वस्त्र मंत्रालय
भारत शक्ति और आत्मविश्वास के साथ वैश्विक वस्त्र मांग की पूर्ति कर रहा है: राज्य मंत्री श्री पबित्र मार्गेरीटा
मुंबई में मैटेक्सिल के निर्यात पुरस्कार समारोह में टेक्निकल टेक्सटाइल निर्यातकों की विभिन्न श्रेणियों में असाधारण प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया
Posted On:
19 NOV 2025 9:21PM by PIB Delhi
वस्त्रों की वैश्विक मांग सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर है और दुनिया तेजी से उच्च प्रदर्शन, कार्यात्मक और टिकाऊ सामग्री की ओर अग्रसर हो रही है। केंद्रीय वस्त्र और विदेश राज्य मंत्री श्री पबित्र मार्गेरीटा ने आज मुंबई में मानव निर्मित और टेक्निकल टेक्सटाइल निर्यात संवर्धन परिषद (मैटेक्सिल) के 2023-24 और 2024-25 के निर्यात पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत इस मांग की मजबूती और आत्मविश्वास के साथ पूर्ति कर रहा है।

राज्य मंत्री श्री मार्गेरीटा ने टेक्निकल टेक्सटाइल में निर्यात उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार प्रदान किए। इस सेक्टर के लगभग 80 असाधारण प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया।

श्री मार्गेरीटा ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह उत्सव न केवल विजेताओं को बल्कि हर उस कार्यकर्ता, इंजीनियर, डिजाइनर, उद्यमी और निर्यातक को भी सम्मानित करने के लिए था, जो वस्त्र क्षेत्र को आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा, "आपका कार्य लाखों परिवारों को शक्ति प्रदान करता है और राष्ट्र को गर्वित करता है।"
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श्री मार्गेरीटा ने कहा कि मानव निर्मित फाइबर (एमएमएफ) और टेक्निकल टेक्सटाइल टिकाऊ और उन्नत सामग्री की ओर वैश्विक बदलाव में सबसे आगे हैं। एमएमएफ आज वैश्विक फाइबर बाजार में लगभग 70-75 प्रतिशत योगदान करता है, जो उपभोक्ता मांग और औद्योगिक अनुप्रयोगों में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का संकेत है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत इस बदलाव का शक्ति और आत्मविश्वास के साथ जवाब दे रहा है।
श्री मार्गेरीटा ने रेखांकित कि भारत के एमएमएफ निर्यात में 2024-25 में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि टेक्निकल टेक्सटाइल निर्यात में 15 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, जो इस उभरते सेक्टर में देश की बढ़ती प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाती है। वैश्विक मांग जारी रहने के साथ भारत विस्तारित अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एक बड़े हिस्से पर नियंत्रण करने के लिए तैयार है। उन्होंने बल देकर कहा कि भारत के उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद देश की प्रतिष्ठा को एक विश्वसनीय वैश्विक भागीदार के रूप में सुदृढ़ कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “एक साथ मिलकर हम 2030 तक वस्त्र निर्यात में 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर और 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर के वस्त्र बाजार के लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं, जो 2047 तक विकसित भारत के हमारे विजन के अनुरूप है।”
श्री मार्गेरीटा ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्री गिरिराज सिंह के व्यवहारिक दृष्टिकोण पर भी जोर दिया, जो औद्योगिक बाधाओं को कम करने और मूल्य श्रृंखला अवसरों को सुदृढ़ करने में सहायक है। उन्होंने कहा कि वस्त्र मंत्रालय ने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना और राष्ट्रीय टेक्निकल टेक्सटाइल मिशन जैसी रूपांतरकारी पहलों को लागू किया है, जो मूल्य श्रृंखला के हर चरण में क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि मंत्रालय वस्त्र इको-सिस्ट में सभी हितधारकों के साथ मजबूती से खड़ा है
लगातार दो वर्ष के लिए दिए गए पुरस्कारों ने 2023-24 और 2024-25 के दौरान मजबूत प्रदर्शन को उजागर किया। इस अवधि में भारत के टेक्निकल टेक्सटाइल क्षेत्र ने नवाचार, विविधीकरण और वैश्विक विस्तार के चलते मजबूत विकास दर्ज किया। भारत की निर्यात उत्कृष्टता में अनुकरणीय योगदान के लिए सराहना के रूप में कृषि, चिकित्सा, औद्योगिक और सुरक्षात्मक वस्त्र सहित बारह श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए।
प्रमुख पुरस्कार विजेताओं में अन्य अग्रणी उद्योग कंपनियों के साथ-साथ गारवेयर टेक्निकल फाइबर्स लिमिटेड, अरविंद लिमिटेड और केटी एक्सपोर्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शामिल थे। भारत के टेक्निकल टेक्सटाइल इको-सिस्टम को सुदृढ़ करने में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए संगठनों और व्यक्तियों को विशेष पुरस्कार भी प्रदान किए गए।
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इस कार्यक्रम के दौरान मैटेक्सिल का टेक्निकल टेक्सटाइल डोजियर भी जारी किया गया। “जेननेक्स्ट द्वारा टेक्निकल टेक्सटाइल निर्यात की संभावनाओं और क्षमताओं” पर एक पैनल चर्चा में युवा उद्यमियों और विचारकों ने भाग लिया, जिन्होंने उभरते बाजार रुझान, स्थिरता अनिवार्यताएं और वैश्विक अवसरों पर चर्चा की।
इस कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और कपड़ा उद्योग के प्रमुख हितधारकों के साथ-साथ मैटेक्सिल के अध्यक्ष श्री शालीन तोशनीवाल; टेक्निकल टेक्सटाइल उपसमिति के संयोजक श्री प्रमोद खोसला; तत्काल पूर्व अध्यक्ष श्री भद्रेश डोढिया और उपाध्यक्ष श्री अनिल राजवंशी भी शामिल थे।
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