नागरिक उड्डयन मंत्रालय
पूर्वोत्तर क्षेत्र में भारत के वैश्विक विमानन महाशक्ति बनने की अपार संभावनाएं हैं: श्री राममोहन नायडू किंजरापु
क्षेत्रीय संपर्क और विमानन-आधारित विकास की दिशा में एक अहम कदम के रुप में भुवनेश्वर में नागरिक उड्डयन पर पूर्वोत्तर क्षेत्र के मंत्रियों के सम्मेलन का आयोजन हुआ
Posted On:
27 AUG 2025 6:08PM by PIB Delhi
नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार ने ओडिशा सरकार के सहयोग से 25 अगस्त को भुवनेश्वर में पूर्वोत्तर क्षेत्र के मंत्रियों का नागर विमानन 2025 सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण माझी , केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री राममोहन नायडू किंजरापु , नागर विमानन राज्यमंत्री श्री मुरलीधर मोहोल , ओडिशा सरकार के वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री श्री विभूति भूषण जेना और छत्तीसगढ़ सरकार के वित्त, वाणिज्यिक कर (उत्पाद शुल्क को छोड़कर), आवास एवं पर्यावरण, योजना, तथा आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री श्री ओम प्रकाश चौधरी उपस्थित रहे और उन्होंने अपने विचार प्रस्तुत किए।
ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण माझी ने नागर विमानन क्षेत्र में प्रगति करने में ओडिशा की प्रतिबद्धता पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने ओडिशा और पूर्वोत्तर क्षेत्र में संतुलित क्षेत्रीय विकास, कार्गो लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक विस्तार के लिए हवाई संपर्क के महत्व पर बल दिया। उन्होंने विमानन उद्योग के साथ सक्रिय सहयोग और नागर विमानन मंत्रालय से प्राप्त सहयोग का पूरा लाभ उठाकर विमानन क्षेत्र के विकास और वृद्धि में तेजी लाने के ओडिशा राज्य सरकार के दृष्टिकोण को दोहराया।
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री राममोहन नायडू किंजरापु ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में नागरिक उड्डयन क्षेत्र के त्वरित विकास के लिए केंद्र-राज्य-उद्योग सहयोग को और मज़बूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। अपनी औद्योगिक क्षमता, मज़बूत पर्यटन आधार, तटीय क्षेत्रों तक पहुँच और महत्वाकांक्षी टियर-2 शहरों के साथ, पूर्वी क्षेत्र की संपर्कता की विविध आवश्यकताएँ हैं और भारत के वैश्विक विमानन महाशक्ति बनने की यात्रा में एक प्रमुख प्रेरक शक्ति बनने की अपार संभावनाएँ रखता है। उन्होंने केंद्र सरकार से निरंतर सहयोग का आश्वासन दिया और इस बात पर बल दिया कि विमानन अब एक विलासिता नहीं, बल्कि वर्ष 2047 के विकासशील भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है ।
श्री राममोहन नायडू किंजरापु ने कहा, " प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विचार के फलस्वरूप, परिवर्तनकारी उड़ान योजना से सशक्त होकर, विमानन आज पहले से कहीं अधिक उपलब्ध, सुलभ और सस्ता है।"
भारत के तीसरे सबसे बड़े घरेलू विमानन बाजार में परिवर्तन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने हवाई अड्डों के विस्तार, क्षेत्रीय विमानन कंपनियों के विकास, विमानन कौशल पर ध्यान केंद्रित करने और एमआरओ क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के प्रयासों जैसी पहलों को प्रगति के प्रमुख स्तंभों के रूप में इंगित किया।
श्री राममोहन नायडू ने विमानन पारिस्थितिकी प्रणाली को मज़बूत करने के रणनीतिक महत्व पर प्रकाश डाला। प्रमुख हितधारकों को संबोधित करते हुए, मंत्री महोदय ने विमानन क्षेत्र की बढ़ती माँग को पूरा करने हेतु कुशल पेशेवरों की एक मज़बूत श्रृंखला तैयार करने में उड़ान प्रशिक्षण संगठनों (एफटीओ) की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि विमानन संबंधी कौशल को बढ़ाना न केवल परिचालन उत्कृष्टता के लिए, बल्कि भारत के विमानन विनिर्माण उद्योग के विस्तार में भी सहायक है।
