कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय
उभरती हुई प्रौद्योगिकी में कौशल विकास
प्रविष्टि तिथि:
01 DEC 2025 5:32PM by PIB Delhi
भारत सरकार के कौशल भारत मिशन (एसआईएम) के तहत, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) देशभर में कौशल, पुनः-कौशल और कौशल बढ़ाने प्रशिक्षण का एक मजबूत ढांचा संचालित करता है। इसके लिए मंत्रालय विभिन्न प्रमुख योजनाओं के माध्यम से व्यापक नेटवर्क में कौशल विकास केंद्रों का संचालन करता है। इनमें प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई), जन शिक्षण संस्थान (जेएसएस) योजना, राष्ट्रीय शिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस) और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के माध्यम से संचालित शिल्पकार प्रशिक्षण योजना (सीटीएस) शामिल हैं। इन सभी गतिविधियों का मूल उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग तक गुणवत्तापूर्ण कौशल प्रशिक्षण को पहुंचाना और युवाओं को उद्योग-उन्मुख, आधुनिक एवं भविष्य तैयार कौशलों से सशक्त बनाना है।
इसके अलावा, राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) ने राष्ट्रीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता कार्यक्रम (एनपीएआई) कौशल विकास ढांचा विकसित किया है। यह ढांचा एआई, डेटा विज्ञान तथा उभरती प्रौद्योगिकियों में कौशल विकास के लिए राष्ट्रीय रोडमैप, संरचना और दिशानिर्देशों को स्पष्ट रूप में परिभाषित करता है। यह एक मूलभूत दस्तावेज की तरह कार्य करता है, जिसके आधार पर देशभर में मानकीकृत और उद्योग-संरेखित पाठ्यक्रम तथा पाठ्यचर्या विकसित की जा रही हैं, ताकि युवा आधुनिक तकनीकी कौशलों से लैस होकर भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार हो सकें।
पीएमकेवीवाई 3.0 और 4.0 जैसी पहलों ने एआई, रोबोटिक्स तथा नए युग की तकनीकों पर केंद्रित विशेष अल्पकालिक और उन्नत मॉड्यूल पेश किए हैं। इनका उद्देश्य उद्योग जगत की मांग को पूरा करना, डिजिटल परिवर्तन को गति देना और उद्योग 4.0 तथा हरित परिवर्तन के लिए कार्यबल तैयार करना है।
सीटीएस के अंतर्गत, देश के युवाओं के कौशल विकासएवं उन्नयन के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता, औद्योगिक रोबोटिक्स और जलवायु अनुकूल प्रौद्योगिकी सहित 31 नए युग के पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) तथा राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) के नेटवर्क के माध्यम से प्रदान किया जाता है।
इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने नैसकॉम के साथ मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), रोबोटिक्स प्रोसेस ऑटोमेशन (आरपीए) साइबर सुरक्षा तथा अन्य डिजिटल कौशल पर पाठ्यक्रम एवं अन्य कार्यक्रमों की पेशकश करके शिक्षार्थियों को 11 उभरती प्रौद्योगिकियों के ज्ञान से लैस करने हेतु फ्यूचर स्किल्स प्राइम (एफएसपी) प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है।
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने स्कूली विद्यार्थियों (कक्षा 6-12) में एआई जागरूकता और बुनियादी कौशल को बढ़ावा देने तथा शिक्षकों में एआई साक्षरता पहुंचाने उद्देश्य से एक राष्ट्रीय स्तर की पहल, एसओएआर (एआई रेडीनेस के लिए कौशल) शुरू की है। यह कार्यक्रम विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में एआई शिक्षा तक समान पहुंच सुनिश्चित करके डिजिटल विभाजन को पाटने का प्रयास करता है, जिससे समावेशी और भविष्य के लिए तैयार कौशल के राष्ट्रीय एजेंडे को बल मिलता है।
डीजीटी ने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत कौशल विकास कार्यक्रमों के लिए आईबीएम इंडिया, माइक्रोसॉफ्ट, सिस्को, एबोड इंडिया, अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस), फ्यूचर राइट स्किल्स नेटवर्क (एफआरएसएन), एडुनेट फाउंडेशन, ऑटो डेस्क आदि संस्थाओं के साथ सहयोग किया है। ये साझेदारियां आधुनिक तकनीकों में प्रौद्योगिकी और व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण के प्रावधान को सुगम बनाती हैं। सीटीएस के विभिन्न ट्रेडों के अंतर्गत रोजगार कौशल विषय में ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का परिचय, अवधि: 7.5 घंटे’ पर एक मॉड्यूल भी शुरू किया गया है।
फ्यूचर स्किल्स प्राइम प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रस्तुत पाठ्यक्रम उद्योग-उन्मुख हैं और वैश्विक ओईएम भागीदारों, कंटेंट पार्टनर्स तथा नैसकॉम द्वारा प्रस्तुत किए जाते हैं। इसके अलावा, आईटी-आईटीईएस एसएससी नैसकॉम के साथ मिलकर योग्यताएं विकसित करता है, जिसमें उनका सत्यापन भी सुनिश्चित करता है।
सक्रिय उद्योग जगत और वैश्विक डोमेन भागीदारी के साथ गठित सेक्टर स्किल काउंसिल (एसएससी) पाठ्यक्रम का सह-विकास एवं प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित करते हैं। अग्रणी उद्योग साझेदार पाठ्यक्रम सहायता प्रदान करते हैं और एआई, रोबोटिक्स तथा जलवायु तकनीक में प्रशिक्षुता/इंटर्नशिप सहायता प्रदान करते हैं।
उद्योग जगत के कई साझेदार एनसीवीईटी की स्वीकृति के लिए अपने स्वयं के एआई और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम भी प्रस्तुत करते हैं, जिससे उद्योग जगत द्वारा तैयार किए गए नवीनतम पाठ्यक्रम को अपनाना संभव हो पाता है। ये साझेदारियां सामूहिक रूप से यह सुनिश्चित करती हैं कि एआई-संबंधित कौशल कार्यक्रम प्रासंगिक, उच्च-गुणवत्तापूर्ण और रोजगार पर केंद्रित रहें।
पीएमकेवीवाई के अंतर्गत एक सशक्त और बहु-स्तरीय निगरानी एवं प्रभाव मूल्यांकन ढांचा लागू किया गया है। इसके तहत सभी उम्मीदवारों, प्रशिक्षण प्रदाताओं और रोजगार परिणामों की निगरानी एकीकृत डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म (एसआईडीएच) के माध्यम से की जाती है। समय-समय पर किए जाने वाले तृतीय-पक्ष मूल्यांकन, साथ ही नियोक्ता प्रतिक्रिया, प्रशिक्षण मॉड्यूल में निरंतर सुधार को दिशा देते हैं। इसके अलावा, लगातार डेटा विश्लेषण एवं रिपोर्टिंग हमेशा नीति-निर्माण के लिए महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं और अनुकूली निर्णय-प्रक्रिया तथा उभरती प्रौद्योगिकियों से जुड़ी कौशल गतिविधियों के साक्ष्य-आधारित विस्तार को सक्षम बनाते हैं।
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पीके/केसी/एनके
(रिलीज़ आईडी: 2197222)
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