पंचायती राज मंत्रालय
इंटरनेट/ई-पंचायत सुविधा के क्रियान्वयन की स्थिति
प्रविष्टि तिथि:
03 DEC 2025 3:55PM by PIB Delhi
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत, पंचायती राज मंत्रालय देश के सभी राज्यों और केन्द्र - शासित प्रदेशों (यूटी) में ई-पंचायत मिशन मोड परियोजना (एमएमपी) का क्रियान्वयन कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य पंचायतों को अपेक्षाकृत अधिक पारदर्शी, जवाबदेह एवं प्रभावी बनाकर उनके कामकाज में सुधार लाना है। इस पहल के एक भाग के रूप में, मंत्रालय ई-ग्रामस्वराज का संचालन कर रहा है जोकि योजना एवं लेखा संबंधी एक ऐसा ऑनलाइन अनुप्रयोग है, जिसे नियोजन, बजट और लेखा जैसी पंचायत की गतिविधियों को सरल बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। मंत्रालय ने ग्राम पंचायतों (जीपी) के लिए विक्रेताओं/सेवा प्रदाताओं को ऑनलाइन भुगतान करने हेतु ई-ग्रामस्वराज को सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के साथ भी एकीकृत किया है। पंचायतें वार्षिक पंचायत विकास योजनाएं तैयार करने और अपलोड करने के लिए ई-ग्रामस्वराज पोर्टल का उपयोग करती हैं। वर्ष 2024-25 के दौरान ई-ग्रामस्वराज के अंतर्गत पंजाब सहित विभिन्न राज्यों द्वारा की गई प्रगति अनुलग्नक-I में दी गई है।
इसके अलावा, डिजिटल इंडिया के विजन को साकार करने हेतु दूरसंचार विभाग (डीओटी) द्वारा देश की सभी ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करने हेतु भारत नेट परियोजना को चरणबद्ध तरीके से कार्यान्वित किया जा रहा है। अब तक, कुल 2.69 लाख ग्राम पंचायतों/पारंपरिक स्थानीय निकायों (टीएलबी) में से 2.18 लाख जीपी/टीएलबी को भारतनेट परियोजना के तहत हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएं प्रदान करके सेवा हेतु तैयार किया जा चुका है। डिजिटल कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाने हेतु, भारत नेट चरण- I और चरण- II के मौजूदा नेटवर्क के उन्नयन और शेष ग्राम पंचायतों में नेटवर्क के निर्माण के लिए संशोधित भारत नेट कार्यक्रम को 04.08.2023 को कैबिनेट द्वारा अनुमोदित किया गया था।
दूरसंचार विभाग (डीओटी) की भारतनेट परियोजना के अंतर्गत पंजाब सहित सभी ग्राम पंचायतों में सेवा हेतु तैयार केन्द्रों की संख्या अनुलग्नक-II में देखी जा सकती है। सेवा हेतु तैयार ग्राम पंचायतों का डेटा भारतनेट यूएनएमएस डैशबोर्ड से लिया गया है।
सभी राज्य अपने उपलब्ध संसाधनों के आधार पर ई-पंचायत एमएमपी को लागू करने के प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, देश भर में पंचायतों की तैयारी के स्तर में अंतर के कारण, राज्य इन अनुप्रयोगों को लागू करने के विभिन्न चरणों में हैं। इसके अलावा, दूरसंचार विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारतनेट परियोजना के पूरा होने की समय-सीमा मार्च 2027 है।
अनुलग्नक-I
वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान ग्राम पंचायत स्तर पर ई-ग्रामस्वराज को अपनाना
|
क्र.सं.
|
राज्य का नाम
|
ग्राम पंचायतों और समकक्षों की कुल संख्या
|
शामिल ग्राम पंचायतें
|
ऑनलाइन भुगतान से लैस ग्राम पंचायतें और समकक्ष
|
ब्लॉक पंचायतों और समकक्षों की कुल संख्या
|
शामिल ब्लॉक पंचायतें
|
ऑनलाइन भुगतान से लैस ब्लॉक पंचायतें
|
जिला पंचायतों और समकक्षों की कुल संख्या
|
शामिल जिला पंचायतें
|
Zila Panchayats With Online Payment
|
|
1
|
आंध्र प्रदेश
|
13328
|
13320
|
13002
|
660
|
660
|
645
|
13
|
13
|
13
|
|
2
|
अरुणाचल प्रदेश
|
2108
|
2108
|
426
|
0
|
0
|
0
|
27
|
26
|
11
|
|
3
|
असम
|
2770
|
2235
|
2183
|
196
|
196
|
191
|
30
|
29
|
27
|
|
4
|
बिहार
|
8054
|
8054
|
8046
|
534
|
534
|
531
|
38
|
38
|
38
|
|
5
|
छत्तीसगढ़
|
11709
|
11700
|
11542
|
146
|
146
|
146
|
33
|
33
|
27
|
|
6
|
गोवा
|
191
|
191
|
97
|
0
|
0
|
0
|
2
|
2
|
2
|
|
7
|
गुजरात
|
14677
|
14666
|
14006
