संस्कृति मंत्रालय
'मेरा गांव मेरी धरोहर' कार्यक्रम
प्रविष्टि तिथि:
08 DEC 2025 3:33PM by PIB Delhi
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के सभी 1237 गांवों का विवरण एमजीएमडी पोर्टल पर मानचित्रण करके अपलोड किया गया है।
मेरा गांव मेरी धरोहर (एमजीएमडी) कार्यक्रम के तहत देश भर में सांस्कृतिक मानचित्रण के लिए 6,38,365 गांवों की पहचान की गई है। इनमें से अब तक 6,23,449 गांवों का विवरण एमजीएमडी पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है।
अपनी दस्तावेजीकरण गतिविधियों के हिस्से के रूप में, एमजीएमडी, मौखिक परंपराओं, विश्वासों, रीति-रिवाजों, ऐतिहासिक महत्व, कला रूपों, विरासत स्थलों, पारंपरिक भोजन, प्रमुख कलाकारों, मेलों और त्योहारों, पारंपरिक पोशाक, गहने और स्थानीय स्थलों सहित मूर्त और अमूर्त दोनों सांस्कृतिक तत्वों की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल करता है।
एमजीएमडी कार्यक्रम प्रामाणिक, ग्राम-स्तरीय सांस्कृतिक प्रोफाइल बनाकर ग्रामीण पहचान को मजबूत करने पर जोर देता है जो स्थानीय परंपराओं, प्रणालियों और विरासत संपत्तियों को मान्यता देता है। यह एमजीएमडी पोर्टल के माध्यम से समुदाय के नेतृत्व वाले दस्तावेजीकरण और क्राउड-सोर्स्ड सत्यापन को सक्षम करके सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देता है। एकल राष्ट्रीय पोर्टल पर संरचित सांस्कृतिक डेटा की उपलब्धता सांस्कृतिक क्लस्टर विकास, विरासत पर्यटन और पारंपरिक कौशल को बढ़ावा देने की योजना बनाने में सहायता करती है, जिससे स्थायी आजीविका सृजन और ग्रामीण आर्थिक विकास में योगदान मिलता है।
एमजीएमडी कार्यक्रम के तहत, संस्कृति मंत्रालय ने ओडिशा के गांवों का सांस्कृतिक मानचित्रण किया है, जिसके तहत अब तक 47,209 गांवों का मानचित्रण किया गया है। भद्रक जिले के सभी 998 गांवों का विवरण मैप किया गया है और एमजीएमडी पोर्टल पर अपलोड किया गया है। इसी तरह, बालासोर जिले के सभी 2,798 गांवों का विवरण मानचित्रण के बाद एमजीएमडी पोर्टल पर अपलोड किया गया है।
केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
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पीके/केसी/एसकेएस/एसवी
(रिलीज़ आईडी: 2200495)
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