आयुष
'आयुष क्षेत्र में आईटी सॉल्यूशंस' पर राष्ट्रीय कार्यशाला केरल में संपन्न हुई
आयुष मंत्रालय की आयुष ग्रिड स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, अनुसंधान और विनियमन के लिए व्यापक डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदर्शित करती है
प्रविष्टि तिथि:
19 SEP 2025 6:15PM by PIB Delhi
राष्ट्रीय आयुष मिशन के तत्वावधान में “आयुष क्षेत्र में आईटी सॉल्यूशंस” पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आज केटीडीसी वाटरस्केप्स, कुमारकोम में आयुष ग्रिड तथा संबंधित डिजिटल प्लेटफार्मों पर लाइव प्रदर्शन और गहन विचार-विमर्श के साथ संपन्न हुई।
समापन दिवस पर, आयुष ग्रिड ने आयुष मंत्रालय के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का एक व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया, जिसमें दिखाया गया कि कैसे एक एकीकृत प्रणाली एकीकृत, नागरिक-केंद्रित और विश्व-स्तर पर कनैक्टेड आयुष पारिस्थितिकी तंत्र की नींव रख रही है।
प्रदर्शित प्लेटफार्मों में शामिल थे:
आयुष अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (ए-एचएमआईएस): डिजिटल स्वास्थ्य सेवा डिलीवरी और कुशल रोगी देखभाल को सक्षम बनाना।
ई-लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (ई-एलएमएस): आयुष शिक्षा के लिए आधुनिक शिक्षा उपकरण प्रदान करना।
योग पोर्टल और वाई-ब्रेक ऐप: स्वस्थ जीवनशैली और कार्यस्थल पर स्वास्थ्य एवं कल्याण को बढ़ावा देना।
एनजीओ और राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम) पोर्टल: राज्य वार्षिक कार्य योजनाओं (एसएएपी) तक राज्य-विशिष्ट पहुंच के साथ, केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं का डिजिटलीकरण और क्षमता निर्माण।
ई-औषधि पोर्टल एवं आयुष सुरक्षा: औषधि विनियमन को सुव्यवस्थित करना, रोगी सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों को सुनिश्चित करना।
आयुष अनुसंधान पोर्टल, नैदानिक प्रकरण संग्रह और आयुसॉफ्ट: अनुसंधान, नैदानिक दस्तावेज़ीकरण और ज्ञान के आदान-प्रदान को मजबूत करना।
नमस्ते पोर्टल: राज्यों में आयुष पद्धतियों का मानकीकरण।
माययोग ऐप (डब्ल्यूएचओ के साथ विकसित) और आयुष ग्लोबल पोर्टल: अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और वैश्विक पहुंच का समर्थन।
पीएम-गतिशक्ति आयुष एसेट मैपिंग टूल: इंफ्रास्ट्रक्चर योजना और निगरानी को और बेहतर बनाना।
आयुष ग्रिड ने आयुष डिजिटल ढाँचे के भीतर पूर्वानुमानात्मक विश्लेषण, नैदानिक निर्णय समर्थन और रिअॅल टाइम मॉनिटरिंग को मज़बूत करने के लिए विकसित किए जा रहे उभरते एआई-आधारित प्लेटफ़ॉर्म का भी प्रदर्शन किया।
विचार-विमर्श के दौरान, सात राज्यों के प्रतिनिधियों ने आयुष के लिए डिजिटल समाधान अपनाने के अपने अनुभव प्रस्तुत किए और सर्वोत्तम पद्धतियों तथा चुनौतियों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला का समापन डिजिटल एकीकरण के लिए एक साझा प्रोटोकॉल का मसौदा तैयार करने हेतु एक सामूहिक चर्चा के साथ हुआ, जिसे भविष्य के नीतिगत निर्णयों में विचार हेतु आयुष मंत्रालय के साथ साझा किया जाएगा।
केरल सरकार की स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास मंत्री, श्रीमती वीना जॉर्ज ने कल अपने उद्घाटन भाषण में इस बात पर ज़ोर दिया कि “पारंपरिक मूल्यों के संरक्षण के साथ-साथ तेज़ तकनीकी प्रगति को अपनाना भी ज़रूरी है।” उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि डिजिटल उपकरणों को स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र में सहजता से एकीकृत किया जाना चाहिए, जिससे रिअॅल टाइम मॉनिटरिंग, पारदर्शी वित्तीय ट्रैकिंग और नागरिकों के लिए बेहतर पहुँच सुनिश्चित हो सके।
आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने मुख्य भाषण देते हुए ज़ोर देकर कहा कि "आयुष क्षेत्र में पहुँच, सामर्थ्य और सेवा डिलीवरी की गुणवत्ता में सुधार के लिए डिजिटल उपकरणों को अपनाना अब वैकल्पिक नहीं, बल्कि आवश्यक है।" उन्होंने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अंतर-संचालनीय प्रणालियाँ अपनाकर, सॉफ़्टवेयर का मानकीकरण करके और आधुनिक आयुष सेवाओं तक समान पहुँच सुनिश्चित करके राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के साथ जुड़ने का आह्वान किया।
कार्यशाला में 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 91 प्रतिनिधियों और कुल 155 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें वरिष्ठ अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञ और नीति निर्माता शामिल थे। प्रतिनिधियों ने कहा कि इस दो दिवसीय आयोजन ने न केवल केंद्र सरकार के आईटी प्लेटफॉर्म पर स्पष्टता प्रदान की है, बल्कि अंतर-राज्यीय सहयोग और डिजिटल स्वास्थ्य में एक समान मानकों के लिए भी रास्ते खोले हैं।
20-21 सितंबर, 2025 को प्रतिभागियों द्वारा कोट्टयम्, अलप्पुझा और त्रिशूर जिलों में स्थित आयुष सुविधाओं का क्षेत्रीय दौरा किया जाएगा, जिससे केरल की अग्रणी डिजिटल स्वास्थ्य पहलों और आयुष इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में बुनियादी जानकारी मिलेगी।
यह राष्ट्रीय कार्यशाला भविष्य के लिए तैयार, गतिशील और नागरिक-केंद्रित आयुष डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र की दिशा में भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है।
उद्घाटन की प्रेस विज्ञप्ति को लिंक https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2167995&v=3 पर क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।

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पीके/केसी/पीके
(रिलीज़ आईडी: 2169208)
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