कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय
खरीफ फसलों की कुल बुवाई
Posted On:
12 AUG 2025 4:09PM by PIB Delhi
खरीफ 2025-26 के लिए बुवाई कार्य अभी भी जारी है। कृषि वर्ष 2025-26 (जुलाई-जून) में सभी प्रमुख खरीफ फसलों के लिए पहला अग्रिम अनुमान अभी तक जारी नहीं किया गया है। पिछले तीन वर्षों के दौरान खरीफ फसलों के अंतर्गत बोए गए कुल क्षेत्रफल में वर्ष-दर-वर्ष प्रतिशत वृद्धि/कमी और फसल-वार फसल उत्पादन में प्रतिशत लाभ/हानि का विवरण अनुलग्नक में दिया गया है।
सरकार कम/अधिक वर्षा से प्रभावित क्षेत्र के किसानों को सहायता प्रदान करने तथा उनकी संभावित फसल हानि को कम करने के लिए कई कदम/उपाय उठाती है, जिनमें शामिल हैं:
सरकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) लागू कर रही है, जिसकी शुरुआत 2016 में हुई थी। इसका उद्देश्य किसानों को बुवाई से पहले से लेकर कटाई के बाद तक फसलों के लिए सभी अपरिहार्य प्राकृतिक जोखिमों के विरुद्ध व्यापक जोखिम कवर सुनिश्चित करने और पर्याप्त दावा राशि प्रदान करने हेतु एक सरल और किफायती फसल बीमा उत्पाद प्रदान करना है। यह योजना मांग आधारित है और सभी किसानों के लिए उपलब्ध है।
इसके अलावा, आपदा प्रबंधन की प्राथमिक ज़िम्मेदारी राज्य सरकारों की है। राज्य सरकारें, सूखे सहित अधिसूचित आपदाओं के मद्देनजर, प्रभावित लोगों को पहले से ही उनके पास उपलब्ध राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) से वित्तीय राहत प्रदान करती हैं। हालांकि गंभीर प्रकृति की आपदा की स्थिति में निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (एनडीआरएफ) से अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिसमें एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल (आईएमसीटी) के दौरे के आधार पर मूल्यांकन भी शामिल है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के तहत प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता राहत के रूप में होती है, न कि मुआवज़े के लिए।
चालू वर्ष के दौरान सूखे के लिए एनडीआरएफ से वित्तीय सहायता मांगने के लिए किसी भी राज्य सरकार द्वारा अभी तक कोई ज्ञापन प्रस्तुत नहीं किया गया है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (डीएएंडएफडब्ल्यू) सभी 28 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों अर्थात जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन (एनएफएसएनएम) का कार्यान्वयन कर रहा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र विस्तार और उत्पादकता वृद्धि के माध्यम से खाद्यान्न उत्पादन को बढ़ावा देना है। एनएफएसएनएम के तहत, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के माध्यम से किसानों को फसल उत्पादन और सुरक्षा तकनीकों, फसल प्रणाली-आधारित प्रदर्शनों, नई जारी किस्मों/संकरों के प्रमाणित बीजों के उत्पादन और वितरण, एकीकृत पोषक तत्व और कीट प्रबंधन तकनीकों, फसल मौसम के दौरान प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों की क्षमता निर्माण आदि पर प्रोत्साहन प्रदान किए जाते हैं।
अनुलग्नक
खरीफ मौसम में प्रमुख कृषि फसलों के कुल क्षेत्रफल में वर्ष-दर-वर्ष प्रतिशत वृद्धि/कमी
स्रोत: डीएएंडएफडब्ल्यू
नोट: वर्ष 2024-25 के आंकड़े तीसरे अग्रिम अनुमान के हैं
अनाज
|
क्षेत्रफल (लाख हेक्टेयर)
|
क्षेत्र वर्ष-दर-वर्ष प्रतिशत परिवर्तन
|
2021-22
|
2022-23
|
2023-24
|
2024-25
|
2022-23
|
2023-24
|
2024-25
|
चावल
|
410.38
|
404.03
|
407.34
|
434.13
|
-1.55
|
08 0.82
|
6.58
|
मक्का
|
77.85
|
80.53
|
83.29
|
84.30
|
3.44
|
3.43
|
1.21
|
तूर
|
49.00
|
40.68
|
41.31
|
43.28
|
-16.98
|
1.55
|
4.77
|
उड़द
|
36.25
|
30.98
|
26.81
|
21.01
|
-14.54
|
-13.46
|
-21.63
|
मूंग
|
38.43
|
34.86
|
31.74
|
33.91
|
-9.29
|
-8.95
|
6.84
|
मूंगफली
|
49.13
|
42.63
|
40.44
|
49.95
|
-13.23
|
-5.14
|
23.52
|
सोयाबीन
|
121.47
|
130.84
|
132.55
|
129.57
|
7.71
|
1.31
|
-2.25
|
गन्ना
|
51.75
|
58.85
|
57.40
|
53.58
|
13.72
|
-2.46
|
-6.66
|
कपास
|
123.72
|
129.27
|
126.88
|
112.30
|
4.49
|
-1.85
|
-11.49
|
अनाज
|
उत्पादन (लाख टन)
|
उत्पादन वर्ष दर वर्ष प्रतिशत परिवर्तन
|
2021-22
|
2022-23
|
2023-24
|
2024-25
|
2022-23
|
2023-24
|
2024-25
|
चावल
|
1110.01
|
1105.12
|
1132.59
|
1218.54
|
-0.44
|
2.49
|
7.59
|
मक्का
|
226.81
|
236.74
|
222.45
|
248.43
|
4.38
|
-6.04
|
11.68
|
तूर
|
42.20
|
33.12
|
34.17
|
35.61
|
-21.52
|
3.17
|
4.21
|
उड़द
|
18.65
|
17.68
|
16.04
|
13.02
|
-5.20
|
-9.28
|
-18.83
|
मूंग
|
14.80
|
17.18
|
11.54
|
17.47
|
16.08
|
-32.83
|
51.39
|
मूंगफली
|
84.34
|
85.62
|
86.60
|
103.68
|
1.52
|
1.14
|
19.72
|
सोयाबीन
|
129.87
|
149.85
|
130.62
|
151.80
|
15.38
|
-12.83
|
16.21
|
गन्ना
|
4394.25
|
4905.33
|
4531.58
|
4501.16
|
11.63
|
-7.62
|
-0.67
|
कपास
|
311.18
|
336.60
|
325.22
|
306.92
|
8.17
|
-3.38
|
-5.63
|
नोट: 1) वर्ष 2024-25 के आंकड़े तीसरे अग्रिम अनुमान के हैं
2) कपास उत्पादन गांठों में, 1 गांठ = 170 किलोग्राम
कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर ने लोकसभा में आज एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
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पीके/केसी/केके/एचबी
(Release ID: 2155725)