संस्कृति मंत्रालय
ज्ञान भारतम मिशन
Posted On:
21 AUG 2025 4:14PM by PIB Delhi
ज्ञान भारतम मिशन के प्राथमिक उद्देश्य इस प्रकार हैं:
1. सभी भारतीय पांडुलिपियों की पहचान करना।
2. मेटाडेटा एकत्र करना तथा संस्थाओं और व्यक्तियों द्वारा संरक्षित पांडुलिपियों की एक व्यापक सूची तैयार करना।
3. दुर्लभ एवं महत्वपूर्ण पांडुलिपियों का उचित संरक्षण सुनिश्चित करना।
4. संस्थाओं और व्यक्तियों द्वारा रखे गए पांडुलिपियों के वैज्ञानिक संरक्षण और संरक्षण के लिए एक मानकीकृत ढांचे को लागू करना।
5. सभी चिन्हित पांडुलिपियों के लिए एक राष्ट्रीय डिजिटल रिपोजिटरी (एनडीआर) बनाना।
6. पहचानी गई पांडुलिपियों के संरक्षकों के लाभ के लिए मुद्रीकरण की सुविधा प्रदान करना।
7. ज्ञान के व्यापक प्रसार के लिए चयनित पांडुलिपियों को प्रकाशित करना।
8. मुद्रीकरण मॉडल के तहत अनुसंधान, अनुवाद, प्रकाशन और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों के लिए राष्ट्रीय डिजिटल रिपोजिटरी (एनडीआर) में पांडुलिपियों तक नियंत्रित पहुंच प्रदान करना।
9. दीर्घकालिक अभिलेखीय सामग्रियों जैसे अभिलेखीय कागज, प्लास्टिक इमेजिंग, वेफर-फिच आदि का उपयोग करके दुर्लभ और महत्वपूर्ण पांडुलिपियों के लिए भौतिक भंडारण सुविधा स्थापित करना।
इस मिशन का उद्देश्य भारतीय पांडुलिपियों को डिजिटल बनाने और प्रदर्शित करने के लिए आभासी संग्रहालयों, ऑनलाइन अभिलेखागारों और एक राष्ट्रीय डिजिटल भंडार (एनडीआर) जैसे डिजिटल उपकरणों का उपयोग करना है। एआई, क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म और मोबाइल ऐप जैसी तकनीकें आसान पहुँच, शोध, अनुवाद और मुद्रीकरण को संभव बनाएँगी, साथ ही ज्ञान का संरक्षण और व्यापक प्रसार भी सुनिश्चित करेंगी।
चालू वित्त वर्ष (2025-2026) के लिए "ज्ञान भारतम मिशन" के लिए आवंटित वित्तीय परिव्यय की मात्रा 60 करोड़ रुपये है।
यह जानकारी केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी है।
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पीके/केसी/एसजी
(Release ID: 2159356)