कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय

एमएसडीई-आईबीएम ने साझेदारी में मुफ्त डिजिटल अध्‍ययन प्लेटफॉर्म "स्किल्स बिल्ड रिगनाइट" की शुरूआत की ताकि नौकरी चाहने वाले अधिक लोगों तक पहुंचा जा सके और भारत में व्‍यवसाय करने वाले मालिकों को नये संसाधन प्रदान किए जा सकें


देश में वर्तमान कौशल अंतराल को दूर करने के लिए बनाया गया

साथ ही छात्रों के लिए दस सप्ताह की अवधि के स्किल्‍स बिल्ड इनोवेशन कैंप की घोषणा की, जो परियोजना अनुभव, परिष्‍कृत अध्‍ययन और रोजगार में सहायता प्रदान करेगा

Posted On: 24 JUN 2020 5:57PM by PIB Delhi

कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी)अपनेप्रशिक्षण संस्थानों और बुनियादी ढांचा नेटवर्क के माध्यम से देश के युवाओं के लिए दीर्घकालिक संस्थागत प्रशिक्षण का कार्यान्‍वयन करने के लिए जिम्मेदार है। यह व्यावसायिक प्रशिक्षण योजनाओं के क्रियान्वयन और ’डिजिटल इंडिया’ के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

हाल के विश्लेषण इस बात का संकेत हैं कि डिजिटल विकास की दर ने डिजिटल अपनाने की दर को पीछे छोड़ दिया है। युवा शिक्षार्थियों को अब उन्नत तकनीकों के साथ काम करने और ’न्‍यू कॉलर जॉब’ के अंतर्गत उपलब्ध विविध अवसरों का उपयोग करने के लिए विशेष तरह के कौशल ढांचे की आवश्यकता है। इसलिए, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), बिग डेटा, 3 डी - टेक्नोलॉजी, क्लाउड कम्प्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी आदि जैसे नए-पुराने कौशल पर ध्यान देने के साथ युवा भारत के लिए अवसर पैदा करने की आवश्‍यकता है,जिन्‍हें उद्योग 4.0 की आवश्यकताओं से जोड़ा गया है, यह डीजीटी का प्रमुख केन्‍द्र बन गया है।

इसे देखते हुए, डीजीटी ने पिछले एक साल में आईबीएम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प (इंडिया) लिमिटेड, एसएपी इंडिया, सिस्को सिस्टम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एसेंचर सॉल्यूशंस एंड क्वेस्ट एलायंस, एडोब इंडियाआदिजैसे कई डिजिटल उद्योग फ्रंट-लाइनर्स के साथ सहयोग किया है ताकि छात्रों को उद्योग में काम करने के लिए सक्षम बनाया जा सके। यहां तक ​​कि कोविड-19 के निरंतर प्रभाव के वर्तमान परिदृश्य में, अपने भारतस्किल्‍स लर्निंग प्लेटफॉर्म (https://bharatskills.gov.in) के माध्यम से कभी भी, कहीं भी ऑनलाइन डिजिटल सामग्री प्रदान करके, डीजीटीछात्रों / प्रशिक्षुओं, प्रशिक्षकों और छात्रों के लिए मल्टीमीडिया और इसी तरह के डिजिटल संसाधनों के संयोजन के साथ मिश्रित / ई-लर्निंग को चालू करने के अपने प्रयासों में उद्योग के साझीदारों के साथ काम कर रहा है।

इस तरह की एक मजबूत और बढ़ती साझेदारी डीजीटी और आईबीएम इंडिया के बीच कुछ अनोखा और अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है। आईबीएम राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में देश भर के छात्रों और प्रशिक्षकों को क्लाउड कम्प्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में बहुमुखी डिजिटल कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

अब,देश में वर्तमान कौशल में आए अंतराल को खत्‍म करने के अपने प्रयास में, आईबीएम और इसके सहयोगी आज स्किलबिल्‍ड रिइग्नाइट और स्किल्सबिल्ड इनोवेशन कैम्‍प की शुरुआत कर रहे हैं।

