निर्वाचन आयोग
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बिहार विधानसभा चुनाव – 2025


निर्वाचन आयोग की बिहार फर्स्ट पहल के परिणामस्वरूप त्योहारों के माहौल के बीच रिकॉर्ड मतदान, शून्य पुनर्मतदान और शांतिपूर्ण मतदान हुआ

Posted On: 12 NOV 2025 8:59PM by PIB Delhi
  1. बिहार विधानसभा चुनाव कल 67.13 प्रतिशत* के ऐतिहासिक उच्चतम मतदान के साथ संपन्न हुए। यह 1951 के बाद से राज्य में दर्ज किया गया सर्वाधिक मतदान है। पुरुष मतदाताओं में मतदान प्रतिशत 62.98 प्रतिशत तथा महिला मतदाताओं में 71.78 प्रतिशत रहा।
  2. भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने मार्च, 2025 से कई पहल की हैं, जिनमें चुनावी राज्य बिहार पर केंद्रित 17 पहल शामिल हैं (अनुलग्नक-1)। इन पहलों का उद्देश्य मतदाताओं की सुविधा में सुधार, मतदान कर्मियों के संरचित प्रशिक्षण, संवैधानिक और कानूनी ढांचे पर आधारित प्रौद्योगिकी संचालित प्रक्रियाओं में सुधार करना था।
  3. विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर), 2025 का आयोजन जीरो अपील के साथ यह सुनिश्चित करते हुए किया गया कि बिहार निर्वाचन सूची अपडेट और त्रुटिहीन हो। इस प्रक्रिया के आधार पर, दो चरणों में होने वाले चुनावों में 7,45,26,858 मतदाता मतदान के पात्र थे।
  4. मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार ने चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी के साथ मिलकर 90,740 मतदान केंद्रों पर सुनिश्चित वेबकास्टिंग सुविधा के माध्यम से मतदान कार्यवाही पर कड़ी नजर रखी।
  5. ईसीआईनेट चुनावों के लिए तकनीक का आधार रहा, जिसने मतदाताओं को सेवाएं प्रदान कीं और निगरानी एवं पर्यवेक्षण के लिए समय पर डेटा-संग्रह सुनिश्चित किया।
  6. चुनाव के दूसरे चरण में मतदान वाले सभी 122 विधानसभा क्षेत्रों (एसी) में आयोग द्वारा नियुक्त 122 रिटर्निंग अधिकारियों (आरओ) और 122 सामान्य पर्यवेक्षकों (जीओ) की उपस्थिति में दस्तावेजों की जाँच सुचारू रूप से की गई। लगभग 460 उम्मीदवारों या उनके एजेंटों ने भी जाँच प्रक्रिया में भाग लिया।
  7. जांच के बाद किसी भी मतदान केन्द्र पर कोई विसंगति/कदाचार नहीं पाया गया तथा पुनर्मतदान की सिफारिश नहीं की गई। इसके साथ ही दो चरणों वाले बिहार चुनाव में कहीं भी पुनर्मतदान की सिफारिश नहीं की गई है। राज्य में चुनावों के हालिया इतिहास में ऐसा पहली बार देखा गया है (देखें अनुलग्नक-2)
  8. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई और जांच के बाद फॉर्म 17ए और संबंधित सामग्री को आरओ की मुहर के साथ पुनः सील कर दिया गया।

 

* आँकड़े अनंतिम हैं और अंतिम आँकड़े ईसीआई इंडेक्स कार्ड के माध्यम से साझा किए जाएँगे। शेष 2027 मतदान केंद्रों को शामिल करने के बाद, चरण-II के आँकड़े ईसीआईनेट में अपडेट किए जाएँगे। प्रेस नोट संख्या ECI/PN/351/2025 का फ़ुटनोट देखें।

 