मंत्री महोदय ने क्षेत्रीय संपर्क को प्रोत्साहन देने और पर्यटन, वाणिज्य एवं अंतिम छोर तक संपर्क के नए अवसर खोलने में समुद्री विमानों की अपार संभावनाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने नवाचार, निवेश और कौशल विकास के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भारत वैश्विक विमानन विकास में अग्रणी बना रहे।
केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री श्री मुरलीधर मोहोल ने क्षेत्रीय सम्मेलनों के पृष्ठभूमि दृष्टिकोण को रेखांकित किया और भविष्य के लिए तैयार, समावेशी विमानन पारिस्थितिकी प्रणाली के निर्माण के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता पर जोर दिया ।
उन्होंने विगत 11 वर्षों में विमानन अवसंरचना के विकास पर प्रकाश डाला, जो 74 हवाई अड्डों से बढ़कर 162 हो गए हैं। उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र की कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाओं जैसे पटना हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन, बिहटा में नए सिविल एन्क्लेव का शिलान्यास, शीघ्र चालू होने वाला पूर्णिया हवाई अड्डा और पुरी में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति का संदर्भ दिया।
श्री मुरलीधर मोहोल ने यह भी बताया कि उड़ान योजना के अंतर्गत अकेले पूर्वोत्तर क्षेत्र में 12 आरसीएस-उड़ान हवाई अड्डों का संचालन शुरू कर दिया गया है और 115 उड़ान मार्ग संचालित हैं।
ओडिशा के वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री श्री विभूति भूषण जेना ने पूर्वोत्तर भारत की आर्थिक क्षमता को उजागर करने के लिए क्षेत्रीय संपर्क को मज़बूत करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने लोगों के लिए बेहतर पहुँच और अवसर लाने वाली पहलों के लिए राज्य सरकार के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया ।
छत्तीसगढ़ के वित्त, वाणिज्यिक कर (उत्पाद शुल्क को छोड़कर), आवास एवं पर्यावरण, योजना, तथा आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री श्री ओम प्रकाश चौधरी ने समावेशी विकास को गति देने और देश को एक विकसित अर्थव्यवस्था बनाने में विमानन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने व्यापार सुगमता बढ़ाने और क्षेत्रीय हवाई संपर्क में सुधार के लिए छत्तीसगढ़ के नीति-संचालित प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने राज्य में विमानन पारिस्थितिकी प्रणाली में परिवर्तन लाने के लिए केंद्र के साथ समन्वय में कार्य करने के राज्य सरकार के संकल्प की पुष्टि की। उन्होंने संरचित क्षेत्रीय सम्मेलनों के माध्यम से राज्य सरकारों के साथ जुड़ाव को मजबूत करने की मंत्रालय की पहल का स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान निम्नलिखित समझौता ज्ञापनों और आशय पत्रों का आदान-प्रदान किया गया:
- देश के अग्रणी तृतीय-पक्ष एमआरओ सेवा प्रदाताओं में से एक, मेसर्स एयर वर्क्स इंडिया (इंजीनियरिंग) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ओडिशा सरकार के वाणिज्य एवं परिवहन विभाग के सहयोग से भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर एक एंकर एमआरओ सुविधा की स्थापना की जा रही है। यह सुविधा घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों प्रकार के विमान संचालकों की आवश्यकताओं को पूरा करेगी और इससे ओडिशा तथा व्यापक पूर्वोत्तर क्षेत्र में महत्वपूर्ण कुशल रोज़गार के अवसर सृजित होने की आशा है।
- ओडिशा सरकार के साथ सहयोग के लिए एयर इंडिया के साथ आशय पत्र, जिसमें कैडेट पायलट कार्यक्रम (सीपीपी) शुरू करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसमें ओडिसा की जनजातीय लड़कियों को विमानन क्षेत्र में करियर बनाने के लिए सशक्त बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- एमआरओ सुविधा की स्थापना के साथ, ओडिसा के युवाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। नुआ ओडिशा योजना के अंतर्गत, मेसर्स एयर वर्क्स, उड़िया के 20 मूल निवासियों के लिए विमान की सतह तैयार करने, मास्किंग, सैंडिंग और पेंटिंग पर छह महीने का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा।
