कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय

डीबीटी प्रक्रिया से जोड़ने के लिए ‘इंश्‍योर’ नामक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च


सब्सिडी, ऋण के अनुमोदन की तिथि से 30 दिनों के अंदर अनुमोदित कर दी जायेगी

पोर्टल लाभार्थी को अत्यंत सरल उपयोगी एवं पारदर्शी व्यवस्था प्रदान करेगा

Posted On: 11 DEC 2018 4:43PM by PIB Delhi

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केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने आज नई दिल्ली में पशुपालन डेयरी और मत्स्यपालन विभाग के अंतर्गत संचालित राष्‍ट्रीय पशुधन मिशन – ईडीईजी के इंश्‍योर पोर्टल का शुभारम्भ कियाI इस अवसर पर उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन मोदी सरकार द्वारा पशुधन क्षेत्र के सतत विकास के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। इस मिशन के घटक-ईडीईजी  के अंतर्गत कुक्‍कुटलघु रूमीनेंट्ससुअरइत्यादि से संबंधित गतिविधियों के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है, जो (प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) डीबीटी के माध्यम से सीधे लाभार्थी के खाते में जाती है। डीबीटी के लिए लाभार्थियों की आसानी हेतु सुधार और पारदर्शिता लाने के लिए नाबार्ड द्वारा इंश्‍योर नामक ऑनलाइन पोर्टल https://ensure.nabard.org विकसित किया है। इस पोर्टल पर लाभार्थी आवेदन की प्रक्रिया की सूचना को आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।

कृषि मंत्री ने बताया कि मिशन के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों और लाभार्थियों की विभिन्न श्रेणियों के लिए सब्सिडी का अलग–अलग अनुपात तय किया गया है। वर्ष 2014 से अब तक लघु व्‍यापार/ डेयरी और पशुपालन की यूनिटों को प्रारंभ करने के लिए अनेक लाभार्थियों को 417.14 करोड़ रुपये राशि प्रदान की गई है।

श्री सिंह ने बताया कि इस नवीन प्रक्रिया के अनुसार बैंक का नियंत्रणाधिकारी/शाखा प्रबंधक, प्रस्‍ताव की जांच पड़ताल और अनुमोदन करने के पश्‍चात् पोर्टल में सब्सिडी का दावा अपलोड करेगाजिससे अब से सब्सिडी, ऋण के अनुमोदन की तिथि से मात्र 30 दिनों के अंदर लाभार्थी के खाते में जमा हो जाएगी। पहले लाभार्थी को ऋण अनुमोदन के बाद भी लंबे समय तक सब्सिडी उसके खाते में नही पहुँच पाती थी। इस प्रक्रिया से सूचना/ निधियों का प्रवाह भी अधिक तेज और जवाबदेह हो जाएगा। साथ ही किसानों द्वारा सब्सिडी की राशि पर लंबी अवधि तक ब्याज करने के अतिरिक्त भार में भी पोर्टल आरंभ किए जाने के पश्चात् अब कमी आएगी। इसके अतिरिक्त पोर्टल से वास्तविक समय आधार पर पहुंच भी सुलभ होगी और लाभार्थियों की सूची भी आसानी से तैयार की जा सकेगी।

 

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आर.के.मीणा/अर्चना/एजी/डीके-11709



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