युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय
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केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में युवा लीडर्स का गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया गया

Posted On: 06 AUG 2025 8:50PM by PIB Delhi

ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) की ओर से 3 से 12 अगस्त 2025 तक नेपाल के विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व करने वाले 10-12 सदस्यों वाले नेपाल के युवा लीडर्स के प्रतिनिधिमंडल की यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। नई दिल्ली, पुणे और मुंबई में आयोजित इस यात्रा का उद्देश्य राजनीतिक और युवा स्तर पर सहभागिता को और मजबूत बनाना है।
इस यात्रा के तहत भारत सरकार के विदेश मंत्रालय (एमईए) की ओर से भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) के साथ भागीदारी में नई दिल्ली स्थित सुषमा स्वराज भवन के भास्कर कॉन्फ्रेंस हॉल में 5 अगस्त 2025 को युवा लीडर्स के गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया। गोलमेज सम्मेलन की अध्यक्षता केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने की। इस अवसर पर भारत के युवा संसद सदस्यों ने नेपाली युवा लीडर्स के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की।

गोलमेज सम्मेलन का विषय 'भारत-नेपाल द्विपक्षीय संबंधों में युवा आदान-प्रदान और खेल की भूमिका'था। इस सम्मेलन ने दोनों देशों के उभरते राजनीतिक लीडर्स के बीच संवाद के लिए जीवंत मंच प्रदान किया। यह आदान-प्रदान आपसी समझ को बढ़ावा देने और क्षेत्र में युवाओं के सामने आने वाली आम चुनौतियों का समाधान करने के लिए सहयोगी दृष्टिकोण के अवसर पैदा करने पर केंद्रित था।

अपने भाषण में डॉ. मनसुख मंडाविया ने भारत-नेपाल संबंधों के प्राचीन सांस्कृतिक संबंधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के बीच सदियों पुरानी सभ्यता, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों पर आधारित एक अनूठा रिश्ता है, जो इतिहास, भूगोल और लोगों के बीच संबंधों से बंधे हैं। इस स्थायी साझेदारी को क्षेत्रीय सहयोग और युवाओं के नेतृत्व वाली प्रगति के माध्यम से आपसी सम्मान और साझा विरासत के माध्यम से और मजबूत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल दोनों ही देशों में युवाओं की अच्छी-खासी आबादी है और यही जनसांख्यिकीय लाभ हमारी साझा समृद्धि और क्षेत्रीय विकास की कुंजी है।

डॉ. मनसुख मंडाविया ने भारत के प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व पर जोर दिया और कहा कि उनके नेतृत्व में भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की महत्वाकांक्षी यात्रा पर निकल पड़ा है, जो विकसित भारत @2047 है। यह परिवर्तन केवल आर्थिक विकास के बारे में नहीं है। यह एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने के बारे में है, जहां हमारे युवा आगे बढ़ सकें, नवाचार कर सकें और अग्रणी भूमिका निभा सकें। भारत सरकार इस मिशन में सबसे आगे रही है। सरकार खेलो इंडिया, फिट इंडिया और संडे ऑन साइकिल जैसे व्यापक कार्यक्रमों को लागू कर रही है।

हमारी सरकार सामाजिक रूप से जिम्मेदार युवाओं को नेतृत्व के गुणों के साथ पोषित करती है। खेल भावना को बढ़ावा देने के साथ ही युवाओं में उत्साह और सेवा की भावना को जागृत किया जाता है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए परिवर्तनकारी डिजिटल युवा सहभागिता मंच' एमवाई भारत (माई भारत)' के बारे में भी बात की। 1.80 करोड़ से अधिक पंजीकरणों के साथ एमवाई भारत लाखों युवा भारतीयों को सीखने और राष्ट्र निर्माण के अवसरों से जोड़ता है। यह युवाओं की आकांक्षाओं को राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों के साथ जोड़ता है और उन्हें भारत की विकास गाथा में सक्रिय योगदानकर्ता बनने के लिए सशक्त बनाता है।

इसके अलावा गोलमेज सम्मेलन में भारत और नेपाल के बीच युवाओं के बीच संबंधों को मजबूत करने के उपायों पर भी चर्चा हुई। चर्चा में युवा आदान-प्रदान, ज्ञान साझाकरण, खेल विकास और युवा-केंद्रित कार्यक्रमों में लैंगिक-समावेशी भागीदारी में सहयोग को पुनर्जीवित करना भी शामिल था। नेपाली युवा लीडर्स के प्रतिनिधिमंडल ने दोनों देशों के पारंपरिक खेलों जैसे खो-खो, कुश्ती और कबड्डी को पुनर्जीवित करने के लिए सांस्कृतिक सहयोग पर भी जोर दिया। इसका लक्ष्य क्षेत्रीय खेलों को वैश्विक स्तर पर प्रसिद्धि दिलाना है।

नेपाल से युवा लीडर्स के प्रतिनिधिमंडल की चल रही यात्रा समावेशी वृद्धि और विकास के लिए अपने युवाओं की ऊर्जा और क्षमता का उपयोग करके बहुमुखी साझेदारी को बढ़ाने के लिए भारत और नेपाल की साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। गोलमेज सम्मेलन में नेपाल के युवा लीडर्स को भारत में हो रहे परिवर्तनकारी विकास के बारे में भी जानकारी दी गई। सम्मेलन के दौरान इस बात को स्वीकार किया गया कि भारत और नेपाल दोनों में बड़ी संख्या में युवा आबादी है और वे समान चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। सम्मेलन ने सर्वोत्तम कार्यप्रणाली और अनुभवों को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान किया।

इस तरह की सहयोगी पहल की नींव 25 नवंबर, 2014 को काठमांडू में युवा मामलों के लिए सहयोग पर नेपाल और भारत सरकार के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन के माध्यम से डाली गई थी। यह समझौता ज्ञापन युवा विकास और उत्कृष्टता के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक व्यापक रूपरेखा प्रदान करता है।

इस समझौता ज्ञापन के प्रावधानों के तहत भारत और नेपाल के बीच विभिन्न अंतरराष्ट्रीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम (आईवाईईपी) सफलतापूर्वक आयोजित किए गए, जो युवाओं की भागीदारी के प्रति दोनों देशों की निरंतर प्रतिबद्धता को उजागर करता है।

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पीके/केसी/आरकेजे


(Release ID: 2153406)
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