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स्किलबिल्‍ड रिइग्‍नाइटनौकरी चाहने वालों और उद्यमियों को, उनके करियर और व्यवसायों में परिवर्तन करके उनमें नयापन लाने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए ऑनलाइन पाठ्यक्रम और परामर्श देने संबंधी सहायता प्रदान करते हैं।नौकरी चाहने वाले, निजी व्यवसाय मालिक, उद्यमी और सीखने की आकांक्षा रखने वाला कोई भी व्यक्ति अब बिना किसी लागत के कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्लाउड, डेटा एनालिटिक्स और सुरक्षा जैसे विषयों पर नये कौशल और अतिरिक्‍त कौशल का अध्‍ययन कर सकता है। इसकी विशेषता है कि इसमें उद्यमियों के लिए व्यक्तिगत कोचिंग है, जो अपने छोटे व्यवसायों को स्थापित करने या फिर से इन्‍हें शुरू करने में मदद करने की सलाह मांगते हैं क्योंकि वे कोविड19 महामारी से बाहर निकलने पर ध्यान केन्द्रित करना चाहते हैं। छोटे व्यवसाय के मालिकों के लिए पाठ्यक्रम में शामिल हैं, उदाहरण के लिए, वित्तीय प्रबंधन, व्यवसाय रणनीति, डिजिटल रणनीति, कानूनी सहायता और बहुत कुछ। इसके अलावा, आईबीएम स्वयंसेवी स्थानीय समुदायों को फिर से संगठित करने में मदद करने के लिए दुनिया भर में कम से कम पांच प्रमुख क्षेत्रों में 100 समुदायों में 30,000 स्किलबिल्‍ड उपयोगकर्ताओं में से कुछ के लिए संरक्षक के रूप में काम करेंगे।

स्किलबिल्‍ड इनोवेशनकैम्‍प 10 सप्ताह का एककार्यक्रम है, जो उन सीखने वालों को 100 घंटे की औपच‍ारिक शिक्षा के लिए प्रोत्‍साहित करता है, जिनकी अध्‍ययन को बढ़ाने और अपना नेटवर्क तैयार करने तथा अपनी रोजगार क्षमता को बढ़ाने के लिए परियोजना में शामिल होकर अनुभव प्राप्त करने में रुचि है। विशेषज्ञ प्रशिक्षकों, आईबीएम के स्वयंसेवी और प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में, छात्रों का डिजाइन सोचने की प्रक्रिया के जरियेमार्ग दर्शन किया जाएगा और वे अपनी समस्या बयान करने, उन पर रचनात्मक रूप से विचार करने, और जटिल समस्याओं को अधिक तेज़ी से हल करने, एक अभिनव उपयोगकर्ता अनुभव डिज़ाइन करने और दमदार वर्णन के लिए रणनीतिक तरीके सीखेंगे। स्किलबिल्‍ड इनोवेशन कैम्‍प प्रशिक्षकों, अन्य टीमों, हितधारकों और संभावित नियोक्ताओं या निवेशकों के लिए एक गतिविधि के साथ संपन्न होगा।

पृष्ठभूमि: नवंबर 2019 में, आईबीएम इंडिया नेप्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी), कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार और इसके कार्यान्वयन साझीदारों के साथ स्किलबिल्‍ड ऑनलाइन लर्निंग प्‍लेटफॉर्म बनाया जो भारतीय छात्रों को डीजीटी के भारतस्किल्‍स (https://bharatskills.gov.in) के जरिये उपलब्‍ध है। इस प्लेटफॉर्म पर डिजिटल क्लासरूम भारत में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) और तकनीकी शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के छात्रों और प्रशिक्षकों के लिए उपलब्ध हैं। भारत में अपनी तैनाती के पहले 6 हफ्तों के भीतर, मंच ने पहले ही 15 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के 4700 प्रेरित शिक्षार्थियों को लाभान्वित किया है जो लॉकडाउन और प्रतिबंधों के बावजूद अपनी शिक्षा जारी रखने में सक्षम हैं। वर्तमान में इसने 14,135 शिक्षार्थियों पर प्रभाव डाला है, जिन्होंने 40,000 पाठ्यक्रम और 77,000 घंटे की ई-लर्निंग पूरी कर ली है। नेशनल स्किल्‍स नेटवर्क ने स्किलबिल्‍ड को  भारत के शीर्ष 10 ऑनलाइन शिक्षण मंच के रूप में दर्जा दिया है। इंडिया स्किल रिपोर्ट (2019) के अनुसार, शैक्षिक संस्थानों से स्नातक करने वाले केवल 45.6% युवा ही रोजगार के योग्य हैं। यह देश में कुशल कार्यबल की भारी कमी को दर्शाता है।

