संस्कृति मंत्रालय
संस्कृति मंत्रालय द्वारा "स्वच्छता ही सेवा" अभियान 2025 का शुभारंभ
Posted On:
19 SEP 2025 4:25PM by PIB Delhi
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के नेतृत्व में "स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस), 2025" अभियान, संस्कृति मंत्रालय और उसके सभी संबद्ध, अधीनस्थ और स्वायत्त निकायों द्वारा 17 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2025 तक मनाया जा रहा है । इस वर्ष का विषय "स्वच्छोत्सव" है, जो उत्सवों की भावना को स्वच्छता की ज़िम्मेदारी के साथ जोड़ता है ।

मंत्रालय ने एसएचएस के सभी 5 प्रमुख फोकस क्षेत्रों को कवर करते हुए गतिविधियों का आयोजन करने की योजना बनाई है, जैसे नुक्कड़ नाटक, निबंध/पोस्टर बनाने की प्रतियोगिताएं, अपशिष्ट से कला कार्यशाला, श्रमदान और वृक्षारोपण अभियान। दिल्ली के पुराना किला परिसर में बड़े पैमाने पर श्रमदान और वृक्षारोपण अभियान आयोजित करने के लिए इस मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा " एक दिन, एक घंटा, एक साथ" की एक अनूठी पहल की जाएगी। सफाई मित्रों और ऐसे अन्य श्रमिकों को स्वच्छता किट वितरित की जाएंगी। स्वच्छता और स्वच्छ प्रथाओं को अपनाने के बारे में उन्हें संवेदनशील बनाने के लिए कार्यालय परिसर के आसपास सड़क विक्रेताओं के लिए जागरूकता अभियान भी इस मंत्रालय के कर्मचारियों द्वारा चलाया जाएगा। इसके अलावा, स्वच्छता और नागरिक जिम्मेदारी के मूल्यों को फैलाने में सभी को विशेष रूप से जेन-जेड को शामिल करने के लिए सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से डिजिटल आउटरीच भी चलाया जा रहा है।

इस मंत्रालय के संगठनों ने अपने कार्यालयों के आसपास के उपेक्षित क्षेत्रों का कायाकल्प करने के लिए 200 से अधिक स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों (सीटीयू) की पहचान की है। राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र, दिल्ली द्वारा एक विशेष कार्यशाला "कबाड़ से जुगाड़" का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कचरे और स्क्रैप वस्तुओं को सुंदर कलाकृतियों, मूर्तियों आदि में बदला जाएगा, जिन्हें सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शित किया जाएगा। इस कार्यशाला में स्कूलों, कॉलेजों और गैर-सरकारी संगठनों के छात्र शामिल होंगे। इसके अलावा, इस मंत्रालय के संगठनों द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित किए जाएँगे, जिसके दौरान उन्हें भारत सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं के बारे में भी जागरूक किया जाएगा।

संस्कृति मंत्रालय नागरिकों को हमारे सांस्कृतिक स्थलों को स्वच्छ और हरा-भरा रखने की सामूहिक ज़िम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित करने का प्रयास करता है, जिससे हमारे पर्यावरण और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण हो सके। ऐसे सामूहिक प्रयास 'स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत' के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे और 2047 तक विकसित भारत के हमारे स्वप्न को साकार करेंगे।
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(Release ID: 2168591)