रक्षा मंत्रालय
आत्मनिर्भरता का अर्थ है उपकरणों का स्वदेशी डिजाइन एवं विकास, अपग्रेड करने की क्षमता होना और उन पर पूर्ण नियंत्रण बनाए रखना: सचिव (रक्षा उत्पादन)
प्रविष्टि तिथि:
12 DEC 2025 9:58PM by PIB Delhi
रक्षा उत्पादन सचिव, श्री संजीव कुमार ने आज की पारंपरिक और अपरंपरागत चुनौतियों से निपटने के लिए रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। 12 दिसंबर, 2025 को नई दिल्ली में भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक द्वारा आयोजित 'रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत और विभिन्न सरकारी पहल' विषय पर व्याख्यान देते हुए, उन्होंने आत्मनिर्भरता को "दूसरों पर निर्भर न रहने, उपकरणों को स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित करने, उन्हें उन्नत करने की क्षमता रखने और इन उत्पादों पर पूर्ण नियंत्रण बनाए रखने" के रूप में परिभाषित किया।

सचिव (रक्षा उत्पादन) ने देश में एक सशक्त रक्षा इकोसिस्टम के निर्माण में सृजन योजना, पॉजिटिव इंडिजिनाइजेशन लिस्ट, मेक प्रोसीजर, और आईडैक्स योजना के प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रक्रियागत ढाँचों के भीतर पारदर्शिता सुनिश्चित करने में लेखा परीक्षा एजेंसियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
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पीके/केसी/डीवी
(रिलीज़ आईडी: 2203451)
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