सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यम मंत्रालय
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केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री, श्री जीतन राम मांझी ने बिहार के बोधगया में पीएम विश्वकर्मा-राष्ट्रीय एससी-एसटी हब पर मेगा कॉन्क्लेव की


प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मेगा कॉन्क्लेव का आयोजन; कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा बनाए गए उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री के लिए प्रदर्शनी का आयोजन

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र सहित विभिन्न योजनाओं और पहलों के माध्यम से बिहार में उल्लेखनीय प्रगति हुई है: केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के कार्यान्वयन को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान अहमदाबाद (एनआईडी) और ग्रामीण प्रबंधन संस्थान आनंद (आईआरएमए) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, एनएसएसएच और पीएमईजीपी के 2,500 से अधिक लाभार्थियों ने भाग लिया

Posted On: 17 SEP 2025 8:32PM by PIB Delhi

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई), ने आज बिहार के बोधगया में 'पीएम विश्वकर्मा एवं राष्ट्रीय एससी-एसटी हब मेगा कॉन्क्लेव' का आयोजन किया। यह कार्यक्रम पीएम विश्वकर्मा योजना की दूसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था।

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री श्री जीतन राम मांझी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। उद्योग विभाग के मंत्री श्री नीतीश मिश्रा, सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार और बिहार सरकार के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री श्री जनक राम भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री, श्री जीतन राम मांझी ने 'पीएम विश्वकर्मा एवं राष्ट्रीय एससी-एसटी हब मेगा कॉन्क्लेव' में बोधगया में उपस्थित होने पर उपस्थित जनों को हार्दिक बधाई दी और प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने सभी लाभार्थियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि एमएसएमई मंत्रालय ने उनके लिए कई उल्लेखनीय कदम उठाए हैं और प्रभावशाली कार्यक्रम आयोजित किए हैं। श्री मांझी ने कहा, "विभिन्न योजनाओं और पहलों के माध्यम से, बिहार के एमएसएमई क्षेत्र सहित, विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। मैं सभी लाभार्थियों को हार्दिक बधाई देता हूँ और उनके आशाजनक उद्यमियों के रूप में आगे बढ़ने की सफलता की कामना करता हूँ।"

केंद्रीय एमएसएमई मंत्री ने कहा कि "माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 17 सितंबर, 2023 को शुरू की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना ने दो वर्ष पूरे कर लिए हैं। पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को पहचान, कौशल और समृद्धि प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से, इस योजना के तहत दो वर्षों में 30 लाख लाभार्थियों को पंजीकृत किया गया है। इनमें से 23 लाख लाभार्थियों को निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है, 8 लाख टूलकिट भारतीय डाक के माध्यम से वितरित किए गए हैं और 5 लाख कारीगरों को बिना किसी गारंटी के 4,100 करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत किए गए हैं।"

श्री मांझी ने बताया कि अकेले बिहार में 1.62 लाख कारीगर पंजीकृत हैं, 1.05 लाख प्रशिक्षित हैं और लगभग 19,000 लाभार्थियों को 160 करोड़ रुपये के ऋण दिए गए हैं। उन्होंने आगे बताया कि राज्य के 92% से ज़्यादा लाभार्थी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं, जिनमें 33% महिलाएँ हैं। गया ज़िले में 735 कारीगरों को 7 करोड़ रुपये के ऋण मिले हैं।

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री, सुश्री शोभा करंदलाजे ने मेगा कॉन्क्लेव में भाग लेने वाले लाभार्थियों को बधाई दी। उन्होंने प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ देते हुए सफल उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं को उद्यमिता अपनाने के लिए प्रेरित किया और उनके सशक्तिकरण को उज्ज्वल भविष्य की कुंजी बताया।

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी - जिनमें एमएसएमई विकास आयुक्त कार्यालय, केवीआईसी, एनएसआईसी के प्रतिनिधि शामिल थे। बिहार सरकार के अधिकारी भी इस कॉन्क्लेव में शामिल हुए। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, एनएसएसएच और पीएमईजीपी के 2,500 से अधिक लाभार्थियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। 17 से 18 सितंबर, 2025 तक आयोजित एक प्रदर्शनी में कुल 100 स्टॉल लगाए गए थे, जिनमें कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा बनाए गए उत्पादों का प्रदर्शन और बिक्री की गई। इसके अलावा, प्रतिभागियों को सहायता प्रदान करने के लिए मार्केटिंग, ब्रांडिंग, पैकेजिंग और संबंधित विषयों पर तकनीकी सत्र आयोजित किए गए।

इस मेगा कॉन्क्लेव की शुरुआत केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय, में संयुक्त सचिव, डॉ. मिलिंद रामटेके के स्वागत भाषण से हुई। डॉ. रजनीश, अपर सचिव एवं विकास आयुक्त (एमएसएमई), एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा एमएसएमई योजनाओं और क्षेत्र के अवलोकन पर एक प्रस्तुति दी गई।

इस कार्यक्रम में पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों द्वारा अनुभव साझा करने के सत्र भी आयोजित किए गए। पीएमवी लाभार्थियों को ऋण प्रमाणपत्र और टूलकिट वितरित किए गए, जबकि पीएमईजीपी लाभार्थियों को मार्जिन मनी (एमएम) सब्सिडी प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त, खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा लाभार्थियों को सिलाई मशीनें वितरित की गईं और राष्ट्रीय एससी/एसटी हब (एनएसएसएच) के अंतर्गत लाभार्थियों को प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए।

एमएसएमई मंत्रालय ने पीएम विश्वकर्मा योजना के कार्यान्वयन को सुदृढ़ बनाने के लिए राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, अहमदाबाद (एनआईडी) और ग्रामीण प्रबंधन संस्थान, आनंद (आईआरएमए) के साथ समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए।

यह मेगा कॉन्क्लेव महत्वाकांक्षी और मौजूदा उद्यमियों को अपने क्षितिज का विस्तार करने के लिए एक संवादात्मक मंच प्रदान करता है। इस कार्यक्रम में बोधगया तथा बिहार के अन्य जिलों और आसपास के राज्यों से पीएम विश्वकर्मा, पीएमईजीपी और एनएसएसएच के लाभार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

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पीके/केसी/जेएस


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