जनजातीय कार्य मंत्रालय
जनजातीय स्टार्ट-अप परिवेश
Posted On:
07 AUG 2025 3:11PM by PIB Delhi
श्री अनुराग सिंह ठाकुर, श्री नारायण तातू राणे, श्री अनन्त नायक और श्रीमती बिजुली कलिता मेधी के अतारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए, केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्री दुर्गादास उइके ने आज लोकसभा को सूचित किया कि धरती आबा ट्राइबप्रेन्योर्स 2025, जनजातीय गौरव वर्ष के तहत एक प्रमुख पहल, भगवान बिरसा मुंडा, एक श्रद्धेय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और नेता की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में, जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा 3-5 अप्रैल, 2025 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में स्टार्टअप महाकुंभ 2025 के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था। इस पहल ने नवोदित और स्थापित अनुसूचित जनजाति (एसटी) उद्यमियों के लिए एक परिवर्तनकारी मंच प्रदान किया और भारत के सबसे होनहार आदिवासी स्टार्टअप को एक साथ लाया, जिससे समावेशी आर्थिक विकास और सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए उन्हें उद्योग के नेताओं, उद्यम पूंजीपतियों और प्रभावशाली निवेशकों के साथ अद्वितीय सम्पर्क का अवसर मिला।
इस पहल ने जनजातीय उद्यमियों को अपने नवाचारों को प्रदर्शित करने, शीर्ष निवेशकों के साथ नेटवर्क बनाने और यूनिकॉर्न संस्थापकों, उद्यम पूंजीपतियों और स्टार्टअप नेताओं के तकनीकी सत्रों में भाग लेने का अवसर प्रदान किया। धरती आबा ट्राइबप्रेन्योर्स 2025 ने मार्गदर्शन, रणनीतिक नेटवर्किंग और निवेश के अवसर प्राप्त करने में मदद देते हुए आदिवासी-नेतृत्व वाले उद्यमों के लिए एक लॉन्चपैड के रूप में कार्य किया, साथ ही नवाचार, समावेशिता, व्यापक स्तर पर दृश्यता और बाजार विस्तार पर ज़ोर दिया गया ताकि वे अपने व्यवसायों को राष्ट्रीय और वैश्विक मंचों तक पहुँचा सकें।
मंत्रालय ने आदिवासी स्टार्टअप्स पर गहरा और स्थायी प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए आईआईएम कलकत्ता, आईआईटी दिल्ली, आईआईएम काशीपुर, आईआईटी भिलाई, आईआईटी गुवाहाटी, आईएफसीआई वेंचर कैपिटल फंड्स लिमिटेड और मेटा जैसे प्रमुख संस्थानों/संगठनों के साथ साझेदारी की है। इस यात्रा में अनुसूचित जनजातियों के लिए ₹50 करोड़ की प्रारंभिक निधि के साथ एक वेंचर कैपिटल फंड की स्थापना एक प्रमुख मील का पत्थर है, जो आदिवासी समुदायों में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
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(Release ID: 2153802)