राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण
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एनएफआरए ने लेखापरीक्षा गुणवत्ता बढ़ाने हेतु देशव्यापी आउटरीच कार्यक्रम और ऑडिट फर्म सर्वेक्षण 2025 आरंभ किया


लेखापरीक्षा में लगे छोटे और मध्यम पेशेवरों की सहायता के लिए 'लेखापरीक्षा अभ्यास टूलकिट' जारी किया गया

प्रविष्टि तिथि: 02 DEC 2025 5:49PM by PIB Delhi

देश में लेखा मानकों और लेखापरीक्षा मानकों के अनुपालन की निगरानी करने और उसे लागू करने वाली संस्था राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण – एनएफआरए ने देश भर में लेखापरीक्षा गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से आउटरीच कार्यक्रम आरंभ किया है। इस पहल का उद्देश्य सभी आकार की ऑडिट फर्मों, विशेष रूप से लघु एवं मध्यम आकार के फर्मों के ऑडिट गुणवत्ता में सुधार और सतत ऑडिट प्रथाओं को बेहतर बनाना है। देश भर में विभिन्न स्थानों पर आयोजित किये जा रहे आउटरीच कार्यक्रमों का विषय "एक बेहतर वित्तीय रिपोर्टिंग दुनिया का निर्माण" है।

आउटरीच कार्यक्रम और कार्यशालाएं निम्नानुसार आयोजित की गईं:

  1. 26.09.2025 को हैदराबाद में आयोजित कार्यक्रम में 27 ऑडिट फर्मों के प्रतिनिधियों सहित 65 पेशेवरों ने भाग लिया।
  2. 06.10.2025 को इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में 13 ऑडिट फर्मों के प्रतिनिधियों सहित 42 पेशेवरों ने हिस्सा लिया।

एनएफआरए ने लेखा गुणवत्ता से संबंधित मुद्दों और सभी लेखा पेशेवरों को प्रभावी समर्थन देने की भूमिका के तहत आउटरीच गतिविधियों के साथ ही पहला "ऑडिट फर्म सर्वेक्षण 2025" की पहल की है। सर्वेक्षण में मिली जानकारी एनएफआरए को अपनी भूमिकाओं और दायित्वों को और अधिक अनुकूलित करने और सभी ऑडिट फर्मों और ऑडिट पेशेवरों के साथ रचनात्मक संवाद स्थापित करने में सक्षम बनाएगी। सर्वेक्षण में देश भर की 383 फर्मों ने भाग लिया।

एनएफआरए ने अपने अधिदेश के अनुरूप निम्नलिखित कदम उठाए हैं:

  1. मानक स्थापन कार्य:

लेखा परीक्षा मानक: एनएफआरए द्वारा लेखा परीक्षा पर 40 संशोधित उच्च मानक समूह की संस्तुति की गई है, जिसमें समूह लेखा परीक्षा से संबंधित संशोधित मानक और गुणवत्ता प्रबंधन मानक शामिल हैं।

लेखांकन मानक: भारतीय लेखांकन मानक में कुल 47 संशोधन/बदलाव की सिफ़ारिश की गई है, जिनमें से 44 अधिसूचित कर दिये गये हैं। लघु और मध्यम कंपनियों के लिए 27 लेखांकन मानकों की सिफ़ारिश की गई है, जिन्हें कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय द्वारा अधिसूचित किया गया है।

  1. प्रवर्तन कार्य:

एनएफआरए ने व्यावसायिक कदाचार के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई कर लेखापरीक्षा पेशे को वैधानिक तथा लेखांकन तथा लेखापरीक्षा मानकों के दायित्व के प्रति संवेदनशील बनाया है।

एनएफआरए के आदेशों को पेशे से संबद्ध संगठन द्वारा प्रकाशित किया गया है। एनएफआरए वेबिनार भी आयोजित कर अपने अनुभवों और निष्कर्षों को प्रसारित करने के लिए हितधारकों के साथ लगातार संवादरत है।

  1. लेखापरीक्षा गुणवत्ता निरीक्षण:

एनएफआरए ने दिसंबर 2022 में, ऑडिट फर्मों के लेखा गुणवत्ता निरीक्षण आरंभ किए थे, जिसमें फर्मों और ऑडिट फर्मों द्वारा किए गए व्यक्तिगत ऑडिट कार्यों का निरीक्षण शामिल है। अब तक एनएफआरए की वेबसाइट पर 12 ऑडिट गुणवत्ता निरीक्षण रिपोर्ट प्रकाशित की गयी हैं।

  1. एनएफआरए परिपत्र:

एनएफआरए ने गैर-अनुपालन पुनरावृत्ति रोकने और भारत में वित्तीय रिपोर्टिंग की गुणवत्ता में प्रणालीगत सुधार के उद्देश्य से, विभिन्न हितधारकों को सलाह और मार्गदर्शन के लिए अधिनियम और मानकों के प्रावधानों को दोहराते हुए परिपत्र जारी किए हैं।

  1. एनएफआरए की लेखा परीक्षक-लेखा परीक्षा समिति संवाद श्रृंखला:

बेहतर लेखापरीक्षा गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए लेखापरीक्षक-लेखापरीक्षा समिति के बीच संवाद की एक श्रृंखला आरंभ की गई है।

  1. एनएफआरए ने भारतीय कॉरपोरेट कार्य संस्थान के सहयोग से लेखा परीक्षा की गुणवत्ता के प्रति अहम दायित्व वाली कंपनियों के स्वतंत्र निदेशकों और लेखा परीक्षा समिति के सदस्यों के क्षमता निर्माण के लिए 4 महीने का पाठ्यक्रम आरंभ किया है।

(vii) एनएफआरए ने लेखांकन में लगे लघु और मध्यम पेशेवरों की सहायता के लिए 04 नवंबर 2025 को अपनी वेबसाइट पर 'ऑडिट प्रैक्टिस टूलकिट' जारी किया है।

(viii) एनएफआरए ने अपनी 2025-26 पहल एक बेहतर वित्तीय रिपोर्टिंग पारिस्थितिकी तंत्र निर्मित करने के तहत वेबिनार श्रृंखला आरंभ करने की घोषणा की।

कॉरपोरेट कार्य तथा सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा ​​ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

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पीके/केसी/एकेवी/एसके


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