मंत्रालय ने भागीदारी लेने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ व्यक्तिगत बातचीत की, जहाँ राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधिमंडलों ने केंद्रीय मंत्री और मंत्रालय के अधिकारियों के साथ सीधे बातचीत की और विशिष्ट संपर्कता चुनौतियों, बुनियादी ढाँचे के प्रस्तावों और सहयोग आवश्यकताओं पर विचार विमर्श किया। समानांतर सत्रों में राज्य सरकारों और प्रमुख उद्योग जगत के लोगों के बीच विचारविमर्श को सुगम बनाया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य निवेश सुगमता और कार्यान्वयन संबंधी अवरोधों की पहचान करना था।
इस कार्यक्रम में ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भागीदारी की। नागर विमानन सचिव श्री समीर कुमार सिन्हा , बीसीएएस के महानिदेशक श्री राजेश निरवान, डीजीसीए के महानिदेशक श्री फैज अहमद किदवई और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री विपिन कुमार सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी सम्मेलन में भाग लिया। एयरलाइन ऑपरेटरों, ओईएम, एफटीओ, एमआरओ, कार्गो कंपनियों और ड्रोन कंपनियों सहित 100 से अधिक उद्योग क्षेत्र के हितधारकों ने इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया और क्षेत्रीय विमानन विकास को गति देने में सार्वजनिक-निजी सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। फिक्की ने क्षेत्रीय सम्मेलन के आयोजन के लिए महत्वपूर्ण उद्योग जगत से सहयोग प्रदान किया।
सम्मेलन में नागर विमानन मंत्रालय द्वारा हवाईअड्डा और हेलीपैड विकास मॉडल, उड़ान, विमानन में कौशल विकास, ड्रोन पारिस्थितिकी प्रणाली और हेलीकॉप्टर आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं (एचईएमएस) पर प्रस्तुतियां दी गईं , जिससे राज्यों को क्षेत्रीय अंतर्दृष्टि और कार्यान्वयन के तरीके उपलब्ध कराए गए । डीजीसीए ने विमानन गतिविधियों में सुरक्षा को प्रोत्साहन देने में राज्य सरकारों की भूमिका पर प्रस्तुति दी ।
मंत्रालय की दूरदर्शी पहलों को और गति प्रदान करते हुए, आगामी प्रमुख कार्यक्रम - विंग्स इंडिया 2026 की ओर ध्यान आकर्षित किया गया, जिसे नागर विमानन मंत्रालय, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। विंग्स इंडिया 2026 का आयोजन 28 से 31 जनवरी 2026 तक किया जाएगा। यह आयोजन भारतीय नागरिक उड्डयन क्षेत्र में विकास और अवसरों को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में काम करेगा, जो दुनिया भर के प्रमुख व्यक्तियों को भागीदारी, नवाचार और नीतिगत संवादों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच पर साथ लाएगा।
नागर विमानन पर पूर्वोत्तर क्षेत्र के मंत्रियों का सम्मेलन एक महत्वपूर्ण चरण है - जो विकेन्द्रीकृत योजना, निवेश जुटाने और हवाई यात्रा तक समावेशी पहुंच पर ध्यान केंद्रित करते हुए क्षेत्रीय सहयोग, नवाचार और विकास के एक नए युग की शुरुआत करता है।
केंद्रीय मंत्री श्री राममोहन नायडू और राज्य मंत्री श्री मुरलीधर मोहोल ने भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर उड़ान यात्री कैफ़े का भी उद्घाटन किया, जो देश का पाँचवाँ ऐसा कैफ़े है। उड़ान यात्री कैफ़े यात्रियों को किफायती जलपान प्रदान करते हैं, जिससे हवाई अड्डे का अनुभव और भी समावेशी और सम्मानजनक हो जाता है। उड़ान को और भी सुगम बनाने के लिए, भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर बच्चों के लिए एक खेल के मैदान का भी उद्घाटन किया गया, जिससे बच्चों को लिए एक आनंददायक यात्रा अनुभव मिलेगा।
*****
पीके/केसी/एजे
(Release ID: 2161447)
Visitor Counter : 37