अणु ऊर्जा विभाग
संसद प्रश्न: मेडिकल रेडियोआइसोटोप की कमी
Posted On:
06 AUG 2025 4:38PM by PIB Delhi
विकिरण एवं आइसोटोप प्रौद्योगिकी बोर्ड (बीआरआईटी) परमाणु ऊर्जा विभाग की एक घटक इकाई है जो स्वास्थ्य सेवा, कृषि, अनुसंधान और उद्योग में अनुप्रयोगों के लिए विकिरण एवं आइसोटोप पर आधारित उत्पाद और सेवाएं प्रदान करती है।
प्रमुख मेडिकल रेडियोआइसोटोप के नाम
|
मात्रा
|
क्या यह घरेलू उत्पादन राष्ट्रीय मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त है (हाँ या नहीं)
|
इसका विवरण
|
ल्यूटेशियम-177
(एलयू-177)
|
1000-1200 क्यूरी
|
एलयू-177: हाँ
|
बीआरआईटी देश की एलयू-177 की मांग का लगभग 85-90% पूरा करता है, जबकि घरेलू मांग का कुछ हिस्सा केस I में पूरा किया जाता है।
131 और एमओ-99.
एफ-18 [अर्ध-आयु: 110 मिनट] की अल्पकालिक अवधि एक रसद चुनौती पेश करती है और इसके वितरण क्षेत्र को सीमित करती है। इसलिए, एमसीएफ, परेल और साइक्लोन-30 में उत्पादित एफ-18 उत्पाद केवल आस-पास के अस्पतालों को ही आपूर्ति किए जाते हैं और राष्ट्रीय मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।
|
आयोडीन -131
(आई-131)
|
1000-1200 क्यूरी
|
I-131: नहीं
|
मोलिब्डेनम-99 (एमओ-99) (टी.सी-99 एम का जनक)
|
8000-10000
क्यूरी
|
एमओ-99: नहीं
|
फ्लोरीन-18
(एफ-18)
|
300-400 क्यूरी
|
एफ-18: नहीं
|
जीए-68 में मांग-आपूर्ति में कोई अंतर नहीं है। हालाँकि, एमओ-99 के लिए मांग-आपूर्ति में अंतर है और एलयू-177 की मांग और आपूर्ति में लगभग 10-15% का अंतर है।
परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) के अंतर्गत अनुसंधान एवं विकास इकाई, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र ने पीपीपी-आधारित आइसोटोप रिएक्टर परियोजना के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति प्राप्त कर ली है और परियोजना की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की समीक्षा की जा रही है । यह अनुमान है कि 0.5 एमसीआई (मिलियन क्यूरी) रेडियो-आइसोटोप उत्पादन क्षमता के साथ 2035 के आसपास उत्पादन शुरू हो जाएगा ।
परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत अनुदान प्राप्त संस्थान, टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) ने पहले ही टियर-2 और टियर-3 शहरों में किफायती परमाणु चिकित्सा अवसंरचना का विस्तार किया है। ऐसे टियर-2 शहरों के नाम हैं: न्यू चंडीगढ़, विशाखापत्तनम, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, वाराणसी, मुजफ्फरपुर (बिहार) और टियर-3 शहर है संगरूर (पंजाब)।
यह जानकारी आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग डॉ. जितेंद्र सिंह ने दी।
***
पीके/एके/केसी/जीके
(Release ID: 2153160)