युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने 'स्वयंसेवा और युवा नेतृत्व' को बढ़ावा देने के लिए मिरांडा हाउस के साथ सहयोग किया
माई भारत प्लेटफॉर्म 2047 तक विकसित भारत के लिए युवा सहभागिता को बढ़ावा दे रहा है
“वैश्विक स्तर पर सोचें, स्थानीय स्तर पर कार्य करें”: सचिव (एमओवाईएएस) ने अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर वैश्विक व स्थानीय स्तर पर स्वयंसेवा के बारे में बात की
Posted On:
12 AUG 2025 6:40PM by PIB Delhi
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार ने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस के सहयोग से आज अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस 2025 बड़े उत्साह के साथ मनाया। इस कार्यक्रम में युवा स्वयंसेवकों, छात्रों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों और विशिष्ट गणमान्य व्यक्तियों ने भागीदारी की और नई दिल्ली स्थित मिरांडा हाउस के जीवंत परिसर में इस अवसर पर एकत्रित हुए। इस वर्ष के समारोह का विषय, "स्वयंसेवा और युवा नेतृत्व (स्वयंसेवा का प्रभाव)", राष्ट्र निर्माण और सामुदायिक विकास में युवाओं की भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित किए जाने के साथ हुई, जिसके बाद मिरांडा हाउस की प्रिंसिपल प्रोफेसर (डॉ.) बिजयलक्ष्मी नंदा ने उद्घाटन भाषण दिया।

मिरांडा हाउस में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह में बोलते हुए, युवा कार्यक्रम विभाग की सचिव डॉ. पल्लवी जैन गोविल ने एक शांतिपूर्ण, टिकाऊ और समतामूलक विश्व के निर्माण में भारत के युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। "ग्लोकल वॉलंटियरिंग"- स्थानीय स्तर पर कार्य करते हुए वैश्विक स्तर पर सोचने की अवधारणा पर ज़ोर देते हुए, सचिव ने माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 2023 में शुरू किए गए मेरा युवा भारत प्लेटफ़ॉर्म की परिवर्तनकारी क्षमता की सराहना की। 1.80 करोड़ से अधिक पंजीकृत यूजर्स वाला यह प्लेटफ़ॉर्म युवाओं की सहभागिता को सक्षम बना रहा है, नेतृत्व को बढ़ावा दे रहा है, और युवाओं को राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और वैश्विक लक्ष्यों से जुड़े उद्देश्यों से जोड़ रहा है।

इस कार्यक्रम में छात्र-नेतृत्व वाली पहलों की व्यापक प्रस्तुतियां दी गईं, जिसमें मिरांडा हाउस के छात्रों ने अपनी प्रभावशाली पूर्व-कार्यक्रम गतिविधियों का प्रदर्शन किया, जिसमें 4 से 11 अगस्त 2025 तक आयोजित ई-कचरा संग्रहण अभियान, पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ कार्यप्रणालियों का प्रदर्शन, स्वच्छता पहलों को शामिल करते हुए स्वच्छ, हरित और सुरक्षित परिसर अभियान, वृक्षारोपण अभियान और व्यापक परिसर सुरक्षा ऑडिट तथा विभिन्न विषयों पर एक रचनात्मक प्रतियोगिता शामिल थी।
इस कार्यक्रम के मुख्य विचार-विमर्श सत्रों में दो महत्वपूर्ण पैनल चर्चाएं शामिल थीं। "यंग वॉयसेस, शेयर्ड फ्यूचर्स: रीइमेजिनिंग ग्लोबल यूथ एक्शन" विषय पर पहली पैनल चर्चा में युवा कार्यक्रम विभाग के संयुक्त सचिव श्री नितेश कुमार मिश्रा सहित प्रतिष्ठित पैनलिस्टों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए), संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी), संयुक्त राष्ट्र महिला और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल हुए। यह विमर्श यूथ डिप्लोमेसी, समावेशी शासन तंत्र और अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के पार सहयोगात्मक निर्णय लेने की रूपरेखा पर केंद्रित था।

