कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय
डीजीटी-एमएसडीई ने युवा भारत की रोजगार क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से डिजिटल कौशल के लिए माइक्रोसॉफ्ट और नैसकॉम फाउंडेशन के साथ समझौता किया
प्रविष्टि तिथि:
24 DEC 2020 6:10PM by PIB Delhi
- अखिल भारतीय स्तर पर लगभग 3000 आईटीआई के करीब 1,20,000 छात्रों को भारतस्किल्स पोर्टल के माध्यम से इस डिजिटल ई-लर्निंग मॉड्यूल से लाभ मिलेगा
- भारतस्किल्स लर्निंग प्लेटफॉर्म के उपयोगकर्ताओं की संख्या मार्च 2020 में लगभग 90,000 थी जिनकी संख्या आज कई गुना बढ़कर 16.55 लाख से अधिक हो गई है
प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) ने आईटीआई के छात्रों को डिजिटल सामग्री प्रदान करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट और नैसकॉम फाउंडेशन के साथ हाथ मिलाया है और उन्हें नया हुनर सिखाने और अतिरिक्त कौशल प्रदान कर भविष्य में उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम तैयार किया है। देश भर के लगभग 3000 आईटीआई के करीब 1,20,000 छात्रों को भारतस्किल्स पोर्टल के माध्यम से इस डिजिटल ई-लर्निंग मॉड्यूल से लाभ मिल सकता है।
पिछले दो वर्षों में डीजीटी ने आईबीएम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एसएपी इंडिया, सिस्को सिस्टम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एसेंचर सॉल्यूशंस और क्वेस्ट एलायंस, एडोब, एसएससी-नैसकॉम जैसे अग्रिम पंक्ति के अनेक डिजिटल उद्योग के साथ सहयोग किया ताकि छात्रों को उद्योग में काम करने के लिए सक्षम बनाया जा सके। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) देश के युवाओं के लिए लगभग 15,000 प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) और 33 राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से दीर्घकालिक संस्थागत प्रशिक्षण को लागू करने के लिए जिम्मेदार है। व्यावसायिक प्रशिक्षण योजनाओं को अमल में लाने और 'स्किल इंडिया' के सपने को साकार करने में डीजीटी की अहम भूमिका है।
इस पहल पर टिप्पणी करते हुए केन्द्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडे ने कहा, “डीजीटी-माइक्रोसॉफ्ट साझेदारी के माध्यम से, हम शिक्षा में डिजिटलीकरण करके हजारों छात्रों पर इसका गहरा असर डालना चाहते हैं और उम्मीद करते हैं कि यह जल्द ही छात्रों और शिक्षकों तक पहुंचे। जैसा कि महामारी फास्ट ट्रैक डिजिटल परिवर्तन के लिए मजबूर कर रही है, अध्ययन की यह नई पहल युवा विद्यार्थियों को तकनीकी और बाजारोन्मुख कौशल के साथ सशक्त बनाएगी।"
डीजीटी ने अक्तूबर 2019 में एक केन्द्रीय कौशल भंडारग्रह, भारतस्किल्स (https://bharatskills.gov.in) नाम से एक ऑनलाइन अध्ययन प्लेटफ़ॉर्म की शुरूआत की, जहां आईटीआई इकोसिस्टम के प्रशिक्षुओं और प्रशिक्षकों को कक्षा के बाहर किसी भी समय, कहीं भी शिल्पकार प्रशिक्षण योजना (सीटीएस), प्रश्न बैंक, मॉक / प्रैक्टिस पेपर, लर्निंग वीडियो आदि सभी पाठ्यक्रमों में नवीनतम पाठ्यक्रम और अध्ययन सामग्री का उपयोग करने के लिए आसान पहुँच प्रदान की गई थी। यह प्लेटफ़ॉर्म छात्रों और शिक्षकों को अपने औद्योगिक भागीदारों के माध्यम से एक केन्द्रीकृत, मापनीय और उन्नतिशील सहायता इकोसिस्टम के लिए एक अद्वितीय पहुँच प्रदान करता है जो अब उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए नए आईआर 4.0 कौशल को सीख सकते हैं।
वर्तमान कोविड-19 महामारी परिदृश्य के दौरान इसका उल्लेख किया जाना चाहिए, भारतस्किल्स अध्ययन प्लेटफॉर्म के मार्च 2020 में लगभग 90,000 उपयोगकर्ता थे जो आज कई गुना बढ़कर 16.55 लाख से अधिक हो गए हैं।
इस अवसर पर माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अध्यक्ष अनंतमाहेश्वरी ने कहा, “उद्योग का उपयुक्त डिजिटल कौशल सीखने वाले विद्यार्थियों की अगली पीढ़ी को को सशक्त बनाना महत्वपूर्ण है क्योंकि हम आर्थिक लचीलेपन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ महीनों ने नये हुनर की आवश्यकता में तेजी आई है और यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि अध्ययन का भविष्य प्रौद्योगिकी द्वारा समर्थित होगा। डीजीटी और नैसकॉम फाउंडेशन के साथ हमारी साझेदारी आज के शिक्षार्थियों को कल की नौकरियों में उन्नति के लिए आवश्यक कौशल से संवारने पर बनी है। ”
डीजीटी के अथक प्रयासों का एक और प्रमाण है हाल ही में प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी), माइक्रोसॉफ्ट और नैसकॉम फाउंडेशन के बीच समझौता ज्ञापन जिसमें माइक्रोसॉफ्ट ने आईटीआई इकोसिस्टम में भारतस्किल्स प्लेटफॉर्म के जरिये ग्लोबल स्किलिंग इनीशिएटिव (जीएसआई) को जोड़कर माइक्रोसॉफ्टलर्न प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध विषय वस्तु तक 24 लाख से अधिक छात्रों को पहुंच देने की सुविधा प्रदान की है। इसके अलावा, यह नैसकॉम फाउंडेशन के माध्यम से एक लोकप्रिय कोर्स - 'कंप्यूटर ऑपरेटिंग एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट' (सीओपीए) की संपूर्ण सामग्री के डिजिटलीकरण का समर्थन कर रहा है और नए विकसित डिजीटल ब्लेंडेड कंटेंट और फ्यूचरिस्टिक स्किल पर एनएसटीआई और आईटीआई में प्रशिक्षकों / संकायों की क्षमता बनाने के लिए संकाय विकास कार्यक्रमों का संचालन भी कर रहा है।

स्व-शिक्षण डिजिटल शिक्षण और शिक्षकों के मार्गदर्शन के साथ मिश्रित विषय वस्तु तक 3000 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में सालाना अध्ययन कर रहे 1 लाख 20 हजार से अधिक छात्रों को पहुंच मिलने की संभावना है। इसलिए, एक ही बुनियादी सुविधा के भीतर छात्रों कक्षा के घंटों की संख्या कम होने के साथ ही छात्र-शिक्षक कार्य कम हो सकेगा जिससे सीओपीए पाठ्यक्रम में छात्रों की मौजूदा संख्या से दोगुने छात्रों को प्रशिक्षित करने की संभावना होगी। अध्ययन के इस मिश्रित तरीके से प्रशिक्षु छात्रों को समान मानकीकृत तरीके से बुनियादी डिजिटल कौशल सीखने में मदद मिलेगी और बाद में वे नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा सहित उन्नत स्तर की माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस टेक्नोलॉजी का अध्ययन कर सकेंगे।
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एमजी/एएम/केपी/डीए
(रिलीज़ आईडी: 1683578)
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