निर्वाचन आयोग की बिहार फर्स्ट पहल

I. मतदाता सूची

  1. बिहार में मतदाता सूची को शुद्ध करने के लिए जीरो अपील के साथ विशेष गहन पुनरीक्षण किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए और कोई भी अपात्र व्यक्ति शामिल न हो।
  2. बीएलओ का पारिश्रमिक दोगुना किया गया, बीएलओ पर्यवेक्षकों और मतदान/मतगणना कर्मचारियों, सीएपीएफ, निगरानी दलों और माइक्रो-ऑब्जर्वरों का पारिश्रमिक बढ़ाया गया। ईआरओ और एईआरओ के लिए पहली बार मानदेय बढ़ाया गया।
  3. मतदाता सूची में अपडेट होने के 15 दिनों के भीतर ईपीआईसी की तेजी से डिलीवरी।
  4. क्षेत्र स्तर पर पारदर्शिता बढ़ाने के लिए बीएलओ के लिए मानक फोटो पहचान पत्र।

 

II. प्रशिक्षण

  1. बिहार के बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को पहली बार आईआईआईडीईएम, दिल्ली में प्रशिक्षित किया गया।
  2. बिहार में सभी राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए) को पहली बार आईआईआईडीईएम में मतदाता सूची तैयार करने में सहायता के विभिन्न पहलुओं का प्रशिक्षण दिया गया।
  3. चुनाव के दौरान कानून और व्यवस्था की तैयारियों को सुदृढ़ करने के लिए बिहार पुलिस के लिए विशेष सत्र आयोजित किए गए।

 

III. चुनाव प्रक्रिया का संचालन

  1. मतदान केंद्रों पर भीड़ को कम करने के लिए प्रति मतदान केंद्र 1,200 मतदाताओं की सीमा तथा ऊंचे आवासीय परिसरों और सोसायटियों में अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाए गए।
  2. मतदाताओं की सुविधा के लिए मतदान केंद्रों के बाहर मोबाइल जमा करने की सुविधा।
  3. मतदाता सूचना पर्चियों (वीआईएस) पर सीरियल और पार्ट नंबर प्रमुखता से प्रदर्शित।
  4. ईसीआईनेट ऐप पर मतदाताओं और मतदान कर्मचारियों के लिए सेवाएं प्रदान करने वाले महत्वपूर्ण मॉड्यूल सक्रिय किए गए।
  5. मतदाता मतदान के आंकड़ों को ईसीआईनेट पर पीठासीन अधिकारी द्वारा लगभग रियल टाइम आधार पर अद्यतन किया जाता है ताकि अद्यतन में न्यूनतम देरी सुनिश्चित की जा सके।
  6. मतदान केन्द्र के 100 मीटर के बाहर ही कैंडिडेट बूथ स्थापित करने की अनुमति।
  7. महत्वपूर्ण मतदान गतिविधियों की निगरानी के लिए सभी मतदान केंद्रों पर शत-प्रतिशत वेबकास्टिंग सुविधा सुनिश्चित की गई।
  8. ईवीएम मतपत्रों पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें थीं और उन्हें पढ़ने योग्य बनाया गया था।

 

IV. मतगणना

  1. फॉर्म 17सी और ईवीएम डेटा के बीच मेल न होने की स्थिति में और जहां भी मॉक पोल डेटा गलती से मिटाया नहीं गया हो, वहां अनिवार्य वीवीपीएटी गणना का निर्देश दिया गया।
  2. ईवीएम/वीवीपैट की गिनती का अंतिम से पहले वाला (दूसरे अंतिम) चरण डाक मतपत्रों की गिनती पूरी होने के बाद ही मतगणना केंद्र पर शुरू किया जाएगा।

 

क्रम सं.

 चुनाव और वर्ष

पुनर्मतदानों की कुल संख्या

 

 
   

1

 आम चुनाव, लोकसभा, 2024

2

   

2

 आम चुनाव, लोकसभा, 2019

3

   

3

आम चुनाव, लोकसभा, 2014

96

   

4

 आम चुनाव, विधान सभा, 2020

3

   

5

 आम चुनाव, विधान सभा, 2015

2

   

 

****************

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