|
248
|
248
|
248
|
33
|
33
|
33
|
|
8
|
हरियाणा
|
6227
|
6227
|
5979
|
143
|
143
|
134
|
22
|
22
|
22
|
|
9
|
हिमाचल प्रदेश
|
3615
|
3615
|
3557
|
81
|
81
|
81
|
12
|
12
|
12
|
|
10
|
झारखंड
|
4345
|
4345
|
4335
|
264
|
264
|
263
|
24
|
24
|
24
|
|
11
|
कर्नाटक
|
5951
|
5951
|
5942
|
238
|
232
|
127
|
31
|
31
|
29
|
|
12
|
केरल
|
941
|
941
|
941
|
152
|
152
|
152
|
14
|
14
|
14
|
|
13
|
मध्य प्रदेश
|
23011
|
23011
|
22987
|
313
|
313
|
311
|
52
|
52
|
52
|
|
14
|
महाराष्ट्र
|
27955
|
27941
|
27027
|
351
|
351
|
312
|
34
|
34
|
34
|
|
15
|
मणिपुर
|
3175
|
161
|
125
|
0
|
0
|
0
|
12
|
6
|
4
|
|
16
|
मेघालय
|
6828
|
0
|
0
|
0
|
0
|
0
|
3
|
3
|
0
|
|
17
|
मिजोरम
|
844
|
841
|
832
|
0
|
0
|
0
|
0
|
0
|
0
|
|
18
|
नागालैंड
|
1311
|
984
|
0
|
0
|
0
|
0
|
0
|
0
|
0
|
|
19
|
ओडिशा
|
6794
|
6794
|
6794
|
314
|
314
|
314
|
30
|
30
|
30
|
|
20
|
पंजाब
|
13238
|
13234
|
10240
|
154
|
151
|
123
|
23
|
23
|
19
|
|
21
|
राजस्थान
|
11229
|
11226
|
10907
|
361
|
353
|
351
|
33
|
33
|
33
|
|
22
|
सिक्किम
|
199
|
199
|
195
|
0
|
0
|
0
|
6
|
6
|
6
|
|
23
|
तमिलनाडु
|
12525
|
12525
|
12520
|
388
|
388
|
388
|
36
|
36
|
36
|
|
24
|
तेलंगाना
|
12994
|
12768
|
12648
|
572
|
542
|
514
|
32
|
32
|
32
|
|
25
|
त्रिपुरा
|
1194
|
1194
|
1175
|
75
|
75
|
75
|
9
|
9
|
9
|
|
26
|
उत्तराखंड
|
7820
|
7790
|
7752
|
95
|
95
|
95
|
13
|
13
|
13
|
|
27
|
उत्तर प्रदेश
|
57691
|
57691
|
57655
|
826
|
826
|
823
|
75
|
75
|
75
|
|
28
|
पश्चिम बंगाल
|
3339
|
3339
|
3339
|
345
|
345
|
345
|
22
|
21
|
21
|
|
कुल
|
264063
|
253051
|
244252
|
6456
|
6409
|
6169
|
659
|
650
|
616
|
अनुलग्नक-II
कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्शन से लैस ग्राम पंचायतों की राज्यवार स्थिति
|
क्र. सं
|
राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेशों के नाम
|
कुल जीपी/टीएलबी (एलजीडी के अनुसार)
|
इंटरनेट के लिए जीपी/टीएलबी में सेवा हेतु तैयार केन्द्र *
|
|
1
|
अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह
|
70
|
81
|
|
2
|
आंध्र प्रदेश
|
13325
|
12972
|
|
3
|
अरुणाचल प्रदेश
|
2108
|
1145
|
|
4
|
असम
|
2657
|
1634
|
|
5
|
बिहार
|
8053
|
8860
|
|
6
|
छत्तीसगढ़
|
11693
|
9759
|
|
7
|
गोवा
|
191
|
0
|
|
8
|
गुजरात
|
14625
|
14563
|
|
9
|
हरियाणा
|
6230
|
6204
|
|
10
|
हिमाचल प्रदेश*
|
3615
|
416
|
|
11
|
जम्मू एवं कश्मीर
|
4291
|
1115
|
|
12
|
झारखंड
|
4347
|
4649
|
|
13
|
कर्नाटक
|
5949
|
6251
|
|
14
|
केरल
|
941
|
1130
|
|
15
|
लद्दाख
|
193
|
193
|
|
16
|
लक्षद्वीप
|
10
|
9
|
|
17
|
मध्य प्रदेश
|
23011
|
18106
|
|
18
|
महाराष्ट्र
|
27976
|
24778
|
|
19
|
मणिपुर
|
3812
|
1485
|
|
20
|
मेघालय
|
6880
|
697
|
|
21
|
मिजोरम
|
854
|
539
|
|
22
|
नागालैंड
|
1327
|
236
|
|
23
|
ओडिशा
|
6794
|
7099
|
|
24
|
पुडुचेरी
|
108
|
101
|
|
25
|
पंजाब
|
13236
|
12807
|
|
26
|
राजस्थान
|
11071
|
8997
|
|
27
|
सिक्किम
|
199
|
54
|
|
28
|
तमिलनाडु
|
12480
|
10843
|
|
29
|
तेलंगाना
|
12760
|
10934
|
|
30
|
दादरा एवं नगर हवेली तथा दमन एवं दीव
|
50
|
41
|
|
31
|
त्रिपुरा
|
1194
|
772
|
|
32
|
उत्तर प्रदेश
|
57695
|
47451
|
|
33
|
उत्तराखंड
|
7817
|
2023
|
|
34
|
पश्चिम बंगाल
|
3339
|
2958
|
|
कुल
|
268901
|
218902
|
* यह डेटा भारतनेट यूएनएमएस डैशबोर्ड से प्राप्त किया गया है, तथा कुछ ग्राम पंचायतों में अनेक सेवा हेतु केन्द्र हो सकते हैं।
यह जानकारी केन्द्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने 03 दिसंबर 2025 को राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी।
***
पीके/ केसी / आर
(रिलीज़ आईडी: 2198378)
आगंतुक पटल : 47