जल शक्ति मंत्रालय

वर्षा के पूर्वानुमान के आधार पर बाढ़ के हालात की संक्षिप्त जानकारी   

Posted On: 18 AUG 2020 6:56PM by PIB Delhi

वर्षा के पूर्वानुमान के आधार पर सीडब्ल्यूसी द्वारा विभिन्न राज्यों के लिए निम्नलिखित एडवाइजरी जारी की गई हैं-   

गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा

गुजरात एवं मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में कहीं तेज, तो कहीं बहुत तेज वर्षा और कुछ क्षेत्रों में अतिवृष्टि होने का अनुमान है। लोअर माही, लोअर नर्मदा, लोअर तापी और दमनगंगा के बेसिनों में जल स्तर बढ़ गया है। नर्मदा, तापी, दमनगंगा नदियों में जल स्‍तर तेजी से बढ़ रहा है और अगले 4-5 दिनों में भारी वर्षा के पूर्वानुमान के मद्देनजर इसमें और भी अधिक वृद्धि होने की प्रबल संभावना है। वलसाड जिले के मधुबन बांध में वर्तमान में 67% भंडारण है और वर्षा के पूर्वानुमान को देखते हुए भारी जल प्रवाह होने का अंदेशा है। स्थिति पर निरतंर पैनी नजर रखी जा रही है और यदि पानी छोड़ा जाना है तो यह काम पूरी सावधानी के साथ और केंद्र शासित प्रदेश दमन सहित सभी जिलों को बाकायदा सूचित करने के बाद ही किया जाना चाहिए। 

इनके जलग्रहण क्षेत्र में बहुत तेज वर्षा के पूर्वानुमान के कारण जल प्रवाह में अचानक वृद्धि होने की संभावना है जिसे सभी जिलों को अग्रिम तौर पर काफी पहले सूचित करने के बाद संबंधित नियम और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करते हुए सही ढंग से नियंत्रि‍त करना पड़ सकता है। सौराष्ट्र एवं कच्छ के कई छोटे बांध पहले ही अपने एफआरएल के करीब पहुंच चुके हैं और चूंकि आज भी बहुत तेज वर्षा होने का पूर्वानुमान लगाया गया है, इसलिए उचित जलाशय संचालन के लिए निरंतर करीबी नजर रखी जानी चाहिए। कोंकण एवं गोवा और महाराष्ट्र में पश्चिमी घाटों की पहाड़ी श्रृंखलाओं में 4-5 दिन भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान लगाया गया है, इसलिए महाराष्ट्र व गोवा और दादरा व नगर हवेली और दमन व दीव में तापी और तादरी के बीच पश्चिम की ओर बहने वाली नदियों जैसे कि दमनगंगा, उल्हास, सावित्री, काल, इत्‍यादि के जल स्तर में अचानक वृद्धि होने की संभावना है। उपर्युक्‍त अवधि के दौरान इन नदियों के निचले इलाकों में अधिकतम सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है, जो रेलवे लाइनों और राजमार्गों के निकट अवस्थित हैं।

 ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना

अगले 4-5 के दौरान ओडिशा और छत्तीसगढ़ में तेज से बहुत तेज वर्षा होने की संभावना है। फि‍लहाल जारी अतिवृष्टि की वजह से छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना में वर्षा के कारण गोदावरी नदी में भी तेज जल प्रवाह हो रहा है। तेलंगाना में भद्राद्रि कोथागुडेम जिले में डुमागुडेम और भद्राचलम में गोदावरी नदी खतरे के निशानसे ऊपर बह रही है। आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी पर पोलावरम परियोजना में कल 08:30 बजे तक लगभग 53000 क्यूमेक और गोदावरी नदी पर लक्ष्मी बांध में आज रात तक लगभग 16500 क्यूमेक जल प्रवाह होने की संभावना है। आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में कुनावरम और दोवलईश्वरम बांध (सर आर्थर कॉटन बैराज) में गोदावरी नदी गंभीर बाढ़ स्थिति में प्रवाहित हो रही है। हीराकुड बांध में महानदी में लगभग 10,100 क्यूमेक का प्रवाह होने की संभावना है और छत्तीसगढ़ के जलग्रहण क्षेत्र में भारी वर्षा के पूर्वानुमान के मद्देनजर बांध में भारी जल प्रवाह जारी रहने की प्रबल संभावना है।

