संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय

आईएमसी 2020, दूसरा दिन: ऑनलाइन कार्यक्रम में सतत, सुरक्षित और समावेशी तकनीक पर दिलचस्प सत्र आयोजित किए गए; 5-जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नई पीढ़ी के नए आविष्कारों, भविष्य के स्मार्ट उपकरणों आदि पर भी मंथनकिया गया

Posted On: 09 DEC 2020 8:27PM by PIB Delhi

इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2020 के दूसरे दिन की शुरुआत पूरे उत्साह के साथ हुई, जिसमें पहले दिन की सफलता की गूंज थी। पहले दिन का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। दूसरे दिन की शुरुआत टेल्को के सीईओ कॉन्क्लेव के साथ "सतत और स्थायी उपयोगिता प्राप्ति के लिए सही प्रौद्योगिकी को प्राथमिकता" विषय पर हुई।

दूसरे दिन यहां सात अन्य सत्र भी आयोजित किए गए जिनमें '5-जी उपयोग मामले और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी)- मोबाइल तकनीक वाली तेज तर्रार पीढ़ी के लिए नए आविष्कार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दस्तक- एआई नवोन्मेषकी अगली लहर; भारत के लिए कौशल- नए दौर में समावेशी और सतत करियर के लिए कौशल; स्मार्ट डिवाइसेस और भविष्य की जरूरतों के हिसाब से बदलते यंत्र- मीडियाटेक- 'हर किसी तक 5जी को पहुंचाना' के सहयोग से; सुरक्षा और डेटा गोपनीयता के नैतिक सिंद्धांत- विश्वास, परीक्षण और आश्वासन - एक बहु-आयामी दृष्टिकोण; 5 जी विनियम: लाइट टच रेगुलेशन *यूएसआईबीसी के साथ मिलकर- सही संतुलन की खोज; 5-जी ब्रॉडकास्टिंग- सतह से ऊंचाई तक: भारत के लिए एटीएससी 3.0 प्रौद्योगिकी के उपयोग के अवसर *सिंक्लेर के सहयोग से।

 

भारत के इस सबसे बड़े डिजिटल प्रौद्योगिकी कार्यक्रम और दक्षिण एशिया में इस सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय तकनीकी सम्मेलन के दूसरे दिन वैश्विक उद्योग के विषयों पर विचार-विमर्श के रूप में अधिक लोगों की भागीदारी देखी गई। यहां डिजिटल दुनिया में आ रहे बदलावों में सर्वोत्तम वैश्विक अभ्यासों, तेजी से बदलती प्रौद्योगिकियों, नियामक ढांचे की सख्त जरूरत, स्मार्ट यंत्रों के बीच एक स्मार्ट दुनिया, साइबर-सुरक्षा, पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ और समावेशी भविष्य तकनीक आदि विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। आईएमसी-2020 का व्यापक विषय है: समावेशी नवाचार: स्मार्ट, सुरक्षित और टिकाऊ'

इस दिन प्रमुख वक्ताओं में श्री अजीत पाई, अध्यक्ष, संघीय संचार आयोग और डॉ. पीडी वाघेला (आईएएस), अध्यक्ष, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण, श्री अजय प्रकाश साहनी (आईएएस), सचिव (इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी), भारत सरकार और माननीय श्री विक्टर फेडली, आर्थिक विकास, नौकरी सृजन और व्यापार मंत्री, ओंटारियो सरकार, प्रो. अभय करंदीकर, निदेशक, आईआईटी कानपुर; ब्रेंडन कार्र, आयुक्त, संघीय संचार आयोग, श्री शशि शेखर वेम्पति, सीईओ, प्रसार भारती, सुश्री मोनिका देसाई, निदेशक पब्लिक पॉलिसी, फेसबुक; श्री रोब वीसबोर्ड, अध्यक्ष- प्रसारण, सिंक्लेयर, श्री नुन्ज़ियो मिर्तिलो, वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मार्केट एरिया साउथ ईस्ट एशिया, ओशिनिया और भारत, एरिक्सन के प्रमुख; श्री ब्रूस मैक्लेलैंड, अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रिबन कम्युनिकेशंस और सुश्री मारजेट एंड्रीसी, अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेड हैट, शामिल थे।

