सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 2025 से पहले


दिव्‍यांगता-समावेशी रिपोर्टिंग पर मीडिया जागरूकता कार्यशाला

Posted On: 22 SEP 2025 9:35PM by PIB Delhi

दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (भारत सरकार), दिव्यांगजन राज्य आयुक्त कार्यालय, गोवा, संयुक्त राष्ट्र, भारत और यूएन वूमेन के सहयोग से आज नई दिल्ली स्थित संयुक्त राष्ट्र भवन के वी द पीपल्स हॉल में समावेशी और अंतर्विषयक दिव्‍यांगता रिपोर्टिंग पर प्रभावशाली मीडिया जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। गोवा में 9-12 अक्टूबर 2025 को आयोजित होने वाले भारत के सबसे बड़े दिव्‍यांगता उत्सव-अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 2025 से पहले आयोजित इस कार्यशाला में पत्रकारों, संपादकों और मीडिया पेशेवरों को आमंत्रित किया गया, ताकि वे सार्वजनिक विमर्श में दिव्यांगता के प्रतिनिधित्व को नए सिरे से परिभाषित करने और उसे सशक्त बनाने की दिशा में विचार मंथन कर सकें। मीडिया जगत से इस परिवर्तनकारी यात्रा में सहभागी बनने का आह्वान किया गया है।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001GMD8.jpg

 

इस अवसर पर गोवा सरकार में दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री श्री सुभाष फल देसाई ने इस बात को रेखांकित किया कि “अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट मात्र आयोजन से कहीं बढ़कर है—यह दिव्यांगजनों के जीवन में दृश्यता, सम्मान और गौरव लाने का आंदोलन है। हम मीडिया से आग्रह करते हैं कि वह गोवा सरकार के नेतृत्व वाले इस वैश्विक आंदोलन में शामिल हो और हर कहानी में विविधता और समावेशन को अपनाए।” भारत में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर, श्री शोम्बी शार्प ने समावेशी नवाचार में भारत के नेतृत्व पर जोर देते हुए कहा, “मीडिया में धारणाओं को प्रभावित करने और सामाजिक बदलाव को प्रेरित करने की अपार शक्ति विद्यमान है। अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट से पहले, यह कार्यशाला इस बात को सुनिश्चित करने का एक अवसर है कि दिव्यांगजनों की कहानियाँ अधिकारों, सम्मान और समावेशन को प्रतिबिंबित करें। संयुक्त राष्ट्र को ऐसी पत्रकारिता को आकार देने में भागीदार होने पर गर्व है जो किसी को पीछे न छोड़े और समावेशन में भारत के नेतृत्व को आगे बढ़ाए।”

भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव श्री राजेश अग्रवाल ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट गोवा 2025 केवल उत्सव मात्र नहीं, बल्कि मानसिकता और व्यवस्था में बदलाव लाने का एक आंदोलन है। यह फेस्ट वैश्विक विशेषज्ञों, नवोन्‍मेषकों , नीति निर्माताओं और समुदायों को एक साथ लाकर यह प्रदर्शित करेगा कि समावेशी सोच और सार्वभौमिक डिज़ाइन किस प्रकार हमारे समाजों को नया रूप दे सकते हैं। यहाँ प्रस्तुत नए शोध, अग्रणी तकनीकें और रचनात्मक विचार दिव्यांगजनों के लिए सशक्तिकरण, स्वतंत्रता और समान अवसरों के द्वार खोलेंगे। गोवा सरकार और संयुक्त राष्ट्र के संयुक्त साझेदार के रूप में, हमें भारत को समावेशी नवाचार का केंद्र बनाने पर गर्व है, और हम एक ऐसे भविष्य के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं जहाँ कोई भी पीछे न छूटे।” दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की उप महानिदेशक सुश्री ऋचा शंकर ने इसी भावना को दोहराते हुए कहा “यह उत्सव धारणाओं में बदलाव लाने के बारे में है — और वास्तव में, यही समय की माँग है। हमें सामूहिक रूप से इस विमर्श को सशक्तिकरण और समावेशिता की ओर मोड़ना होगा। अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जिसका हिस्सा बनने पर हमें गर्व है, और हम सभी से इस यात्रा में शामिल होने का आह्वान करते हैं।”

इस कार्यशाला में घिसे-पिटे ढर्रों को चुनौती देकर, लैंगिक-संवेदनशीलता और अंतर्विषयक कहानी कहने को प्रोत्साहित करके, दिव्यांगता अधिकार कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ पत्रकारों के अनुभवों एवं विचारों को साझा करके तथा मीडिया और दिव्‍यांगता अधिकार आंदोलन के बीच सार्थक सहयोग का निर्माण करके दिव्‍यांगता -समावेशी पत्रकारिता को मज़बूत बनाने के उद्देश्‍य से डिज़ाइन किए गए इंटरैक्टिव सत्र होंगे। यह कार्यशाला नीति निर्माताओं, पत्रकारों और दिव्‍यांगता के पैरोकारों की भागीदारी के साथ यह सुनिश्चित करने में उत्प्रेरक का काम करेगी कि दिव्‍यांगजनों से जुड़ी कहानियों को गरिमा, सटीकता और अधिकार-आधारित दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया जाए। अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट भारत में दिव्‍यांगता का सबसे बड़ा और सबसे जीवंत उत्सव है, जो सशक्तिकरण, दृश्यता और समावेशन को बढ़ावा देता है। भारत और दुनिया भर से भागीदारी के साथ, यह संवाद, सहयोग और परिवर्तन के एक गतिशील मंच के रूप में कार्य करता है।

****

पीके/केसी/आरके


(Release ID: 2169900)
Read this release in: English , Urdu