 कर्नाटक

कृष्णा बेसिन के अधिकतर बांधों में भी 86% से 98% के बीच भंडारण है। हिडकल बांध में अपनी पूर्ण क्षमता का 98% है और यह 28,656 क्यूसेक पानी छोड़ रहा है। मध्य महाराष्ट्र में बहुत तेज वर्षा के पूर्वानुमान के मद्देनजर हिडकल और मालाप्रभा में भी भारी जल प्रवाह हो रहा है। कर्नाटक के बेलागवी जिले में गोकक जलप्रपात में कृष्णा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नारायणपुर बांध से पानी छोड़े जाने के कारण रायचूर जिले के हुविनाहेड्गी में कृष्णा नदी में जल स्‍तर बढ़ रहा है। कृष्णा नदी के ऊपर के क्षेत्रों से नदी के प्रवाह के कारण अल्माटी बांध एवं नारायणपुर बांध में तेज जल प्रवाह हो रहा है और चूंकि ये बांध लगभग 79% से 89% क्षमता तक भरे हुए हैं, इसलिए दोनों बांध निरंतर अतिरिक्त प्रवाह छोड़ रहे हैं। अगले 4 दिनों तक मध्य महाराष्ट्र में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है, इसलिए अल्माटी बांध के ऊपरी हिस्से में ऊपरी कृष्णा बेसिन में जल स्तर बढ़ने की संभावना है।

राजस्थान और मध्य प्रदेश

अगले 3 दिनों तक पूर्वी राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा के पूर्वानुमान के कारण चंबल, माही, साबरमती, कालीसिंध, बनास (पूर्व और पश्चिम दोनों ओर बहने वाली), आदि नदियों में जल स्तर में वृद्धि की संभावना है। इन नदियों के अधिकतर बांधों में स्थिति की बहुत बारीकी से निगरानी करने की जरूरत है। मध्य प्रदेश के मंडला जिले में मंडला में नर्मदा नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है। जबलपुर जिले में नर्मदा नदी पर रानी अवंतीबाईसागर (बरगी) बांध क्षेत्र में भारी वर्षा की संभावना है। यदि पानी को छोड़ा जाना है, तो यह सभी संबंधित जिलों और निचले राज्‍यों को अग्रिम सूचना देने के बाद होना चाहिए। पंचना बांध में जल प्रवाह बढ़ा है। परवन पिकअप वियर के लिए जलप्रवाह पूर्वानुमान जारी किया गया है।

हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश

सतलज, रावी, ब्यास, घग्गर, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, गंगा, रामगंगासरजू और घाघरा जैसी नदियों में जल स्तर बढ़ने पर उत्तराखंड में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। बादल फटने से कुछ पहाड़ी जिलों में अचानक बाढ़ की संभावना है। इन राज्यों की उच्च पहाड़ी श्रृंखलाओं में भूस्खलन के कारण संभावित भूस्खलन और नदी प्रवाह में रुकावट को ध्‍यान में रखकर आवश्यक सावधानी बरती जानी चाहिए। यह सलाह दी जाती है कि इनमें से किसी भी जलाशय से तेज प्रवाह पर संबंधित नियम और मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार करीबी नजर रखी जानी चाहिए

बिहार, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल

बिहार में कई नदियां कमी के रुख के साथ गंभीर से सामान्य से ऊपर बाढ़ की स्थिति में निरंतर बह रही हैं। यह स्थिति अगले 3-4 दिनों तक जारी रहेगी।

पूर्वोत्तर राज्य

जोरहाट, सोनितपुर, गोलाघाट, सिबसागर और धुबरी जिलों में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में निरंतर तेज जल प्रवाह के कारण अगले 3 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है। वर्षा के पूर्वानुमान के कारण अन्य जिलों में भी बाढ़ की स्थिति प्रबल होने की संभावना है। 

 

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