जनजातीय कार्य मंत्रालय
आदि कर्मयोगी अभियान 2025 पर राष्ट्रीय सम्मेलन: विकसित भारत@2047 के लिए जमीनी स्तर पर शासन को सशक्त बनाना
माननीय राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगी - विकसित भारत@2047 के लिए जनजातीय नेतृत्व को सशक्त बनाना
पीएम जनमन, आदि कर्मयोगी अभियान और धरती आबा जनभागीदारी अभियान के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकर्ताओं का सम्मान
प्रविष्टि तिथि:
16 OCT 2025 6:55PM by PIB Delhi
माननीय प्रधानमंत्री द्वारा प्रतिपादित विकसित भारत विज़न के अंतर्गत और पीएम जनमन तथा धरती आबा अभियान के संयोजन में, जनजातीय कार्य मंत्रालय 17 अक्टूबर 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आदि कर्मयोगी अभियान पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करेगा, जो उत्तरदायी, नागरिक-नेतृत्व वाले शासन की ओर भारत की यात्रा में एक निर्णायक क्षण होगा।
माननीय राष्ट्रपति इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगी। इस अवसर पर केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री, संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों के मंत्री, जनजातीय कार्य राज्य मंत्री, केंद्र और राज्य सचिव, जिला मजिस्ट्रेट/उपायुक्त, मास्टर प्रशिक्षक और देश भर से आदि साथी/आदि सहयोगी प्रतिनिधियों की गरिमामय उपस्थिति रहेगी।
जनजातीय गौरव वर्ष का उत्सव: विरासत, नेतृत्व और आकांक्षाओं का सम्मान
यह सम्मेलन, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा घोषित जनजातीय गौरव वर्ष (15 नवंबर 2024 - 15 नवंबर 2025) के अंतर्गत एक केंद्रीय कार्यक्रम है, जो भारत के जनजातीय समुदायों के योगदान, सुदृढ़ता और नेतृत्व का उत्सव मनाता है।
सम्मेलन "जनजातीय ग्राम विजन 2030" पर केंद्रित - विचारों से कार्यान्वयन तक
सम्मेलन का एक प्रमुख आकर्षण "जनजातीय ग्राम विजन 2030" की अवधारणा तैयार करना होगा, जिसका उद्देश्य 50,000 से अधिक ग्राम कार्य योजनाओं से जुड़े जनजातीय समुदायों के साथ राष्ट्रव्यापी परामर्श से उभरने वाली नीतिगत जानकारी, कार्यान्वयन रूपरेखाओं और परियोजना कार्यान्वयन रणनीतियों को अंतिम रूप देना है।
पाँच विषयगत समूह प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विचार-विमर्श करेंगे:
- शिक्षा एवं कौशल विकास
- स्वास्थ्य एवं पोषण
- आजीविका एवं उद्यमिता
- अवसंरचना (आवास, बिजली, सड़क, परिवहन-संपर्क)
- शासन एवं संस्थागत सुदृढ़ीकरण
संबंधित केंद्रीय मंत्रियों के मार्गदर्शन में केंद्रीय सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारी प्रत्येक समूह की अध्यक्षता करेंगे।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकर्ताओं का सम्मान - परिवर्तनकारी कार्यों का उत्सव
सम्मेलन में मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रमों के अंतर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों और परिवर्तन लाने वालों को सम्मानित करने के लिए एक सम्मान समारोह का भी आयोजन किया जाएगा:
- पीएम जनमन - सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले मंत्रालय, राज्य और जिले
- धरती आबा जनभागीदारी अभियान - सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य और जिले
- आदि कर्मयोगी अभियान - सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य, जिले, राज्य मास्टर प्रशिक्षक (एसएमटी), आदि साथी और आदि सहयोगी
यह पहल उत्कृष्टता का जश्न मनाने, सफलता की कार्यप्रणाली को दोहराने और जमीनी स्तर पर नवाचार को प्रेरित करने की मंत्रालय की प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करती है।
जनजातीय ग्राम विजन 2030 कार्य योजना - एक जन-संचालित विकास चार्टर
आदि सेवा पर्व (2 अक्टूबर 2025) के दौरान, भारत भर की विशिष्ट ग्राम सभाओं ने जनजातीय ग्राम विजन 2030 कार्य योजना को अपनाया, जिससे प्रत्येक जनजातीय गाँव विकसित भारत@2047 के राष्ट्रीय लक्ष्य के अनुरूप अपना विकास रोडमैप तैयार करने में सक्षम हुआ।
