श्रम और रोजगार मंत्रालय
औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई-आईडब्ल्यू) - जून, 2020
Posted On:
31 JUL 2020 5:32PM by PIB Delhi
श्रम एव रोजगार मंत्रालय से जुड़ा हुआ श्रम ब्यूरो, देश के औद्योगिक रूप से महत्वपूर्ण 78 केन्द्रों में से 289 बाजारों से एकत्रित किए गए चयनित वस्तुओं की खुदरा कीमतों के आधार पर प्रत्येक माह औद्योगिक कामगारों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का संकलन करता है। सूचकांक को 78 केंद्रों और पूरे भारत के लिए संकलित किया जाता है और इसे सफल महीने के अंतिम कार्य दिवस पर जारी किया गया है। इस प्रेस विज्ञप्ति में जून, 2020 के महीने का सूचकांक जारी किया जा रहा है।
जून, 2020 में अखिल भारतीय सीपीआई-आईडब्ल्यू 2 अंक बढ़कर 332 (तीन सौ बत्तीस) अंक के स्तर पर पहुंच गया। एक माह के दौरान प्रतिशत में हुए परिवर्तन की दृष्टि से मई और जून, 2020 के बीच इसमें (+) 0.61 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में में इसमें (+) 0.64 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
मौजूदा सूचकांक में अधिकतम वृद्धि, खाद्य समूह के कारण हुई है जिसने कुल परिवर्तन में (+) 1.65 प्रतिशत का योगदान दिया है। वस्तु (आइटम) के स्तर परचावल, मूंगफली का तेल, मछली ताजा, बकरी का मांस, मुर्गी पालन (मुर्गी), दूध (भैंस), बैंगन, फूलगोभी, हरा धनिया पत्ती, आलू, टमाटर, रिफाइंड लिकर, कुकिंग गैस, पेट्रो इत्यादि सूचकांक में वृद्धि के लिए जिम्मेदार हैं। हालांकि, इस वृद्धि पर गेहूं आटा, अरहर दाल, लहसुन, प्याज, अरुम, नारियल, भिंडी, नीबूं, आम, मिट्टी का तेल इत्यादि ने विराम लगाया है जिससे सूचकांक में गिरावट का रुख बना।
केंद्र स्तर पर, झारिया के सूचकांक में 9 अंकों की अधिकतम वृद्धि दर्ज की गई। अन्य में, 3 केंद्रों में 8 अंक, 2 केंद्रों में 7 अंक, 3 केंद्रों में 6 अंक और 7 केंद्रों में 5 अंक, 12 केंद्रों में 4 अंक, 7 केंद्रों में 3 अंक, 10 केंद्रो में 2 अंक और 12 केंद्रों में 1 अंक की वृद्धि देखी गई। इसके विपरीत, रांच-हटिया में सबसे अधिक 8 अंकों की कमी दर्ज की गई है। अन्य में 5 केंद्रों में 3 अंक, 5 केंद्रों में 3 अंक, 2 केंद्रों में 2 अंक, 1 केंद्र में 1 अंक की कमी देखी गई। बाकी 12 केंद्रों के सूचकांक स्थिर रहे।
31 केंद्रों के सूचकांक अखिल भारतीय सूचकांक से ऊपर हैं जबकि 45 केन्द्रों के सूचकांक राष्ट्रीय औसत से कम हैं। अखिल भारतीय सूचकांक के साथ छिंदवाड़ा और जालंधर केंद्र के सूचकांक बराबर बने रहे।
सभी मदों या वस्तुओं पर आधारित वर्ष-दर-वर्ष महंगाई जून, 2020 में 5.06 प्रतिशत रही, जबकि पिछले महीने यह 5.10 प्रतिशत और पिछले वर्ष के इसी महीने में 8.59 प्रतिशत थी। इसी प्रकार, खाद्य महंगाई पिछले महीने के 5.88 प्रतिशत के मुकाबले 5.49 प्रतिशत रही और और एक वर्ष पूर्व इसी महीने में यह 5.47 फीसदी रही थी।
सीपीआई-आईडब्ल्यू के आधार पर वाई-ओ-वाई मुद्रास्फीति (खाद्य एवं सामान्य सूचकांक)
अखिल भारतीय समूहवार सीपीआई-आईडब्ल्यू
क्रम सं.
|
समूह
|
जून, 2019
|
मई, 2020
|
जून, 2020
|
I
|
खाद्य समूह
|
328
|
342
|
346
|
II
|
पान, सुपारी, तंबाकू और नशीले पदार्थ
|
389
|
401
|
404
|
III
|
ईंधन और प्रकाश
|
277
|
295
|
297
|
IV
|
आवास
|
421
|
450
|
450
|
V
|
कपड़े, बिस्तर और जूते
|
225
|
229
|
229
|
VI
|
विविध समूह
|
252
|
256
|
257
|
|
सामान्य सूचकांक
|
316
|
330
|
332
|
सीपीआई-आईडब्ल्यू (खाद्य और सामान्य सूचकांक)
जून, 2020 के लिए सीपीआई-आईडब्ल्यू के बारे में बात हुए श्रम और रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संतोष गंगवार ने कहा कि सीपीआई-आईडब्ल्यू में वृद्धि से संगठित क्षेत्र में लगे औद्योगिक श्रमिकों के वेतन / वेतन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वार्षिक मुद्रास्फीति में कमी का मुख्य कारण मुख्य रूप से दलहन और उत्पादों, दूध और उत्पादों तथा मसालों एवं मसालों की कीमतों में गिरावट है।
श्रम ब्यूरो के महानिदेशक श्री डीपीएस नेगी ने सूचकांक जारी करते हुए कहा कि "सूचकांक में वृद्धि न केवल सकारात्मक है बल्कि अर्थव्यवस्था में सुधार का भी संकेत संकेत है।"
****
एसजी/एएम/केजे
(Release ID: 1642825)
Visitor Counter : 249