जल शक्ति मंत्रालय
जल जीवन मिशन ने नागालैंड के सृदूर गांवों का कायाकल्प किया, सामुदायिक भागीदारी के जरिये दूरदराज के क्षेत्रों में नल जल उपलब्ध कराने के द्वारा जीवन स्तर में सुधार लाने में मदद की
प्रविष्टि तिथि:
15 OCT 2020 6:19PM by PIB Delhi
नागालैंड के फेकिन जिले के टेखौबा गांव के निवासियों के बीच सामुदायिक साझीदारी की भावना अन्य स्थानीय समुदायों के लिए प्रेरणादायी है। इस समुदाय ने जल की कमी से निपटने के लिए अपना स्वदेशी तरीका विकसित किया। गांव से 5.5 किमी पर स्थित जल स्रोत के पास पर्याप्त डिस्चार्ज है, लेकिन वास्तविक चुनौती ऐसी पहाड़ी तराई में ग्रेविटी प्रणाली के जरिये गांव में पानी लाने की थी। ग्राम परिषद तथा स्थानीय जल एवं स्वच्छता (वाटसन) समिति के नेतृत्व में, समुदाय ने वन मंजूरी प्राप्त की, फेसिंग, श्रम बल आवश्यकता पूरी की तथा जलापूर्ति प्रणाली के लिए भूमि भी दान में प्राप्त की। यह स्कीम 55 एलपीसीडी के न्यूनतम सेवा स्तर के साथ 553 परिवारों को कवर करती है। ग्राम परिषद प्रत्येक घर से वाटर यूजर चार्ज संग्रहित करता है तथा जलापूर्ति सुविधाओं के प्रचालन एवं रखरखाव व्यय की दिशा में इसका समुचित उपयोग भी सुनिश्चित करता है।

इसी प्रकार, वेडामी गांव के सदस्यों की मुस्कान भी बहुत कुछ कहती है जब वे इस नई ‘जीवन जीने की सुगमता‘ की स्थिति में खुद को पाते हैं, जिसकी परिकल्पना जल जीवन मिशन के तहत की गई है। इस गांव के प्रत्येक घर को अब नियमित आधार पर समुचित मात्रा में और अनुशंसित गुणवत्ता में आश्वस्त सुरक्षित जलापूर्ति का 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन उपलब्ध कराया जाता है और यह सामुदायिक भागीदारी तथा स्थानीय जल एवं स्वच्छता (वाटसन) समिति की सक्रिय भागीदारी से संभव हो पाया है। ऐसी ही कहानी 65 घरों वाले सौंगपोग गांव की है जो मिशन के तहत शामिल होने वाले पहले कुछ गांवों में से एक है। यह गांव किफायर जिले में स्थित है जो नागालैंड का एकमात्र आकांक्षी गांव है। अधिकांश ग्रेविटी स्कीमों की तरह ही मुख्य पाइपलाइन बिछाना एक दुष्कर कार्य था क्योंकि सड़क संपर्क का यहां लगभग कोई अस्तित्व नहीं है। इस चुनौती ने समुदाय की भावना को बाधित नहीं किया क्योंकि पूरा समुदाय एक साथ एकत्र हो गया और नल जल कनेक्शन पाने के अपने स्वप्न को साकार करने के लिए उदारतापूर्वक नकदी एवं /या श्रम के रूप में योगदान दिया। इस गांव की वाटसन समिति अपनी जलापूर्ति प्रणाली की दीर्घकालिक संधारणीयता सुनिश्चित करते हुए प्रचालन और रखरखाव कार्यकलापों में भी अग्रणी भूमिका निभाती है।

केंद्र सरकार की प्रमुख योजना, जल जीवन मिशन (जेजेएम) नियमित और दीर्घकालिक आधार पर प्रत्यक ग्रामीण परिवार को समुचित मात्रा में और अनुशंसित गुणवत्ता में पीने का पानी सुनिश्चित करने के उद्येश्य के साथ राज्यों के साथ साझीदारी में कार्यान्वयन के अधीन है। जेजेएम एक विकेंद्रित, मांग प्रेरित, समुदाय प्रबंधित कार्यक्रम है जो ग्रामीण-स्थानीय समुदायों को जल सुविधा केंद्रों के रूप में कार्य करने तथा गांवों की आंतरिक जलापूर्ति प्रणालियों के योजना निर्माण, कार्यान्वयन, प्रबंधन, प्रचालन एवं रखरखाव की सुविधा प्रदान करता है। कई चुनौतियों का सामना करते हुए पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसे सुदूर गांवों की सफलता गाथायें ग्रामीण समुदायों के जीवन स्तर में सुधार लाने की मिशन की रूपांतरकारी भूमिका के बारे में बहुत कुछ कहते हैं।
*****
एमजी/एएम/एसकेजे/डीसी
(रिलीज़ आईडी: 1665008)
आगंतुक पटल : 241