खान मंत्रालय
खान मंत्रालय ने विशेष अभियान 5.0 के तहत अखिल भारतीय ई-कचरा रि-साइकलिंग अभियान शुरू किया
Posted On:
03 OCT 2025 2:35PM by PIB Delhi
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी के नेतृत्व में, खान मंत्रालय 2 से 31 अक्टूबर, 2025 तक संचालित विशेष अभियान 5.0 के तहत अखिल भारतीय ई-कचरा रि-साइकलिंग अभियान शुरू कर रहा है। यह अभियान इलेक्ट्रॉनिक कचरे के वैज्ञानिक निपटान और उनसे संसाधन की पुनर्प्राप्ति सुनिश्चित करते हुए सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता में सुधार लाने पर केंद्रित है।

इस पहल की शुरुआत के उपलक्ष्य में, सचिव (खान) श्री पीयूष गोयल ने शास्त्री भवन, नई दिल्ली में ई-कचरा संग्रहण अभियान का शुभारंभ किया। खान मंत्रालय के विशेष अभियान 5.0 के तहत यह अभियान, एक स्वायत्त निकाय, जवाहरलाल नेहरू एल्युमीनियम अनुसंधान विकास एवं डिजाइन केंद्र (जेएनएआरडीडीसी) के सहयोग से पूरे भारत में चलाया जा रहा है। यह अभियान नागपुर और हैदराबाद स्थित नोडल स्थलों पर भी एक साथ चलाया जा रहा है, जिसमें मंत्रालय के केंद्रीय और क्षेत्रीय कार्यालयों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, क्षेत्रीय इकाइयों और स्वायत्त संगठनों की सक्रिय भागीदारी है।

ई-कचरा संग्रहण अभियान का उद्देश्य समय के साथ जमा हुए बेकार कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर, एलईडी डिस्प्ले, मोबाइल फोन और अन्य पुराने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का व्यवस्थित रूप से निपटान करना है। शास्त्री भवन के प्रवेश द्वार के पास एक समर्पित स्टॉल स्थापित किया गया है, जहां कर्मचारी पुराने उपकरणों को जमा कर सकते हैं या ई-कचरे की प्री-बुकिंग होम पिकअप अपने घरों से कर सकते हैं। खान मंत्रालय के साथ-साथ अन्य मंत्रालयों के अधिकारी भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं और जमा करते समय सूचित दरों के अनुसार बचाव मूल्य लागू होगा।

इस पहल के पर्यावरणीय और रणनीतिक महत्व को समझते हुए, जेएनएआरडीडीसी ने भारत की अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट रि-साइकलिंग कंपनी, अटेरो के साथ साझेदारी की है। इस सहयोग के तहत, अटेरो ने देशभर में 20 ई-कचरा संग्रहण स्टॉल स्थापित किए हैं, जिनमें प्रमुख सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के स्थान भी शामिल हैं, ताकि बेकार उपकरणों का आसानी से निपटान किया जा सके। अपनी विश्वव्यापी पेटेंट प्राप्त उन्नत रि-साइकलिंग तकनीकों का उपयोग करते हुए, अटेरो ई-वेस्ट और लिथियम-आयन बैटरियों के अपशिष्ट को संसाधित करके लिथियम, कोबाल्ट, निकल, मैंगनीज, ग्रेफाइट, और नियोडिमियम, प्रेजोडायमियम और डिस्प्रोसियम जैसे दुर्लभ मृदा तत्वों जैसे मूल्यवान संसाधनों को पुनर्प्राप्त करता है, जो बैटरियों, चुम्बकों, रक्षा अनुप्रयोगों और स्वच्छ ऊर्जा प्रणालियों के लिए आवश्यक हैं।

पुनर्प्राप्त की गई सामग्रियों को घरेलू विनिर्माण में पुनः एकीकृत करके, यह अभियान आयात निर्भरता को कम करके और भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन को मजबूत करके राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण खनिज मिशन के उद्देश्यों का प्रत्यक्ष समर्थन करता है। विशेष अभियान 5.0 के माध्यम से, खान मंत्रालय स्वच्छता को स्थिरता के साथ जोड़ रहा है, इलेक्ट्रॉनिक कचरे को एक रणनीतिक संसाधन में बदल रहा है और साथ ही एक स्वच्छ, अधिक कुशल और आत्मनिर्भर भारत के विजन को आगे बढ़ा रहा है।
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