एरिक्सन दक्षिण पूर्व एशिया, ओशिनिया और भारत के प्रमुख नुंजियो मिरटिल्लो ने कहा, “हम आश्वस्त हैं कि 5-जी जैसी हाई स्पीड वाली मोबाइल कनेक्टिविटी से नवाचार और आर्थिक विकास के लिए एक स्थिर मंच प्रदान करने में मदद मिलेगी। विशेष रूप से जब हम बड़ी क्षमता वाली औद्योगिक इकाइयों को डिजिटल करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत में 5-जी बिजनेस की संभावनाओं पर अध्ययन के आधार पर, भारतीय ऑपरेटरों के लिए उद्योगों को डिजिटल बनाने के लिए 5-जी का लाभ उठाने का व्यापार अवसर 2030 तक 17 बिलियन डॉलर है, जिसमें विनिर्माण, स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा और उपयोगिता सेवाओं के शीर्ष 3 योगदानकर्ता होने की उम्मीद है।

एसटीएल ने इस मौके पर दो महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं- एसटीएल के वाई-फाई 6 सॉल्यूशन का शुभारंभ और 5-जी मल्टी-बैंड मैक्रो रेडियो विकसित करने के लिए एक वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना। डॉ. बद्री गोमतम, ग्रुप सीटीओ, एसटीएल, ने इन घोषणाओं के बारे में बात करते हुए कहा कि एसटीएल का वाई-फाई 6 एक्सेस प्वाइंट, जिसका उदघाटन आज सुशील रावत, वीपी आरएएन प्लेटफॉर्म, रकुटेन मोबाइल जो उच्च-घनत्व में उच्च गति और कम विलंबता के साथ संचार सुनिश्चित करेगा। दूसरी ओर एसटीएल की 5-जी मल्टी-बैंड रेडियो के लिए वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की पहल से ओपन आरएएल रेडियो इकाइयों और छोटी सेल्स का विश्वसनीय परिनियोजन सुनिश्चित हो सकेगा। इससे ऑपरेटर 4-जी और 5-जी के बड़े पैमाने पर तेजी से स्थापित करने में सक्षम होंगे।

पी बालाजी - मुख्य नियामक और कॉर्पोरेट मामलों के अधिकारी, वीआई ने कहा, "बड़े पैमाने पर मीमो, क्लाउड-आधारित नेटवर्किंग और नेटवर्क फंक्शन वर्चुअलाइजेशन कुछ प्रौद्योगिकी उपाय हैं जो वीआई ने किए हैं ताकि भारतीय उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर सर्वोत्तम संभव सेवा सुनिश्चित की जा सके। यदि ग्राहकों की आकांक्षा अपने डिजिटल जीवन में अधिक से अधिक उपयोगिता जोड़ना है, तो एक उद्योग के रूप में हमें प्रौद्योगिकी उपायों का उपयोग करना ही होगा। दूरसंचार के क्षेत्र में व्यवसाय करने वाली कंपनियों ने उद्योग को नागरिकों के लाभ के लिए आगे बढ़ाने के लिए बड़ी राशि का निवेश किया है। दूरसंचार उद्योग ने देश की डिजिटल यात्रा का समर्थन करना जारी रखा है।

मीलारैय्या जे एन, निदेशक - बिक्री उद्यम, भारत एवं सार्क, कॉमस्कॉप के मुताबिक, “डेटा केंद्र भारत के डिजिटल रूपांतरण के सफर में एक केंद्रीय भूमिका निभाएंगे। इनमें 5-जी के लाभों को उपभोक्ताओं तक पहुंचाना शामिल है। उच्च-रिज़ॉल्यूशन क्लाउड गेमिंग, औद्योगिक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) प्रक्रिया नियंत्रण और कार्यस्थलों पर श्रमिकों के लिए संवर्धित वास्तविकता मार्गदर्शन भी इन लाभों में से कुछ हैं। इस सब जरूरतों को पूरा करने के लिए देश में अधिक से अधिक डेटा केंद्रों की आवश्कता होगी। 5-जी सुपर हाई स्पीड, लो लेटेंसी और मशीन-टू-मशीन कम्युनिकेशंस के लाभों से करोड़ों यंत्रों की तैनाती होगी जिससे एक लचीले उपयोगकर्ता-केंद्रित नेटवर्क की आवश्यकता पैदा होगी। डेटा क्रश से निपटने के लिए, नेटवर्क वर्चुअलाइज्ड आर्किटेक्चर जैसे नेटवर्क स्लाइसिंग, और अन्य क्लाउड-आधारित तकनीकों जैसे एआई और मशीन-टाइप लर्निंग पर बहुत अधिक निर्भर करेगा। इसके अलावा सभी वाणिज्यिक क्षेत्रों में डेटा केंद्रों की बढ़ती भूमिका के बीच नए बिजनेस मॉडल उभरेंगे जो उन्हें क्लाउड आर्किटेक्चर का लाभ उठाने के लिए सशक्त बनाएंगे। साथ ही कम विलंबता वाली कंप्यूटिंग को गले लगाते हुए 400G बैंडविड्थ से भी ज्यादा प्राप्त करेंगे।"

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