राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण
एनएफआरए ने "बेहतर वित्तीय रिपोर्टिंग पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण" श्रृंखला के अंतर्गत हैदराबाद में एक दिवसीय हितधारक आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया
इस कार्यक्रम ने छोटे एवं मध्यम ऑडिट व्यवसायियों के लिए ऑडिट की गुणवत्ता, क्षमता निर्माण एवं वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को मजबूत करने पर विचार-विमर्श करने के लिए पेशेवरों एवं विशेषज्ञों को एक मंच प्रदान किया
एनएफआरए अध्यक्ष ने सार्वजनिक हितों की रक्षा एवं वित्तीय रिपोर्टिंग में विश्वास निर्माण में अकाउंटेंसी की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया
Posted On:
26 SEP 2025 8:16PM by PIB Delhi
राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) ने अपनी “बेहतर वित्तीय रिपोर्टिंग पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण” श्रृंखला के भाग के रूप में हैदराबाद में एक दिवसीय हितधारक आउटरीच कार्यक्रम एवं कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यक्रम लघु एवं मध्यम ऑडिट व्यवसायियों (एसएमपी) के बीच ऑडित गुणवत्ता को सुदृढ़ करने पर केंद्रित था। इस कार्यक्रम ने भारत के उभरते नियामक परिदृश्य में ऑडिट अभ्यास के प्रमुख पहलुओं पर विचार-विमर्श करने के लिए पूरे क्षेत्र के पेशेवरों को एक मंच पर लाया।
कार्यशाला का उद्घाटन राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) के अध्यक्ष श्री नितिन गुप्ता ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में, श्री गुप्ता ने जनहित की रक्षा एवं वित्तीय रिपोर्टिंग में विश्वास निर्माण में ऑडिट पेशे की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया। उन्होंने भारत के वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत बनाने में पेशेवर संशयवाद, स्वतंत्रता एवं वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के पालन के महत्व पर प्रकाश डाला।
श्री नितिन गुप्ता ने इस बात पर बल दिया कि ऑडिट फर्मों के साथ आउटरीच कार्यक्रम जिसमें तकनीकी सत्र भी शामिल थे उसका उद्देश्य मध्यम एवं लघु आकार की ऑडिट फर्मों के साथ मिलकर उनकी क्षमता एवं ऑडिट गुणवत्ता बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास करना था। श्री गुप्ता ने ऑडिट फर्मों द्वारा समय पर एनएफआरए-2 फाइलिंग और एनएफआरए के पहले ऑडिट फर्म सर्वेक्षण 2025 में भागीदारी के लिए एनएफआरए के आह्वान को भी दोहराया, जिसका उद्देश्य प्रणालीगत ऑडिट गुणवत्ता में सुधार लाना है।
एनएफआरए की पूर्णकालिक सदस्य सुश्री स्मिता झिंगरन की अध्यक्षता में ‘एनएफआरए के नियामक दृष्टिकोण: बेहतर ऑडिटट पेशेवरों का निर्माण’ विषय पर एक पैनल चर्चा हुई, जिसमें एनएफआरए के अंशकालिक सदस्य प्रोफेसर संजय कल्लापुर और आईसीएआई के पूर्व सीसीएम सीए जे वेंकटेश्वरलू पैनलिस्ट के रूप में शामिल हुए।
इसमें एनएफआरए अधिकारियों के अलावा, वक्ताओं में सीए एमपी विजयकुमार, सदस्य, आईएफआरएस व्याख्या समिति, सीए पी.आर. रमेश, स्वतंत्र निदेशक और सीए मोहन लवी, पार्टनर, के.पी. राव एंड कंपनी जैसे प्रतिष्ठित पेशेवर शामिल हुए। इस कार्यक्रम में हैदराबाद चार्टर्ड अकाउंटेंट्स सोसाइटी के सदस्यों और कई अन्य पेशेवरों ने भी हिस्सा लिया।
तकनीकी सत्र का निर्माण व्यवसायियों को व्यावहारिक जानकारी प्रदान करने के लिए किया गया था और इसमें ऑडिट रणनीति दस्तावेजीकरण, नमूनाकरण एवं लेखापरीक्षा रिपोर्टिंग जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल थे।
कार्यक्रम में प्रख्यात विशेषज्ञ वक्ताओं ने अपने पेशेवर अनुभवों एवं अंतर्दृष्टि साझा किया। उन्होंने इस पेशे को प्रौद्योगिकी-संचालित ऑडिट, जटिल जोखिम परिवेश एवं वैश्विक अवसरों के अनुकूल बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
एनएफआरए ने वित्तीय रिपोर्टिंग में ईमानदारी, पारदर्शिता एवं जवाबदेही बनाए रखने के लिए ऑडिट पेशे के साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
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