संस्कृति मंत्रालय
संस्कृति मंत्रालय मना रहा है
सेवापर्व 2025: विकसित भारत के रंग, कला के संग
Posted On:
20 SEP 2025 8:15PM by PIB Delhi
संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक सेवापर्व 2025 को सेवा, रचनात्मकता और सांस्कृतिक गौरव के एक राष्ट्रव्यापी उत्सव के रूप में मना रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण से प्रेरित, सेवापर्व का उद्देश्य समुदायों, संस्थाओं और व्यक्तियों को सेवा, रचनात्मकता और सांस्कृतिक गौरव के एक सामूहिक आंदोलन में एक साथ लाना है।
इस दौरान होने वाले समारोहों के एक भाग के रूप में, सांस्कृतिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र (सीसीआरटी), क्षेत्रीय केंद्र, दमोह द्वारा 20 सितंबर 2025 को शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय, दमोह (मध्य प्रदेश) में एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 500 स्कूली बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और रंगों, रचनात्मकता और कल्पना के माध्यम से विकसित भारत के अपने दृष्टिकोण को दर्शाया।

इस कार्यक्रम में दमोह से सांसद श्री राहुल सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने युवा प्रतिभागियों से बातचीत करते हुए उनकी कला की सराहना की और उन्हें राष्ट्र निर्माण के माध्यम के रूप में उनकी रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया। जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस.के. नेमा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित हुए और उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएँ दीं। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय, दमोह के प्राचार्य श्री आर.पी. पटेल ने इस पहल का समर्थन करने वाले सभी गणमान्य व्यक्तियों, प्रतिभागियों और समाज के सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का समापन माननीय सांसद श्री राहुल सिंह द्वारा सभी विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ दिलाकर किया गया, जिसमें स्वच्छता और समाज के प्रति उत्तरदायित्व का संदेश दोहराया गया। कार्यक्रम में जिले के शिक्षक, समाजसेवी और मीडिया प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

एक अलग कार्यक्रम में, सीसीआरटी के गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय केंद्र ने हुगली (पश्चिम बंगाल) स्थित चिनसुराह बालिका शिक्षा मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक भव्य चित्रकला कार्यशाला का आयोजन किया। कुल 1008 स्कूली छात्राओं और 150 कॉलेज छात्रों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। उन्होंने रंगों के माध्यम से विकसित भारत की एक सुंदर झलक प्रस्तुत की।

मुख्य अतिथि, प्रख्यात चित्रकार श्री शुभप्रसन्न भट्टाचार्य ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत विश्व कीर्तिमान स्थापित करने की ओर अग्रसर है। उन्होंने बच्चों से बातचीत की और सीसीआरटी को इस उत्कृष्ट पहल के लिए बधाई दी।

विशिष्ट अतिथि, हुगली जिला स्कूल परिषद के अध्यक्ष श्री शुभेंदु घुरे ने बच्चों की कलाकृतियों की सराहना की और कहा कि सीसीआरटी कला के माध्यम से शिक्षा और संस्कृति के बीच सामंजस्य स्थापित करने में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों द्वारा स्वच्छता शपथ लेने के साथ हुआ।
स्वच्छोत्सव - स्वच्छता ही सेवा 2025
स्वच्छता उत्सव - स्वच्छता ही सेवा 2025 कार्यक्रम के अंतर्गत , 20 सितंबर 2025 को उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र परिसर, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश द्वारा अपने परिसर के बाहर इंदिरा चौराहा पर स्वच्छता अभियान चलाया गया। सेवा पर्व 2025 के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में सामूहिक उत्तरदायित्व और नागरिक भागीदारी की भावना को सुदृढ़ किया गया।


डिजिटल भागीदारी
व्यापक सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए, मंत्रालय ने सेवापर्व पोर्टल के माध्यम से डिजिटल भागीदारी को शुरू की:
- संस्थागत अपलोड : संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत सभी संस्थान और विभिन्न राज्य और केंद्र शासित प्रदेश अपने कार्यक्रमों का दस्तावेजीकरण कर रहे हैं और उन्हें सेवापर्व पोर्टल https://amritkaal.nic.in/sewa-parv.htm पर अपलोड कर रहे हैं ।
- नागरिक योगदान : प्रत्येक व्यक्ति अपनी कलाकृतियाँ, तस्वीरें और रचनात्मक अभिव्यक्तियाँ सीधे पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं, और #SewaParv का उपयोग करके उन्हें सोशल मीडिया पर साझा कर सकते हैं ।
- ब्रांडिंग और प्रचार सामग्री यहां डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं: गूगल ड्राइव लिंक ।
कैसे भाग लें?
- व्यक्तिगत भागीदारी
कोई भी व्यक्ति अपनी पसंद के किसी भी माध्यम या सामग्री में "विकसित भारत के रंग, कला के संग" विषय पर कलाकृति बनाकर योगदान दे सकता है। प्रतिभागी अपनी कलाकृति की तस्वीरें यहां अपलोड कर सकते हैं:
https://amritkaal.nic.in/sewa-parv-individual-participants
- 75 स्थानों में से किसी एक पर पेंटिंग कार्यशाला में शामिल हों
प्रतिभागी दिए गए स्थानों पर संस्कृति मंत्रालय के संबंधित संस्थानों से संपर्क कर सकते हैं। 75 स्थानों की सूची: यहाँ क्लिक करें
सेवापर्व 2025 के अंतर्गत 20 सितंबर को दमोह, प्रयागराज और चिनसुरा (पश्चिम बंगाल) में आयोजित कार्यक्रमों ने राष्ट्र निर्माण में सेवा और कला के संगम को खूबसूरती से प्रदर्शित किया। दमोह में, युवा छात्रों ने जीवंत रंगों और रचनात्मकता के माध्यम से विकसित भारत के अपने दृष्टिकोण को व्यक्त किया, जबकि प्रयागराज में, "स्वच्छता ही सेवा 2025" के अंतर्गत स्वच्छता अभियान ने स्वच्छता के प्रति सामूहिक उत्तरदायित्व और नागरिक कर्तव्य को बल दिया। चिनसुरा में, सांस्कृतिक संसाधन एवं प्रशिक्षण केंद्र, क्षेत्रीय केंद्र, गुवाहाटी द्वारा आयोजित एक भव्य चित्रकला कार्यशाला ने छात्रों ने कला के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत दर्शाया। इन सभी पहलों ने जनभागीदारी की भावना को दर्शाया और इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे नागरिक भागीदारी, रचनात्मकता और सामाजिक उत्तरदायित्व एक मजबूत और विकसित भारत के निर्माण में योगदान करते हैं।
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पीके/केसी/एनकेएस/डीए
(Release ID: 2169074)