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अंतरराष्‍ट्रीय जनसंख्‍या विज्ञान संस्‍थान, मुंबई के 64वें दीक्षांत समारोह में 199 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई

आईसीएमआर के महानिदेशक ने जनसंख्या वैज्ञानिकों को प्रशिक्षित करने और सर्वेक्षणों के माध्यम से उच्च गुणवत्तापूर्ण डेटा तैयार करने के लिए आईआईपीएस  की सराहना की

Posted On: 06 MAY 2023 2:48PM by PIB Delhi

मुंबई के मानद विश्‍वविद्यालय अंतरराष्‍ट्रीय जनसंख्‍या विज्ञान संस्‍थान (आईआईपीएस) का चौसठवां दीक्षांत समारोह आज (6 मई, 2023) आयोजित किया गया। इस वर्ष कुल मिलाकर 199 छात्रों को डिग्री/डिप्लोमा प्रदान किए गए हैं। छात्रों के अनुसंधान और अकादमिक कार्यों में उत्कृष्टता की भी सराहना की गई और उन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए स्वर्ण और रजत पदक से सम्मानित किया गया।

भारत सरकार के स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिव और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने समारोह की अध्यक्षता की। अपने अध्यक्षीय भाषण में  डिग्री, डिप्लोमा और पदक प्राप्त करने वाले छात्रों को बधाई देते हुए उन्‍होंने उनसे अध्‍ययन जारी रखने की अपील की और समाज तथा राष्ट्र को वापस योगदान देने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने जनसंख्या वैज्ञानिकों को प्रशिक्षित करने और भारत में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण और लॉगीच्‍युडनल वृद्धावस्था अध्ययन जैसे सर्वेक्षणों के माध्यम से उच्च गुणवत्तापूर्ण डाटा तैयार करने में आईआईपीएस के योगदान की सराहना की। उन्होंने बताया कि भारत ने कोविड-19 के प्रबंधन जैसी चुनौतियों को दूर करने के संदर्भ में जो विकास हासिल किया है, और देश के निम्‍न-प्रतिस्थापन स्तर की उर्वरता को अर्जित करने की सराहना की। उन्होंने छात्रों और शोधकर्ताओं से राष्ट्र निर्माण की दिशा में काम करने का अनुरोध किया।

आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के पूर्व सीईओ और भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकारी डॉ. इंदु भूषण, जो समारोह के मुख्य अतिथि, ने दीक्षांत भाषण दिया। उन्होंने डिग्री/डिप्लोमा प्राप्त करने वाले छात्रों को बधाई देते हुए जनसंख्या के क्षेत्र में उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में आईआईपीएस की भूमिका की सराहना की। डॉ. भूषण ने सात प्रमुख क्षेत्रों के बारे में चर्चा की, जिन पर देश के विकास के लिए जनसांख्यिकी/जनसंख्या वैज्ञानिकों को ध्यान केंद्रित करना चाहिए, अर्थात्; (i) कौशल विकास द्वारा जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाना, (ii) वृ‍द्ध हो रही जनसंख्‍या की सहायता करना (iii) प्रवासन और शहरीकरण पर ध्‍यान देना (iv) जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटना (v) जेंडर समानता सुनिश्चित करना (vi) सुसंगत और उच्च गुणवत्तापूर्ण प्रासंगिक डेटा तैयार करना और (vii) प्रौद्योगिकीय उन्‍नति की सीमाओं से अवगत होना। उन्होंने छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनने और सीखने की अपनी जिज्ञासा को कभी नहीं छोड़ने का सुझाव दिया।

आईआईपीएस के निदेशक प्रो के एस जेम्स ने शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए संस्थान के कार्यकलापों और उपलब्धियों से युक्त निदेशक की रिपोर्ट प्रस्तुत की। संस्थान चार नियमित कार्यक्रम - पीएचडी, एमपीएस, बायोस्टैटिस्टिक्स और जनसांख्यिकी में एमएससी और जनसंख्या अध्ययन में एमए / एमएससी, दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से दो मास्टर कार्यक्रम और राष्‍ट्रीय सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य अनुसंधान, मुंबई के दो डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रदान करता है।

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