ग्राम कार्य योजना की प्रमुख विशेषताओं में शामिल हैं:
- अन्य समुदायों के साथ विचार-विमर्श (ट्रांसेक्ट वॉक), एफजीडी और कमियों के विश्लेषण के माध्यम से समुदाय-नेतृत्व वाली योजना।
- शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, समावेश और अवसंरचना में ग्राम-स्तरीय प्राथमिकताएँ।
- पीएम जनमन और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान 2.0 जैसी प्रमुख योजनाओं के साथ एकीकरण।
- एकल-खिड़की नागरिक सेवा केंद्रों के रूप में आदि सेवा केंद्र की स्थापना।
- वास्तविक समय बहुभाषी संचार के लिए एआई-सक्षम आदि वाणी ऐप।
अब तक, 56,000 से अधिक जनजातीय ग्राम विजन 2030 कार्य योजनाएँ तैयार की जा चुकी हैं और 53,000 आदि सेवा केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं, जो क्रमशः नीति मार्गदर्शन उपकरण और संस्थागत तंत्र के रूप में हैं, जिनका उद्देश्य 30 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 10 लाख से अधिक आदि साथियों और आदि सहयोगियों की भागीदारी के माध्यम से 11.5 करोड़ जनजातीय नागरिकों को सशक्त बनाना है।
आदि कर्मयोगी अभियान के माध्यम से शासन की पुनर्कल्पना
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 17 सितंबर 2025 को धार, मध्य प्रदेश में शुरू किया गया आदि कर्मयोगी अभियान, दुनिया का सबसे बड़ा जनजातीय जमीनी स्तर का नेतृत्व मिशन है।
सेवा, समर्पण और संकल्प के सिद्धांतों पर आधारित इस मिशन ने गवर्नेंस प्रोसेस लैब के माध्यम से 20 लाख से ज़्यादा अधिकारियों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और आदिवासी युवाओं को प्रशिक्षित किया है। इस प्रशिक्षण का मुख्य जोर जनजातीय हितों के प्रति संवेदनशीलता, अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुँच, योजनाओं का समन्वय और 1 लाख आदिवासी गाँवों में सहभागी शासन जैसे विषयों पर है।
नेतृत्व के कथन
केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुएल ओराम ने कहा: "यह राष्ट्रीय सम्मेलन आदि कर्मयोगी अभियान के विचारों और आकांक्षाओं को हासिल करने योग्य परिणामों में बदलने एक मंच है। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को मान्यता देने से हर स्तर पर सेवा और जवाबदेही की भावना और मज़बूत होगी।"
जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्री दुर्गादास उइके ने कहा: "इस अभियान ने जमीनी स्तर पर शासन के एक आंदोलन को गति दी है। यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक आदिवासी गाँव आत्मनिर्भरता, नवाचार और अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक सेवा की उपलब्धता का केंद्र बने।"
जनजातीय कार्य मंत्रालय के सचिव श्री विभु नायर ने कहा: "यह सम्मेलन राष्ट्रीय और स्थानीय आकांक्षाओं की पहचान करने, समन्वय को मज़बूत करने और जनजातीय ग्राम विज़न 2030 रूपरेखा के अंतर्गत प्रगति में तेज़ी लाने के लिए एक गहन दृष्टिकोण अपनाएगा।"
विकसित भारत@2047 की ओर
आदि कर्मयोगी अभियान 2025 पर राष्ट्रीय सम्मेलन उत्तरदायी और समावेशी शासन को संस्थागत बनाने के एकीकृत राष्ट्रीय प्रयास का प्रतिनिधित्व करता है।
जनजातीय ग्राम विज़न 2030 को आगे बढ़ाते हुए, जनजातीय कार्य मंत्रालय एक नागरिक-केंद्रित अभियान चला रहा है, जो यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक आदिवासी परिवार और प्रत्येक गाँव विकसित भारत@2047 की ओर भारत की यात्रा में एक सक्रिय भागीदार हो।
"जमीनी स्तर से लेकर राष्ट्र के विज़न तक - आदि कर्मयोगी की भावना एक विकसित, समावेशी भारत का मार्ग प्रशस्त करती है।"
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पीके / केसी / जेके/डीके
(रिलीज़ आईडी: 2180133)
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