पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय
ओडिशा में बंदरगाह-आधारित औद्योगिक विकास
Posted On:
12 AUG 2025 3:36PM by PIB Delhi
पारादीप बंदरगाह ओडिशा राज्य का एक प्रमुख बंदरगाह है। पारादीप बंदरगाह में बंदरगाह-आधारित औद्योगिक विकास परियोजनाओं का विवरण और निवेश अनुमान संलग्न हैं।
क्र. सं.
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परियोजना का नाम
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परियोजना लागत
(भारतीय रुपये करोड़)
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भूमि आवंटित.
(एकड़ में)
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मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क (एमएमएलपी) का विकास
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260
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100
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8 एमएमटीपीए सीओआईटी टर्मिनल
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2371
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277
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-
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24 एमएमटीपीए लौह अयस्क पेलेट संयंत्र
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7466
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277
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-
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14 एमएमटीपीए लौह अयस्क पेलेट संयंत्र
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6325
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100
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-
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4.6 एमएमटीपीए पीओएल टर्मिनल
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3011
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58
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इन परियोजनाओं का वित्तपोषण पारादीप बंदरगाह प्राधिकरण (पीपीए) और सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के आंतरिक संसाधनों से किया जाता है । प्रमुख बंदरगाहों (गैर-प्रमुख बंदरगाहों) के अलावा अन्य बंदरगाह राज्य सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में हैं। धामरा ओडिशा राज्य में एक चालू गैर-प्रमुख बंदरगाह है। सागरमाला के तहत धामरा बंदरगाह में कोई निवेश प्रतिबद्धता नहीं है। इन परियोजनाओं की रोजगार सृजन क्षमता 10,000 से अधिक है।
पीपीए शुरू की गई परियोजना के लिए पर्यावरण प्रभाव आकलन अध्ययन करता है तथा पर्यावरण प्रबंधन योजना को क्रियान्वित करता है।
पीपीए भूमि अधिग्रहण, उपयोगिता स्थानांतरण और बुनियादी ढाँचे के विकास से संबंधित मामलों में राज्य सरकार के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखता है। समय पर अनुमोदन के लिए जिला अधिकारियों और संबंधित राज्य विभागों के साथ नियमित बैठकें आयोजित की जाती हैं। इसके अलावा, राज्य सरकार से संबंधित मुद्दों को समय पर हल करने के लिए, मंत्रालय समय-समय पर समुद्री राज्य विकास परिषद (एमएसडीसी) की बैठकें आयोजित करता है और सागरमाला परियोजनाओं के शीघ्र कार्यान्वयन हेतु विभिन्न हितधारकों के बीच तालमेल बनाने हेतु तटीय राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को राज्य सागरमाला समिति की बैठकें आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
यह जानकारी केंद्रीय पत्तन, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी।
पीके/केसी/एनकेएस
(Release ID: 2155560)