उपभोक्‍ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय

खरीफ विपणन सीजन 2020-21 के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का क्रियान्वयन

Posted On: 07 NOV 2020 4:13PM by PIB Delhi

वर्तमान खरीफ विपणन सीजन (केएमएस) 2020-21 के दौरान सरकार ने अपनी मौजूदा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) योजनाओं के अनुसार किसानों से एमएसपी पर खरीफ 2020-21 फसलों की खरीद जारी रखी है।

6 नवंबर, 2020 तक कुल 243.13 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीद के साथ खरीफ विपणन सीजन 2020-21 के लिए धान की खरीद पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड, तमिलनाडु, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, केरल, गुजरात और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सुचारु रूप से जारी है। इसी अवधि के दौरान पिछले वर्ष 203.60 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गई थी। यानी इस बार धान की खरीद में 19.42 प्रतिशत वृद्धि हुई है। कुल 243.13 लाख मीट्रिक टन खरीद में से सिर्फ पंजाब से 171.09 लाख मीट्रिक टन खरीद की गई, जोकि कुल खरीद का 70.37 प्रतिशत है।  

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कुल 45902.32 करोड़ रुपये एमएसपी मूल्य के साथ वर्तमान केएमएस खरीद क्रियान्वयन से लगभग 20.51 लाख किसान अभी तक लाभान्वित हो चुके हैं।

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इसके अलावा राज्यों से प्रस्ताव के आधार पर खरीफ विपणन सीजन-2020 के लिए तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, राजस्थान और आंध्र प्रदेश से मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत 45.10 लाख मीट्रिक टन दलहन और तिलहन की खरीद के लिए मंजूरी दी गई थी।

इसके अलावा आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल राज्यों के लिए खोपरे (बारहमासी फसल) के 1.23 लाख मीट्रिक टन की खरीद को भी मंजूरी दी गई। पीएसएस के तहत अन्य राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों से खरीद के प्रस्तावों की प्राप्ति दलहन, तिलहन और खोपरे के लिए भी मंजूरी दी जाएगी ताकि अधिसूचित फसल अवधि के दौरान बाजार दर एमएसपी से कम होने की स्थिति में वर्ष 2020-21 के लिए अधिसूचित एमएसपी के आधार पर इन फसलों के एफएक्यू ग्रेड की खरीद, राज्य की ओर से नामित खरीद एजेंसियों के माध्यम से केंद्रीय नोडल एजेंसियों द्वारा संबंधित राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में सीधे पंजीकृत किसानों से की जा सके।    

6 नवंबर, 2020 तक सरकार ने अपनी नोडल एजेंसियों के माध्यम से 171.25 करोड़ रुपये की एमएसपी मूल्य वाली मूंग, उड़द, मूंगफली की फली और सोयाबीन की 31,927.09 मीट्रिक टन की खरीद की जिससे तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा और राजस्थान के 18,886 किसान लाभान्वित हुए। इसी अवधि के दौरान पिछले वर्ष 16,633.39 मीट्रिक टन दलहन और तिलहन की खरीद की गई थी। यानी इस बार दलहन और तिलहन की खरीद में 91.95 प्रतिशत वृद्धि हुई है।

इसी तरह, 6 नवंबर 2020 तक कर्नाटक और तमिलनाडु के 3,961 किसानों को लाभान्वित करते हुए 52.40 करोड़ रुपये एमएसपी मूल्य वाली 5089 मीट्रिक टन खोपरे (बारहमासी फसल) की खरीद की गई। इसी अवधि के दौरान पिछले वर्ष 293.34 मीट्रिक टन खोपरे की खरीद की गई थी। खोपरे और उड़द के संदर्भ में, अधिकांश प्रमुख उत्पादक राज्यों में दरें एमएसपी से अधिक हैं, संबंधित राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश की सरकारें खरीफ की फसल दलहन और तिलहन के संबंध में आवक के आधार पर संबंधित राज्यों द्वारा तय की गई तारीख से खरीद शुरू करने के लिए आवश्यक व्यवस्था कर रही हैं

 

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पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में एमएसपी के तहत बीज कपास (कपास) का खरीद क्रियान्वयन सुचारु रूप से जारी है। 6 नवंबर, 2020 तक 9,88,719 कपास की गांठें खरीदी गई जिनका मूल्य 2,859.25 करोड़ रुपये हैं जिससे 1,90,910 किसान लाभान्वित हुए हैं।

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