"वॉलंटियरिंग एज ए कैटलस्ट फॉर ग्लोबल कोऑपरेशन" विषय पर दूसरे पैनल चर्चा में सीमा पार युवा सहभागिता प्रतिमानों और अंतर-सांस्कृतिक आदान-प्रदान तंत्र के बारे में विचार-विमर्श किया गया, जिससे अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी सहयोग ढांचे पर व्यापक बातचीत हुई।

मिरांडा हाउस ड्रामेटिक्स सोसाइटी ने युवा नेतृत्व और स्वयंसेवा पर केंद्रित "द वॉयसेस ऑफ़ चेंज" नामक एक शानदार नाट्य प्रस्तुति दी, जिसमें रचनात्मक सामाजिक परिवर्तन लाने में युवा प्रतिभाओं की क्षमता का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम-पूर्व गतिविधियों में उत्कृष्ट नेतृत्व का प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
इस कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों की भागीदारी देखने को मिली और युवा सहयोग पहल के वैश्विक महत्व और अंतर्राष्ट्रीय युवा सहभागिता को बढ़ावा देने में भारत की बढ़ती भूमिका को रेखांकित किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस 2025 समारोह को संबोधित करते हुए, संयुक्त राष्ट्र भारत की रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर और भारत में यूनिसेफ की प्रतिनिधि सुश्री सिंथिया मैककैफ्रे ने युवाओं में नेतृत्व और सहनशीलता विकसित करने में स्वयंसेवा की शक्ति पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि युवा भविष्य को आकार देने में सबसे आगे हैं तथा उन्होंने संयुक्त राष्ट्र और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के बीच मज़बूत साझेदारी का उल्लेख किया। सुश्री मैककैफ्रे ने जलवायु कार्रवाई, स्वास्थ्य, स्वच्छता और महामारी प्रतिक्रिया जैसे क्षेत्रों में माई भारत प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से नौ मिलियन से अधिक स्वयंसेवकों की भागीदारी की सराहना की। स्वयंसेवा को एक सिद्ध और प्रभावशाली दृष्टिकोण बताते हुए, उन्होंने कहा कि यह केवल देने के बारे में नहीं है, बल्कि मूल्यवान अनुभव प्राप्त करने के बारे में भी है, और कहा कि "स्वयंसेवा भारत के खून और रगों में है।"

युवा कार्यक्रम के विभाग के संयुक्त सचिव श्री नितेश कुमार मिश्रा ने राष्ट्र निर्माण में स्वयंसेवा की परिवर्तनकारी भूमिका के बारे में बात करते हुए इसे "दिलों को जोड़ने वाला, विश्वास का निर्माण करने वाला और बदलाव की प्रेरणा देने वाला सेतु" बताया। उन्होंने "माई भारत" के माध्यम से विकसित भारत @2047 में योगदान देने वाले यूथ लीडर्स का एक राष्ट्रीय नेटवर्क बनाने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। श्री मिश्रा ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि तार्किक सोच से परे, स्वयंसेवा भलाई के लिए एक शक्तिशाली, निस्वार्थ शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने तीन प्रमुख प्राथमिकताओं की पहचान की: शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी को मज़बूत करना, छात्रों और शिक्षकों के बीच स्वयंसेवा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना, और सरकार के सहयोग से युवाओं को नागरिक नेतृत्व की भूमिकाएं निभाने के लिए सशक्त बनाना।
यह पहल युवाओं की सार्थक सहभागिता और स्वयंसेवी-आधारित सामुदायिक सेवा के माध्यम से भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश का उपयोग करने के भारत सरकार के दृष्टिकोण को दर्शाती है। यह युवाओं को परिवर्तनकारी सामाजिक परिवर्तन और सतत विकास के उत्प्रेरक के रूप में सशक्त बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है, जिससे युवा-केंद्रित नीतिगत पहलों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में भारत की वैश्विक अग्रणी स्थिति और सुदृढ़ होती है।
युवा कार्यक्रम विभाग का स्वयंसेवा और सामुदायिक सेवा में सार्थक भागीदारी के माध्यम से भारत के युवाओं को सशक्त बनाने का मिशन जारी है, जिससे वे राष्ट्र की विकास यात्रा में सक्रिय रूप से योगदान दे सकें।

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पीके/केसी/एसके/एसएस
(Release ID: 2155849)