सहकारिता मंत्रालय
क्षेत्रीय सहयोग प्रबंधन संस्थान (आरआईसीएम)
Posted On:
12 AUG 2025 5:13PM by PIB Delhi
क्षेत्रीय सहयोग प्रबंधन संस्थान (आरआईसीएम) द्वारा शुरू किए गए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा अनुमोदित प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा-कृषि व्यवसाय प्रबंधन (पीजीडीएम-एबीएम) के उद्देश्य और लक्ष्य परिणाम निम्नानुसार हैं:
उद्देश्य:
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निर्णय लेने और नेतृत्व क्षमता वाले सक्षम कृषि-व्यवसाय प्रबंधकों का विकास करना।
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छात्रों को कृषि, सहकारिता और संबद्ध क्षेत्रों से संबंधित प्रबंधकीय कौशल से लैस करना।
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केस अध्ययन, क्षेत्र अनुभव और संस्थागत संपर्क के माध्यम से व्यावहारिक शिक्षा को बढ़ावा देना।
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कृषि आधारित संगठनों को परामर्श एवं नीति-उन्मुख समाधान प्रदान करना।
लक्ष्य परिणाम:
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कृषि स्नातकों को कृषि उद्योग और उससे सम्बद्ध उद्योगों के लिए उद्योग-उपयुक्त प्रबंधकीय पेशेवर के रूप में तैयार करना।
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सहकारी समितियों, कृषि-उद्यमों और ग्रामीण विकास एजेंसियों के लिए प्रशिक्षित प्रबंधकों का एक कैडर तैयार करना।
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कृषि-व्यवसाय पारिस्थितिकी तंत्र में उद्यमशीलता की पहल को प्रोत्साहित करना।
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शैक्षणिक-उद्योग सहयोग के माध्यम से नीतिगत योगदान और संस्थागत विकास को बढ़ाना।
यह पाठ्यक्रम वर्तमान में क्षेत्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान (आरआईसीएम), गांधीनगर और क्षेत्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान (आरआईसीएम), चंडीगढ़ द्वारा संचालित किया जा रहा है।
पाठ्यक्रम में प्रवेश की वार्षिक संख्या और उत्तीर्ण छात्रों की प्लेसमेंट इस प्रकार है:
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आरआईसीएम, गांधीनगर
बैच
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कुल उपलब्ध सीटें
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नामांकन की संख्या
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छात्रों का प्लेसमेंट (सं.)
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2020-22
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60
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45
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45
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2021-23
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60
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39
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39
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2022-24
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60
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39
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39
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2023-25
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60
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43
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43
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2024-26
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60
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26
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यह पाठ्यक्रम 2026 में समाप्त होगा
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कुल
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300
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192
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166
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आरआईसीएम, चंडीगढ़
पीजीडीएम-एबीएम पाठ्यक्रम इस शैक्षणिक वर्ष से 30 विद्यार्थियों की प्रवेश क्षमता के साथ शुरू किया जा रहा है।
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स्नातकों के लिए प्लेसमेंट और उद्यमशीलता संबंध सुनिश्चित करने हेतु उद्योग, शैक्षणिक और कृषि हितधारकों के साथ सहयोग निम्नानुसार है:
उद्योग सहयोग :
राष्ट्रीय सहकारी प्रशिक्षण परिषद (एनसीसीटी) के अंतर्गत आरआईसीएम द्वारा प्रस्तुत पीजीडीएम-कृषि व्यवसाय प्रबंधन कार्यक्रम ने इंटर्नशिप, क्षेत्रीय प्रशिक्षण, लाइव प्रोजेक्ट और प्लेसमेंट सहायता के लिए प्रमुख उद्योग हितधारकों के साथ सक्रिय साझेदारी स्थापित की है। प्रमुख उद्योग सहयोगियों में शामिल हैं:
· बनासकांठा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (बनासडेयरी), पालनपुर, गुजरात
· कैरा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (अमूल डेयरी), आनंद, गुजरात
· कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी), पालनपुर, गुजरात
· अदानी इंडस्ट्रीज लिमिटेड, शांतिग्राम, अहमदाबाद, गुजरात
· आईएचएसईडीयू एग्रोकेम प्राइवेट लिमिटेड
· धानुका एग्रीटेक लिमिटेड, अहमदाबाद, गुजरात
· गुजरात नर्मदा वैली फर्टिलाइजर एंड केमिकल्स लिमिटेड (जीएनएफसी)
ये संगठन छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करते हैं तथा डेयरी, कृषि-इनपुट, विपणन और कृषि-प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में उनके व्यावसायिक विकास में योगदान देते हैं।
शैक्षणिक सहयोग :
आरआईसीएम ज्ञान-साझाकरण, उद्यमिता विकास और शैक्षणिक संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिष्ठित शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों के साथ भी सहयोग करते हैं। प्रमुख शैक्षणिक सहयोगियों में शामिल हैं:
· वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान (वीएएमएनआईकॉम), पुणे, महाराष्ट्र
· भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई), गांधीनगर, गुजरात
· अंतर्राष्ट्रीय कृषि व्यवसाय प्रबंधन संस्थान, आनंद, गुजरात
· ग्रामीण प्रबंधन संस्थान आनंद (आईआरएमए), गुजरात
· भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), अहमदाबाद, गुजरात
ये अकादमिक साझेदारियां छात्रों के लिए विशेषज्ञ व्याख्यान, संयुक्त कार्यक्रम, केस स्टडी विकास, अनुसंधान सहयोग और उद्यमशीलता संबंधी मार्गदर्शन की सुविधा प्रदान करती हैं।
पीजीडीएम-कृषि व्यवसाय प्रबंधन (पीजीडीएम-एबीएम) कार्यक्रम एक स्व-वित्तपोषित पाठ्यक्रम है, जिसे अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा विधिवत अनुमोदित किया गया है। आरआईसीएम गांधीनगर और आरआईसीएम चंडीगढ़ पीजीडीएम-कृषि व्यवसाय प्रबंधन (पीजीडीएम-एबीएम) कार्यक्रम प्रदान कर रहे हैं।
वित्त वर्ष 2024-25 में सरकार द्वारा आरआईसीएम गांधीनगर को 168.96 लाख रुपये और आरआईसीएम चंडीगढ़ को 189.75 लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा।
क्षेत्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय (आरआईसीएम) (बैंगलोर, चंडीगढ़, गांधीनगर, कल्याणी और पटना) ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम चलाते हैं। एनसीसीटी के अंतर्गत सभी पाँचों क्षेत्रीय ग्रामीण ग्रामीण विकास मंत्रालयों द्वारा संचालित क्षमता निर्माण कार्यक्रमों का विवरण नीचे दिया गया है।
वर्ष
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क्षमता कार्यक्रम निर्माण
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प्रतिभागियों की संख्या
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2022-23
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928
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51657
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2023-24
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1106
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62781
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2024-25
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1113
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82645
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कुल
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3147
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197083
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यह बात सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कही।
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पीके/केसी/जीके
(Release ID: 2155829)