6:10PM by PIB Delhi

2021-2022 के केंद्रीय बजट में पश्चिम बंगाल के लिए 6636 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है जो 2009-2014 के औसत बजट आवंटन (4380 करोड़ रुपये प्रति वर्ष) से 52 प्रतिशत अधिक धनराशि है ।

आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने डनलप एस्टेट विलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए कई रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया ।

माननीय प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन की गई/समर्पित परियोजनाओं का विवरण निम्न है:

  • नवापाड़ा से दक्षिणेश्वर तक 4.1 किलोमीटर विस्तार और नोपाड़ा और दक्षिणेश्वर खंड में पहली मेट्रो सेवा को हरी झंडी:

नवापाड़ा से मेट्रो रेलवे के दक्षिणेश्वर तक बहुप्रतीक्षित रेल खंड के विस्तार का उद्घाटन किया गया और पहली सेवा को माननीय प्रधानमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । नवापाड़ा से दक्षिणेश्वर तक 4.1 किलोमीटर के विस्तार का निर्माण 464 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है, यह पूरी तरह भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित है ।

इस विस्तारित खंड से शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों के हजारों यात्रियों को तेज, आसान, ट्रैफिक सबंधी जाम से दूर प्रदूषण मुक्त यात्रा मुहैया होगी । हावड़ा, हुगली और उत्तर 24 परगना से आने वाले करीब 50,000 दैनिक यात्रियों को इस विस्तार से लाभ मिलेगा । पूर्व रेलवे की हावड़ा-बर्धमान मेन लाइन, कॉर्ड लाइन, हावड़ा कटवा लाइन और हावड़ा-तारकेश्वर ब्रांच लाइन के यात्री महज बैली ब्रिज पार करके मेट्रो सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे । भारतीय सांख्यिकी संस्थान के बड़नगर परिसर, रवींद्र भारती विश्वविद्यालय और कलकत्ता विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के छात्रों, प्रोफेसरों और विदेशी विद्वानों को भी इसका लाभ मिलेगा । इस विस्तारित खंड पर निर्मित बड़नगर और दक्षिणेश्वर स्टेशन पूर्व रेलवे के बड़नगर और दक्षिणेश्वर स्टेशनों और उत्तर 24 परगना ज़िले के प्रवेश द्वार बेलघोरिया एक्सप्रेसवे के निकट हैं ।

इस विस्तार से लाखों पर्यटक और श्रद्धालु मेट्रो द्वारा कालीघाट और दक्षिणेश्वर के दो विश्व प्रसिद्ध काली मंदिरों में आसानी से दर्शन कर सकेंगे । सड़क से ढाई घंटे की तुलना में मेट्रो द्वारा दक्षिणेश्वर से कविसुभाष (न्यू गरिया) तक आने-जाने में मात्र 62 मिनट का समय लगेगा ।

बड़नगर और दक्षिणेश्वर में दो नवनिर्मित स्टेशन आधुनिक यात्री सुविधाओं जैसे लिफ्ट, एस्केलेटर, शौचालय, बैठने की कुर्सियां और अग्निशमन सुविधाओं, भूकंप निगरानी और बिजली सुरक्षा प्रणाली आदि जैसी विभिन्न सुरक्षा व्यवस्थाओं से परिपूर्ण हैं । इन दोनों स्टेशनों को सौंदर्य की दृष्टि से चित्र, तस्वीरों, मूर्तियों द्वारा डिजाइन किया गया और सजाया गया है ।

  • दक्षिण पूर्व रेलवे के 132 किलोमीटर लंबी खड़गपुर-आदित्यपुर थर्ड लाइन प्रोजेक्ट के कलाईकुंडा और झारग्राम के बीच तीसरी लाइन:

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण पूर्व रेलवे के 132 किलोमीटर लंबे खड़गपुर- आदित्यपुर थर्ड लाइन प्रोजेक्ट के कलाईकुंडा और झारग्राम (30 किमी) के बीच तीसरी लाइन का भी उद्घाटन किया, जिसे 1312 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से मंजूरी दी गई । यह परियोजना पश्चिम बंगाल में 55 किलोमीटर और झारखंड में 77 किलोमीटर को कवर करती है । 2021-22 के बजट में इस परियोजना के लिए 225 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है ।

कलाईकुंडा और झारग्राम के बीच 5 बड़े पुल और 43 छोटे पुल हैं । कलाईकुंडा और झारग्राम के बीच चार स्टेशनों को मौजूदा बुनियादी ढांचे के नवीकरण के साथ 4 नए स्टेशन भवनों, 6 नए फुट ओवर ब्रिज और 11 नए प्लेटफार्मों का निर्माण कर पुनर्विकसित किया गया है ।

इस तीसरी लाइन के चालू होने से खड़गपुर-आदित्यपुर सेक्शन में आवागमन में सुधार होगा और हावड़ा-मुंबई ट्रंक रूट पर यात्री और मालगाड़ियों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित होगी ।

  • अजीमगंज से खगड़ाघाट रोड सेक्शन का दोहरीकरण (14.60 किमी):

प्रधानमंत्री ने 239.38 करोड़ रुपये की परियोजना लागत से अजीमगंज खगड़ाघाट रोड सेक्शन के दोहरीकरण का भी लोकार्पण किया, जो पूर्वी रेलवे के हावड़ा-बांदेल अजीमगंज सेक्शन का हिस्सा है । यह मार्ग उत्तर-पूर्वी राज्यों में यात्रियों के आने जाने और माल ढुलाई के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कोलकाता से न्यू जलपाईगुड़ी और गुवाहाटी के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में कार्य करता है और पश्चिम बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की सागरदिघी परियोजना, एनटीपीसी फरक्का के महत्वपूर्ण बिजली संयंत्रों तथा धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों को जोड़ता है ।

  • दानकुनी और बरूईपाड़ा के बीच चौथी लाइन (11.28 किलोमीटर) और रसूलपुर और मगरा के बीच तीसरी लाइन (42.42 किलोमीटर):

प्रधानमंत्री ने हावड़ा वर्धमान कॉर्ड लाइन के दानकुनी और दानकुनी और बरुईपाड़ा (11.28 किलोमीटर) के बीच चौथी लाइन भी समर्पित की । साथ ही हावड़ा वर्धमान मेन लाइन के रसूलपुर और मगरा (42.42 किलोमीटर) के बीच तीसरी लाइन का भी लोकार्पण किया, जो कोलकाता के प्रमुख प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करती है । यह दोनों परियोजनाएं अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजनाएं हैं और पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में अत्यधिक उपयोग किए गए नेटवर्क पर क्षमता में वृद्धि करेंगी ।

रसूलपुर से मगरा सेक्शन के बीच 759 करोड़ रुपए की लागत से तीसरी लाइन चालू होने से इस अत्यधिक आवागमन वाले सेक्शन पर ज्यादा पैसेंजर और मालगाड़ियां चलाने में मदद मिलेगी ।

हावड़ा नई दिल्ली राजधानी के अत्यधिक आवागमन वाले रूट पर दानकुनी और बरुईपाड़ा के बीच 195 करोड़ रुपये की परियोजना लागत से चौथी लाइन चालू होने से अधिक यात्रियों और मालगाड़ियों को चलाने में भी मदद मिलेगी ।

पूर्वी और दक्षिण पूर्व रेलवे की यह परियोजनाएं बेहतर परिचालन तरलता, यात्रा में लगने वाला कम समय, ट्रेनों के संचालन संबंधी सुरक्षा के साथ साथ क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास को सुनिश्चित करेंगी ।

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