पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अपने रास्ते पर--- तमिलनाडु के बाकी हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा के ज्यादातर हिस्सों और असम व नगालैंड के कुछ हिस्सों में बढ़ा


एसडब्लू मॉनसून के और आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां

- पूर्व मध्य और आसपास के पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना है

- अगले 3 दिनों के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई बड़े परिवर्तन की संभावना नहीं है

तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है

Posted On: 10 JUN 2020 8:59PM by PIB Delhi

राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र/ क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, नई दिल्ली/ भारत मौसम विज्ञान विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग के अनुसार :

 

  • दक्षिण पश्चिम मॉनसून तमिलनाडु के बाकी बचे हिस्सों, पश्चिम मध्य और उत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में; मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा के ज्यादातर हिस्सों तथा असम और नगालैंड के कुछ इलाकों में बढ़ा है।

 

  • मॉनसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) अब कारवार, शिमोगा, तुमकुर, चित्तूर और अगरतला व कोहिमा के उत्तर-पूर्वी हिस्से से गुजर रही है।

 

  • अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण पश्चिम मॉनसून के और आगे मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, गोवा; महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों; कर्नाटक और रायलसीमा के कुछ और ज्यादा हिस्सों; तेलंगाना के कुछ इलाकों और तटीय आंध्र प्रदेश; मध्य और उत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं।

 

  • बाद के 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों; कर्नाटक, तेलंगाना, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, बंगाल की खाड़ी, पूर्वोत्तर राज्यों के बचे हिस्सों, पूरे सिक्किम और ओडिशा व पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।

 

  • पूर्व-मध्य और पास के पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मध्य-क्षोभमंडल स्तरों तक फैला संबंधित चक्रवाती प्रवाह ऊंचाई के साथ दक्षिण पश्चिम की ओर झुक रहा है। इसके अगले 48 घंटों के दौरान पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और अच्छी तरह से चिन्हित होने की संभावना है।

 

  • इस कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव में समान रूप से व्यापक वर्षा के साथ ही 10-11 जून के दौरान ओडिशा, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अलग-अलग जगहों और 11-13 जून के दौरान मध्य भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।

 

  • दक्षिण गुजरात और आसपास के पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर औसत समुद्र तल से 2.1 किमी और 4.5 किमी के बीच चक्रवाती परिसंचरण (सर्कुलेशन) बना हुआ है।

 

  • ट्रफ (द्रोणिका) उत्तर पाकिस्तान से लेकर उत्तर राजस्थान, उत्तर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर कम दबाव के क्षेत्र से जुड़ा चक्रवाती प्रवाह बना हुआ है।

 

  • चक्रवाती परिसंचरण के तौर पर पश्चिमी विक्षोभ मध्य पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में औसत समुद्र तल से 1.5 किमी और 2.1 किमी के बीच बना है।

 

  • इस बीच, आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 3 दिनों के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।

 

मौसम की चेतावनी

 

(11 जून):

  • अलग-अलग जगहों पर आंधी, गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है- जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल, मध्य प्रदेश, बिहार, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात राज्य, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा।

 

  • तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश; रायलसीमा, तेलंगाना और ओडिशा में अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी; केरल और माहे, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय तथा नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।

 

  • दक्षिण पश्चिम और पास के पश्चिम मध्य अरब सागर में तेज हवाएं (45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं) चल सकती हैं। मध्य और पास के उत्तर बंगाल की खाड़ी, तमिलनाडु-आंध्र प्रदेश- ओडिशा के तटीय और दूर के क्षेत्रों में तेज हवाएं (40-55 किमी/घंटे तक) चलने के आसार हैं।

 

  • मछुआरों को इन इलाकों में समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है।

 

(12 जून):

  • जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात राज्य, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा नदी के क्षेत्र, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय व नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग जगहों पर बिजली चमकने के साथ आंधी, बारिश आ सकती है।

 

  • तटीय कर्नाटक में कुछ जगहों पर भारी वर्षा तो अलग-अलग जगहों पर काफी भारी वर्षा हो सकती है; केरल और माहे, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और लक्षद्वीप, अंदरूनी कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा होने के आसार हैं।

 

  • दक्षिण पश्चिम और आसपास के पश्चिम मध्य अरब सागर में अचानक तेज हवाएं (45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से) चल सकती हैं। गोवा और कोंकण तटों, मध्य और पास के उत्तर बंगाल की खाड़ी और ओडिशा के तटीय व दूर के क्षेत्रों में तेज हवाएं (40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से) चल सकती हैं। मछुआरों को इन इलाकों में समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है।

 

(13 जून):

 

  • जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, गुजरात राज्य, झारखंड, पश्चिम बंगाल का गंगा नदी का क्षेत्र, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग जगहों पर बिजली चमकने के साथ तूफान और बारिश की  संभावना है।

 

  • तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा तथा मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा, केरल और माहे, तेलंगाना, मराठवाड़ा, विदर्भ, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा हो सकती है।

 

  • दक्षिण पश्चिम और पास के पश्चिम मध्य अरब सागर में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। पूर्व मध्य अरब सागर और गोवा व कोंकण तटों पर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मछुआरों को इन इलाकों में समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है।

 

(14 जून):

  • उत्तर प्रदेश और राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर गरज और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ बारिश; इसके साथ ही गुजरात राज्य, पश्चिम बंगाल में गंगा नदी का क्षेत्र, झारखंड, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर बिजली भी गिर सकती है।

 

  • कोंकण और गोवा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा; तटीय कर्नाटक, गुजरात राज्य, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा हो सकती है।

 

  • दक्षिण पश्चिम और पास के पश्चिम मध्य अरब सागर में तूफानी मौसम (हवा की रफ्तार 45-55 किमी प्रति घंटे) बन सकता है। पूर्व मध्य अरब सागर में तेज हवाएं (40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से) चल सकती हैं।

 

मछुआरों को इन इलाकों में समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है।

 

कृपया अपडेट्स के लिए www.imd.gov.in पर जाएं।

एसजी/एएम/एएस



(Release ID: 1630828) Visitor Counter : 311


Read this release in: English , Urdu , Manipuri , Tamil