विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
देश में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सीएसआईआर और अटल इनोवेशन मिशन ने आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए
Posted On:
05 JUN 2020 8:04PM by PIB Delhi
उद्योग जगत को नवाचार से समर्थ बनाने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर केंद्रित प्रमुख अनुसंधान एवं विकास संगठन सीएसआईआरने नवाचार पर केंद्रित भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रम अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम)के साथ एक आशय पत्र (एलओआई)पर हस्ताक्षर किए हैं ताकि आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग किया जा सके।एआईएम देश में नवाचार एवं उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने वाला भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए दोनों संगठनों के बीच आज एक आशय पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ कांत, सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ. शेखर सी मांडे और दोनों संगठनों के अन्य वरिष्ठअधिकारी उपस्थित थे।
आपसी हित के प्रमुख क्षेत्रों में निम्नलिखत शामिल होंगे:
- अटल इनोवेशन मिशन पहल के तहत सीएसआईआर इनक्यूबेटर के माध्यम से विश्वस्तरीय स्टार्ट-अप को मदद करना और सीएसआईआर इनोवेशन पार्कों की स्थापना सहित नवाचार के नए मॉडलों पर संयुक्त रूप से काम करना। सीएसआईआर अपने मजबूत पेटेंट पोर्टफोलियो, ज्ञान एवं विश्वस्तरीय शोधकर्ताओं और अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए नीतियों पर काम करने वाले एआईएम के साथ मिलकर देश में नवाचार के माहौल को बढ़ावा और मजबूती देसकता है।
- सीएसआईआर एआरआईएसई के साथ मिलकर एमएसएमई उद्योग में नवाचार एवं अनुसंधान को बढ़ावा दे रहा है। इस संदर्भ में, एआईएम की एआरआईएसई पहलएमएसएमई उद्योग में नवाचार और अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए काम करती है जबकि सीएसआईआर एमएसएमई के साथ काफी करीबी से काम कर रहा है जहां उसकी कई प्रौद्योगिकी एवं जानकारी से एमएसएमई उद्योग को मदद मिल रही है। साथ मिलकर उनके पास देश के एमएसएमई क्षेत्र को प्रोत्साहित करने और उसमें बदलाव लाने की क्षमता है।
- अटल टिंकरिंग लैब्स और जिज्ञासा के बीच करीबी सहयोग के जरिये भारत के स्कूलों में समस्याओं को हल करने वाले दिमाग सृजित किए जा रहे हैं।युवा दिमागों में जिज्ञासा, रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को बढ़ावा देने के लिए काम करने वालीअटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं और सीएसआईआर के छात्र- वैज्ञानिक संपर्क कार्यक्रम 'जिज्ञासा' के बीच स्वाभाविक तालमेल है। जिज्ञासा के तहत देश भर में करीब 3 लाख छात्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की बारीकियों को उजागर कर रहे हैं। दोनों के साथ आने से छात्रों के लिए अवसर बढ़ेंगे और उनके वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा मिलेगा।
- इस संयुक्त पहल एवं भागीदारी का कार्यान्वयन कार्य योजना तैयार करके किया जाएगाजो विशेष रूप से इस सहयोग के तहत की जाने वाली गतिविधियों के बारे में बताएगा।
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एसजी/एएम/एसकेसी
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