इस पहल के माध्यम से देश में कौशल अंतर को पाटने के लिए डीजीटी और आईबीएम इंडिया को उनके सहयोगपूर्ण प्रयासों के लिए बधाई देते हुए, केन्‍द्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडे ने कहा, “स्किलबिल्‍ड रिइग्‍नाइट एंड इनोवेशन कैम्‍प की शुरूआत के साथ कोविड के प्रतिकूल प्रभावों से निकलकर आज, हम भारत की अर्थव्‍यवस्‍था में नई जान डालने के केन्‍द्र सरकार के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील के पत्थरको चिह्नित कर रहे हैं।हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के कौशल भारत मिशन के अनुरूप, मंत्रालय कौशल इकोसिस्‍टम को मजबूत बनाने और डिजीटल अध्‍ययन प्‍लेटफॉर्म के जरिये उद्योगों के बीच आपस में सहयोग का विस्तार करके और अध्‍ययन मार्ग बनाकर नई जीवन शैली से जुड़े कौशल की मांग में बढ़ोतरी का फायदा उठा रहा है। क्लाउड कम्प्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में बहुमुखी डिजिटल कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने में आईबीएम की विशेषज्ञता नौकरी चाहने वालों, उद्यमियों और छोटे व्यवसायों की सहायता करके स्थानीय कार्यबल, समुदायों और अर्थव्यवस्थाओं की पुन: प्राप्ति में हमारे प्रयासों को मजबूत करेगी।

एमएसडीईके सचिव श्री प्रवीण कुमार ने आईबीएम इंडिया द्वारा निभाई गई सराहनीय भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि “हमारा मिशन नई जीवन शैली से जुड़े कौशल के साथ अगली पीढ़ी को सशक्त बनाना और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना है। आईबीएम के साथ हमारा सहयोग हमें देश में व्यापक कौशल अंतर को दूर करने और अतिरिक्‍त कौशल सिखाने की संस्कृति बनाने में मदद करेगा। आईबीएम का स्किलबिल्ड रिइग्नाइट प्लेटफॉर्म इस प्रतिस्पर्धी माहौल में छात्रों के लिए उपकरण, अभिनव दृष्टिकोण और छात्रों की अनुभवी परामर्शदाताओं तक पहुंच तय करेगा।”

एमएसडीई की प्रशिक्षण महानिदेशक सुश्री नीलम शमी राव ने कहा कि डीजीटी का उद्देश्य भारत के युवाओं के लिए सीखने के विशाल अवसर पैदा करने के लिए बुनियादी ढांचे, शिक्षा विज्ञान, पाठ्यक्रम और प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप के संदर्भ में आईटीआई इकोसिस्‍टम को निरंतर उन्नत और आधुनिक बनाना है।

आईबीएम इंडिया / दक्षिण एशिया के महाप्रबंधकसंदीप पटेलने कहा,“सुई को स्थानांतरित करने और कौशल अंतर को पाटने के लिए नई प्रौद्योगिकियों और बदलते कौशल की आवश्यकता पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह महत्वपूर्ण है कि हम कार्यबल को उद्योग की जरूरतों और प्रौद्योगिकी बदलावों के साथ जोड़ें। स्किलबिल्‍ड रिइग्‍नाइट प्लेटफ़ॉर्म नौकरी चाहने वालों को डिजिटल, पेशेवर कौशल और उपयुक्‍त प्रशिक्षण से लैस करने में मदद करेगा ताकि वे कार्यबल में फिर से प्रवेश कर सकें। यह मंच न केवल करियर की पुर्नरचना के अवसर प्रदान करता है, बल्कि व्यापारिक रणनीतियों को फिर से प्रारंभ करने के लिए काम करने और व्यक्तिगत समर्थन के अभिनव तरीके भी प्रदान करता है।”

 

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एसजी/एएम/केपी
 


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