पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय
मुंबई में 'वॉटरवेज टू वंडर: अनलॉकिंग क्रूज टूरिज्म' विषय पर सम्मेलन का आयोजन किया गया
Posted On:
18 AUG 2025 8:53PM by PIB Delhi
मुंबई में आज वॉटरवेज टू वंडर: अनलॉकिंग क्रूज टूरिज्म' विषय पर सफलतापूर्वक सम्मेलन आयोजित किया गया। मुंबई पोर्ट ट्रस्ट की ओर से भारतीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन में उद्योग जगत के विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और हितधारकों को भारत में क्रूज पर्यटन की संभावनाओं पर चर्चा करने और इसे बढ़ावा देने के तरीकों का पता लगाने के लिए एक मंच पर लाया गया।
पर्यटन और नौकाओं पर नाविक प्रकोष्ठ 4 के नोडल अधिकारी के रूप में श्री विजय कुमार ने क्रूज पर्यटन क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न मोर्चों पर प्रकोष्ठ के तहत हुई प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने रिवर क्रूज पर्यटन को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए आईडब्ल्यूएआई द्वारा किए गए उपक्रमों को भी रेखांकित किया, जिसमें स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देने और हितधारकों के लिए नए अवसर पैदा करने की क्षमता है। इनमें जेटी (समुद्र में बनी पत्थर की दीवार) और टर्मिनल जैसे बुनियादी ढांचे का विकास साथ ही टिकाऊ पर्यटन प्रणालियों को बढ़ावा देना शामिल है।
इस कार्यक्रम में नियामक परिदृश्य, सरकारी पहल और पर्यटन के दृष्टिकोण पर पैनल चर्चाएं आयोजित की गईं। इसमें उद्योग जगत के दिग्गजों ने अपनी अंतर्दृष्टि और अनुभव साझा किए। इसमें पर्यटन मंत्रालय, बंदरगाह, महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम और अन्य अधिकारियों के साथ अलकनंदा क्रूजलाइन और हेरिटेज क्रूज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन में परिचालन उत्कृष्टता, यात्री अनुभव और भारत में नदी क्रूज पर्यटन की क्षमता पर प्रस्तुतियां भी पेश की गईं। इस दौरान नदी क्रूज पर्यटन पर एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई, जिसमें इस क्षेत्र में अवसरों और चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया।
अक्टूबर में आयोजित होने वाले भारत समुद्री सप्ताह तथा भागीदारी के अवसरों पर प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
मुंबई पोर्ट अथॉरिटी के उपाध्यक्ष श्री आदेश तितरमारे के स्वागत भाषण से सम्मेलन की शुरुआत हुई। इसके बाद मुख्य अतिथि आईडब्ल्यूएआई के अध्यक्ष श्री विजय कुमार ने मुख्य भाषण दिया। अपने संबोधन में श्री कुमार ने देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य का हवाला देते हुए भारत में क्रूज पर्यटन की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला।


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(Release ID: 2158213)