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सरदार वल्लभभाई पटेल का ए आई -संचालित होलोबॉक्स 17 सितंबर 2025 को शुरू किया जाएगा

Posted On: 16 SEP 2025 4:13PM by PIB Delhi

अत्याधुनिक प्रधानमंत्री संग्रहालय दुनिया में अपनी तरह का एकमात्र संग्रहालय है। यह संग्रहालय स्वतंत्रता के बाद से भारत के सभी प्रधानमंत्रियों के जीवन, दृष्टिकोण और योगदान को प्रदर्शित करता है। संग्रहालय में आने वाले आगंतुकों को इतिहास की एक गहन यात्रा पर ले जाया जाता है। यहाँ उन्हें दुर्लभ कलाकृतियाँ, निजी सामान, अभिलेखीय सामग्री और मल्टीमीडिया प्रस्तुतियाँ देखने को मिलती हैं। यह हमारे नेताओं की कहानियों को जीवंत रूप से बयां करती हैं।

नवाचार और नवीनतम तकनीक के उपयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए, संग्रहालय अपनी दीर्घाओं में असाधारण सरदार वल्लभभाई पटेल का एक आदमकद एआई-संचालित होलोबॉक्स - 17 सितंबर 2025 को प्रदर्शित करने के लिए तैयार है। यह अभूतपूर्व एआई-संचालित इंटरैक्टिव होलोबॉक्स दर्शकों के देश के दूरदर्शी लोगों से जुड़ने के तरीके को बदल देगी।

पहली बार आगंतुक देश के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के अति-यथार्थवादी 3D अवतार के साथ जीवंत, इंटरैक्टिव बातचीत कर पाएँगे। अत्याधुनिक तकनीक के साथ मिश्रित यह अग्रणी पहल एक आकर्षक और शैक्षिक अनुभव प्रदान करती है। यहाँ आगंतुक सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन, दर्शन और देश के इतिहास के महत्वपूर्ण क्षणों पर प्रश्न पूछ सकते हैं और उत्तर प्राप्त कर सकते हैं। इस एआई-होलोबॉक्स पहल को आगे बढ़ाते हुए संग्रहालय भविष्य में श्री ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का एक आदमकद एआई-संचालित होलोबॉक्स प्रस्तुत करने की दिशा में काम कर रहा है। इससे आने वाली पीढ़ियों को उनकी दूरदर्शिता और ज्ञान से प्रेरित किया जा सके।

17 सितंबर की तारीख देश के लिए दोहरा ऐतिहासिक महत्व रखती है। 1948 में इसी दिन ऑपरेशन पोलो की सफलता के साथ हैदराबाद निज़ाम के शासन से मुक्त होकर भारतीय संघ में शामिल हुआ था - यह उपलब्धि सरदार वल्लभभाई पटेल की राष्ट्रीय एकता के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता के कारण संभव हुई थी। दो साल बाद 17 सितंबर 1950 को श्री नरेंद्र मोदी जी का जन्म हुआ। वह दशकों बाद 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के विजन के अंतर्गत एकता और अखंडता की भावना को और मज़बूत करने के लिए समर्पित एक नेता के रूप में उभरे।

प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय के निदेशक श्री अश्विनी लोहानी ने कहा की "यह एआई-संचालित होलोबॉक्स तकनीकी से कहीं बढ़कर है। यह अतीत और वर्तमान के बीच एक सेतु है - हमारे महान नेताओं के ज्ञान को युवा पीढ़ी के लिए सुलभ और आकर्षक बनाने का एक प्रयास। सरदार पटेल ने भौगोलिक रूप से भारत का एकीकरण किया। इसके माध्यम से हम देश के युवाओं को उसकी ऐतिहासिक चेतना से जोड़ने की आकांक्षा रखते हैं।"

प्लेनेटेरियम और संग्रहालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राजेंद्र चंदन पुगलिया ने कहा की "होलोबॉक्स 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना दर्शाता हैआधुनिक भारत को आकार देने वाले व्यक्ति को श्रद्धांजलि और प्रधानमंत्री मोदी जी के विरासत को उच्च तकनीक के साथ जोड़ने के दृष्टिकोण का प्रतिबिंब। यह अनुभवात्मक इतिहास में एक वैश्विक मानदंड स्थापित करेगा और दुनिया भर में इसी तरह के नवाचारों को प्रेरित करेगा"।

इस दिन एआई होलोबॉक्स का शुभारंभ न केवल भारत के एकीकरण में सरदार पटेल की निर्णायक भूमिका का सम्मान करता है, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी जी के विरासत को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ने के दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। यह भारत के अतीत, वर्तमान और भविष्य के निर्बाध जुड़ाव का प्रतीक है। यहाँ इतिहास संरक्षित है, एकता का जश्न मनाया जाता है और नवाचार आगे का मार्ग प्रशस्त करता है।

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पीके/ केसी/ एसके


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